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सर्वर क्या है कितने प्रकार के होते है और कैसे कार्य करते है

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आप इस आर्टिकल का टाइटल देख कर समझ गए होंगे आज के लेख में हम  टेक्निकल के विषय में जाने वाले है  जैसेकी  सर्वर क्या है (Server Kya Hai )और सर्वर कैसे कार्य करता है। आज के समय में अभी टेक्निकल के बारे में कुछ न कुछ जानते और सुनते रहते है और सीखते भी रहते है  क्योकि आज जमाना बदल रहा है और  देश बदल रहा है और आज “सब टेक्निकल बन रहे है ” यदि आप दुनिया दारी की थोड़ी भी खबर रखते है और जागरूक है  तो आपने सर्वर का नाम जरूर सुना होगा क्योकि ऐसा मैसेज हमें रेलवे की टिकट काउंटर या बैंक के काउंटर और एटीएम   में अक्सर बोर्ड में लिखा हुआ  मिलता है  यह सुनने को मिलता है की ” सर्वर डाउन है , सर्वर काम नहीं कर रहा है , सर्वर धीरे चल रहा है आदि बाते। लेकिन इन बातो को पढ़  कर या सुन कर कुछ लोगो के  मन में एक सवाल आता होगा की ऑफिस में कुछ कर्मचारीओ को छोड़ कर  सभी अपना कुछ न कुछ कार्य कर रहे है और बोलते है सर्वर डाउन है  आखिर  सर्वर क्या है (Server Kya Hai )। 

तो दोस्तों आपके मन में भी इसी तरह के सवाल आते है तो चिंता करने की कोई बात नहीं क्योकि इस आर्टिकल में हम आपको  सर्वर क्या है (Server Kya Hai )शब्द  से लेकर सर्वर कैसे कार्य करता है और कितने प्रकार के होते है इन सभी टॉपिक्स  के बारे में विस्तार से सरल और आसान भाषा में समझाने वाले है। 

सर्वर क्या है Server Kya Hai

कंप्यूटर एक प्रकार का डिवाइस और कंप्यूटर होता है जो नेटवर्क से कनेक्ट  कंप्यूटर और यूजर को  सर्विस देने का कार्य करता है। बड़े बड़े कंपनी के डाटा सेण्टर में सभी यूजर को डाटा और  सर्विस देने के लिए सर्वर का उपयोग किया जाता है। सर्वर एक तरह के सेंट्रला लाइज  मशीन होती है जिससे नेटवर्क के माध्यम से अन्य कंप्यूटर को कनेक्ट किया जाता  है और यूजर द्वारा रिक्वेस्ट की जाने वाली सर्विस को उपलब्ध कराने का कार्य करता है।

सर्वर फिजिकल , वर्चुअल और सॉफ्टवेयर किसी भी तरह के हो सकते है जो यूजर को सर्वर की सर्विस देने में समर्थ हो। सर्वर किसी भी कंपनी और डाटा सेण्टर का पावर हाउस होता है जो कंपनी या संस्थान में नेटवर्क से कनेक्ट  सभी कंप्यूटर को सर्विस देने का कार्य करता है।

प्रत्येक  कंपनी में  यूजर को सर्विस देने के लिए अलग अलग प्रकार के सर्वर होते है उपयोग किया जाता है जैसे की FTP Server , DNS Server , Http Server , File Server , DHCP Server अदि। 

सर्वर का आकर कैसा होता है। Size Of the Server

अभी आपने जाना की सर्वर क्या होता है लेकिन अब आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा की आखिर सर्वर किस तरह के होते है । जैसे की हमने ऊपर जाना था की सर्वर अन्य कंप्यूटर को सर्विस देने का कार्य करता है तो इससे आप अंदाजा लगा सकते है की सर्वर के  पास एक साधारण कंप्यूटर से अधिक स्टोरेज , अधिक मेमोरी और प्रोसेस सकती होती होगी।

जब हम आपको Computer Generation बता रहे थे तो हमें एक पॉइंट पर चर्चा किया था की मैन  फ्रेम कंप्यूटर और सुपर कंप्यूटर एक तरह के बड़े सर्वर होते है और यह अन्य कंप्यूटर से बड़े और इनकी प्रोसेस और स्टोरेज क्षमता अन्य कंप्यूटर से अधिक होती है।

किसी  भी सर्वर का अकार और स्टोरेज क्षमता अन्य कंप्यूटर से अधिक होती है जैसे की हम साधारण कंप्यूटर में 4 GB  से 12 तक RAM और i3 ,I5 और  i7 प्रोसेसर का इस्तेमाल करते है है तो एक सर्वर में  12  GB से 128 TB या फिर इससे भी अधिक मेमोरी का उपयोग किया जाता है और सर्वर में  एक अन्य प्रकार के प्रोसेसर जैसे की Xeon , Intel Core ,Intel I7 I9 और  EPYC जैसे प्रोसेसर  उपयोग में लाये जाते है।

आज के एडवांस टेक्नोलॉजी में अधिकतर वर्क सभी ऑनलाइन होते  है जिसके लिए प्रोसेस करने के लिए  सर्वर की प्रोसेस क्षमता और स्टोरेज दोनों की अधिक आवश्यकता होती है। सर्वर की क्षमता और स्टोरेज इस बात पर निर्भर करता है की आप सर्वर का उपयोग किस कार्य के लिए और इससे कुल कितने कंप्यूटर को कनेक्ट करने वाले है। यदि आपका ऑफिस छोटा है तो आप अपने छोटे ऑफिस के लिए लाखो और करोडो का सर्वर इस्तेमाल नहीं करेंगे।  और बहुत बड़े कंपनी के लिए छोटे सर्वर का इस्तेमाल नहीं नहीं करोगे।

सर्वर से कितने कंप्यूटर जोड़े जा सकते है

 एक सर्वर में आप अनगिनत कंप्यूटर और अन्य डिवाइस को कनेक्ट कर सकते है लेकिन सर्वर में कंप्यूटर को कनेक्ट करने से पहले आपको उसकी क्षमता को समझना  होगा क्योकि सर्वर अलग अलग प्रकार के होते है और प्रत्येक सर्वर  की क्षमता भी कम और ज्यादा होती है यदि किसी सर्वर की क्षमता 100 कंप्यूटर को हैंडल करने की है और उससे एक साथ  1000  कंप्यूटर कनेक्ट हो जायेगे तो सर्वर पर प्रोसेस करने का भार बढ़ेगा और सर्वर स्लो कार्य करेगा और हो सकता है क्रैश भी हो जाये।

सर्वर कैसे कार्य करते है How Server Works

इस आर्टिकल में आपने अभी तक जाना की सर्वर क्या होता है (Server Kya Hai ) और सर्वर का अकार क्या होता है और इससे कितने कंप्यूटर जोड़े जा सकते है। अब आर्टिकल के शेष भाग में हम जानेगे की सर्वर कैसे कार्य करता है।

सर्वर कैसे कार्य करता है यह जानने से पहले आपको यह जानना बहुत जरुरी है की कंपनी में अलग अलग कार्य को करने के लिए अलग अलग सर्वर होते है। लेकिन इन सभी सर्वर का एक बेसिक कार्य होता है यूजर के द्वारा किये जाने वाले रिक्वेस्ट डाटा को अपने डाटाबेस में सर्च करना , प्रोसेस करना और उसे यूजर के कंप्यूटर में डिस्प्ले करना।

जब हमें किसी कार्य से सम्बंधित रिजल्ट पाने के लिए किसी वेबसाइट पर जाकर कुछ सर्च करते है तो सर्वर  जल्दी से हमें रिजल्ट दिखा  देता है लेकिन हमें यह पता नहीं होता है की हमें सर्वर इतनी जल्दी से  रिजल्ट कैसे दिखा देता है  तो इसके लिए हमें सर्वर के कार्य को अच्छे से समझने की जरुरत है और इसके लिए हम एक वेब सर्वर का उदाहरण लेते है।

  जब आप आपने कंप्यूटर या मोबाइल से किसी एक वेब ब्राउज़र के  माध्यम से किसी वेबसाइट में जाकर कुछ भी सर्च करते है तो आपकी रिक्वेस्ट सबसे पहले वेब सर्वर के डेटाबेस में जाती है जहा पर आपके द्वारा की गयी रिक्वेस्ट से सम्बंधित डाटा सर्च किया जाता है और उसके बाद उसे प्रोसेस करके आपके सामने  रिजल्ट के रूप में दिखाया जाता है। जैसे की जब आप SSC या रेलवे , बैंकिंग इत्यादि का रिजल्ट देखते है तो इसके लिए यह तकनीक काम कराती है।

सर्वर और कंप्यूटर में अंतर क्या है Difference Between Computer and Server

सर्वर क्या है (Server  Kya  Hai )और कैसे कार्य करता है इस विषय में विस्तार से  जानने के बाद अब आपके मन में एक सवाल आ  रहा होगा की जिस डेस्कटॉप  कंप्यूटर को हम  इस्तेमाल करते है और सर्वर में क्या फर्क होता है तो इन दोनों में अधिक फर्क नहीं होता है और बहुत फर्क भी होता है  क्योकि आज के एडवांस कंप्यूटर  में भी   X86/X64 बिट  प्रोसेसर और प्रोसेसर में  एक से अधिक कोर का  इस्तेमाल होने लगा है।

मतलब की आज के एडवांस कंप्यूटर को भी आप सर्वर बना सकते है। लेकिन हज़ारो और लाखो लोगो को एक साथ हैंडल करने के लिए सर्वर की आवश्यकता होती है उसे एक साधारण कंप्यूटर हैंडल नहीं कर सकता है  इसके आलावा  कुछ अन्य  बाते भी  होती है जो एक सर्वर को डेस्कटॉप से अलग करती है। यहाँ पर  हम एक साधारण कंप्यूटर और इंडस्ट्री में उपयोग होने वाले बड़े सर्वर से  तुलना करने वाले है।

साइज और वजन : डेस्कटॉप का साइज सर्वर की अपेक्षा कभी छोटा और हल्का होता है जिसे एक साधारण आदमी आराम से उठा कर दूसरी  जगह  ले जा सकता है और इसे इस्तेमाल करने के लिए  डेस्क , टेबल इत्यादि पर  रख कर आसानी से इस्तेमाल कर सकते है।  जब की सर्वर का वजन बहुत अधिक होता है जिसे आसानी से उठाया नहीं जा सकता और दूसरे जगह ले जाने और  फिक्स करने के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है और इसे रखने के लिए एक विशेष AC  से लगे रूम की आवश्यकता पड़ती है जिसे सर्वर रूम और डाटा सेण्टर कहते है।  नीचे आप एक डेस्कटॉप और सर्वर के इमेज को देख कर इसके साइज और वजन अंदाजा लगा सकते है।

Desktop Computer
Server

ऑपरेटिंग सिस्टम : डेस्कटॉप कंप्यूटर में आप क्लाइंट ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करते है जैसे की windows XP, Windows vista , Windows 8/9/10/11 और डेस्कटॉप Ubuntu आदि जब की सर्वर लिए अलग प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है जैसे की windows server 2003, windows server 2008 , windows server 2012,windows server 2016, windows server 2019 ,windows server 2022 और Unix , Linux  , Sun Solaris और Netware Operating System आदि। सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम का डिज़ाइन विशेष रूप से सर्वर के लिए किया जाता है।

CPU और RAM की क्षमता : वैसे आज के एडवांस कंप्यूटर में भी 4 GB से लेकर 16 और 32 GB तक RAM और I3 से लेकर I7 और  I9 तक ले प्रोसेसर  का इस्तेमाल किया जाता है।  डेस्कटॉप कंप्यूटर में आपको ड्यूल कोर से लेकर 8 कोर तक के CPU देखने को मिलेंगे जब की सर्वर में Xeon , Intel Core ,Intel I7 ,I9 और  EPYC और AMD और IBM के एडवांस प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है जिनके कोरो की संख्या बहुत अधिक होती है

कार्य करने की क्षमता : डेस्कटॉप कंप्यूटर में एक समय में सिर्फ एक यूजर ही कार्य कर सकता है जब की सर्वर में आप अनलिमिटेड यूजरस एक साथ कनेक्ट हो सकते  है। डेस्कटॉप कंप्यूटर को आप 24 /7 इस्तेमाल नहीं कर सकते लेकिन  सर्वर को आप बिना बंद किये सालो साल चला सकते है।

मेंटेनन्स और सपोर्ट : सर्वर में कुछ खराबी आने पर आपको प्रक्षिशित ,सर्टिफाइड और अनुभवी इंजीनियर से सपोर्ट लेना पड़ता है  और सर्वर में किसी प्रकार के  हार्डवेयर जैसे एसएमपीएस , पावर सप्लाई ,हार्ड डिस्क , CD/DVD ड्राइव , और अन्य सॉफ्टवेयर और  एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में खराबी आने पर शट डाउन किये बिना हार्डवेयर पार्ट्स बदला  और रिपेयर किया जा सकता है क्योकि सर्वर में  अधिकतर डिवाइस हॉट स्वैपयेबल होते है मतलब की आप चलते हुए सिस्टम में हार्डवेयर को लगा और निकाल सकते है  जब की डेस्कटॉप में आपको किसी भी प्रकार के हार्डवेयर में कोई बदलाब करने के लिए शटडाउन करने की जरुरत पड़ती है।

कूलिंग सिस्टम : डेस्कटॉप को इस्तेमाल करने के लिए आपको बाहर किसी तरह के कूलिंग सिस्टम जैसे की AC , कूलर , और Fan  की आवश्यकता नहीं पड़ती है क्योकि डेस्कटॉप के अंदर लगा हीटसिंक और सिस्टम फैन डेस्कटॉप कंप्यूटर को  ठंडा करने के लिए पर्याप्त होता है। जब की सर्वर में आपको एक विशेष रूम को सर्वर रूम या डाटा सेण्टर बनाना पड़ता है और उसमे AC लगाना पड़ता है जो रूम को ठंडा करने के लिए 24 /7 घंटे चलती है।

नेटवर्किंग : जैसे की पहले ही बता चुके  है की डेस्कटॉप में एक समय पर  सिर्फ एक यूजर  ही कार्य कर सकता है तो इसमें इंटरनेट को एक्सेस या किसी  सर्वर से कनेक्ट होने  के लिए LAN कार्ड और नेटवर्किंग की जरुरत पडती है।  जबकि  सर्वर को एक्सेस करने के लिए और अधिक से अधिक लोगो  को  जोड़ने की आवश्यकता पड़ती  है इसलिए सर्वर में Networking Device जैसे की स्विच, राऊटर ,हाई स्पीड से डाटा ट्रांसफर  करने के लिए फाइबर ऑप्टिक केबल और अन्य डिवाइस की आवश्यकता पड़ती है।

इलेक्ट्रिक पावर : डेस्कटॉप एक छोटे सिस्टम होते है और इनको कूल करने के लिए AC और अन्य नेटवर्किंग डिवाइस की आवश्यकता नहीं पड़ती है तो इसमें इलेक्ट्रिक पावर बहुत कम मात्रा में  खर्च होता है जब की सर्वर में इन सब डिवाइस की आवश्यकता पड़ती है इसलिए इसमें अधिक पावर की आवश्यकता पड़ती है।

कीमत : डेस्कटॉप कंप्यूटर  छोटे होते है और इनकी हार्डवेयर क्षमता भी कम  होती है इसलिए इसकी कीमत 25 हज़ार से एक   लाख तक होती है जब की एक सर्वर की कीमत 4 लाख से 1 करोड़ तक हो सकती है ,

सर्वर के प्रकार Types Of Servers

जैसे की हमने आर्टिकल के इंट्रोडक्शन में आपको बताया था की इस आर्टिकल में हम आपको सर्वर क्या है (Server  Kya Hai )से लेकर इसके कार्य ,प्रकार और क्षमता इत्यादि के बारे में बताएँगे तो इस भाग में हम आपको सर्वर के प्रकार के बारे में बताने वाले है।

Web  Server  : इस तरह के सर्वर का इस्तेमाल HTML और CSS से बने पेज को वेब ब्राउज़र से एक्सेस करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे की आप इस ब्लॉग के  कंटेंट एक्सेस कर रहे है।

Application  Server :  इस सर्वर का इस्तेमाल बिज़नेस और इंडस्ट्री में क्लाइंट के लिए एप्लीकेशन प्रोवाइड करने का कार्य करता है जैसे की Apache , oracle WebLogic ,JBoss आदि।

Proxy Server : प्रॉक्सी सर्वर एक प्रकार का इंटरमीडिएट सर्वर होता है   जिसे मैन  सर्वर और यूजर कंप्यूटर के बीच लगाया जाता है इस तरह के सर्वर को लगाने के अनेको उदेश्य होते है जैसे की मैन  सर्वर पर लोड को कम  किया जाना  और मैन  सर्वर को सिक्योरिटी देने का कार्य भी करता है।

Mail Server: यह एक तरह का एप्लीकेशन होता है जो यूजर से आने वाले सभी mail को एक्सेप्ट करता है , मेल को स्टोर करता है  और   सम्बंधित यूजर को  मेल फॉरवर्ड करने का कार्य करता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण Gmail , Yahoo mail है।

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Virtual server : आज के समय में इस तरह के सर्वर का अधिक से अधिक इस्तेमाल होने लगा है  क्योकि इसमें एक फिजिकल सर्वर के अंदर  कई अलग अलग  सर्वर को  मैनेज किया जाता है जिससे कंपनी को  महंगे हार्डवेयर की बचत  और मैनेज करने में आसानी होती है ।

Virtual Server

Print server: इस तरह के सर्वर में पेपर प्रिंटिंग से सम्बंधित कर किये जाते है।  इस तरह के प्रिंटर को नेटवर्क के माध्यम से किसी एक सर्वर से  कनेक्ट किया जाता है जो ऑफिस के सभी यूजर के प्रिंट कमांड को एक साथ हैंडल करता है यह सर्वर इतने स्मार्ट होते है की आपके द्वारा अभी दिए गए प्रिंट कमांड को schedule कर सकते है।

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Database server : कंपनी और संस्थान  के सभी प्रकार के डाटा  रिकॉर्ड जैसे की कर्मचारियों के नाम , सैलरी , कस्टमर के नाम पते , स्टोर के प्रोडक्ट की पूरी इनफार्मेशन  आदि को एक स्थान में   मैनेज करने का कार्य डाटा बेस सर्वर के द्वारा किया जाता है।

File server :  इसका मुख्य कार्य फाइल्स और डाटा को  सेंट्रल स्टोरेज और मैनेजमेंट करना होता है।  संस्थान  के नेटवर्क में किसी तरह के फाइल को जल्दी से अपलोड और डाउनलोड करने की सुविधा फाइल सर्वर देता है।

Policy server: किसी भी ऑफिस और संस्थान  में सिस्टम और सर्वर से सम्बंधित सिक्योरिटी रूल बनाने , और उन्हें अमल करने का कार्य पॉलिसी  सर्वर करता है। पॉलिसी   सर्वर कंपनी के सभी सिस्टम और अन्य सर्वर के लिए एक प्रकार के गॉर्ड का कार्य करता है और बाहरी यूजर ,Virus और हैकर से बचाने  का कार्य करता  है। 

सम्बंधित आर्टिकल : सभी सर्वर के बारे में डिटेल्स में और उदाहरण से समझने के लिए इस आर्टिकल को पढ़े

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने आपको सर्वर क्या है (Server Kya Hai ) और कितने प्रकार के होते है और कैसे कार्य करते है इस विषय में डिटेल्स में और सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया उम्मीद करते हैयह यह आर्टिकल आपको अच्छा लोग होगा तो इसे अधिक से अधिक शेयर करे और इस आर्टिकल से सम्बंधित किसी तरह के फीडबैक के लिए कमेंट करें। इसी तरह की इंट्रेस्टिंग जानकारी के लिए हमारे अन्य ब्लॉग siyaservice.com पर जाये

siya

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