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मल्टीप्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग (MPLS) नेटवर्क क्या है?

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MPLS Network In Hindi : एमपीएलएस को विस्तार से समझने से पहले हमें यह समझना बेहद जरूरी है कि इंटरनेट कैसे कार्य करता है और नेटवर्क से डाटा ट्रांसमिट कैसे होता है। जब आप मेल सेंड करते है , चैट करते है या फिर ऑनलाइन कांफ्रेंस या वीडियो कॉलिंग करते है तो डेटा पैकेट नेटवर्क में एक Router से होकर डेस्टिनेशन राऊटर और फिर होस्ट तक पहुँचता है। डाटा को एक लोकेशन से डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के लिए विभिन्न प्रकार की नेटवर्क टेक्नोलॉजी , नेटवर्किंग डिवाइस , सॉफ्टवेयर आदि का उपयोग किया जाता है उन्ही टेक्नोलॉजी में से एक MPLS टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग अधिकतर बड़े और संस्थानों द्वारा फ़ास्ट और सिक्योर तरीके से डाटा ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है।

MPLS नेटवर्क क्या है ? MPLS Network In Hindi

MPLS जिसका फुल फॉर्म मल्टीप्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग होता है। जिसका उपयोग WAN Network में टेलीकम्यूनिकेशन सर्विस और एंटरप्राइज नेटवर्क में फ़ास्ट और सिक्योर तरीके से डाटा ट्रांसमिशन करने के लिए किया जाता है। MPLS बड़े ओर्गनाइजेशन में हाई परफॉरमेंस के लिए सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सर्विस है। एमपीएलएस OSI Model डाटा लिंक लेयर और नेटवर्क लेयर में कार्य करता है , इस टेक्नोलॉजी में ट्रेडिशनल IP Routing की जगह पर लेबल के आधार पर नेटवर्क पैकेट को फॉरवर्ड करने के लिए उपयोग किया जाता है।

MPLS नेटवर्क के प्रमुख फीचर Feature Of MPLS

MPLS Network In Hindi ने एमपीएलएस के बारे में विस्तार से समझने के बाद आपको इसके प्रमुख फीचर को समझना चाहिए। नीचे आप एमपीएलएस के प्रमुख फीचर को पॉइंट्स के माध्यम से समझ सकते है।

  • Label Switching: एमपीएलएस नेटवर्क में ट्रांसमिट होने वाले प्रत्येक पैकेट को एक लेबल असाइन किया जाता है। यह लेबल नेटवर्क में एक आईडी की तरह कार्य करता है जो नेटवर्क में स्पेसिफिक रूट को रिप्रेजेंट करने का कार्य करता है। इस लेबल का उपयोग नेटवर्क से कनेक्ट राऊटर और Switch डाटा पैकेट को सही डेस्टिनेशन में फ़ास्ट और आसान तरीक़े से फॉरवर्ड करने में उपयोग करता है।
  • Label Forwarding: MPLS नेटवर्क में राऊटर को सही रूट निर्धारित करने के लिए पैकेट से अटैच्ड पूरे IP हैडर चेक करने की बजाय एमपीएलएस नेटवर्क में राउटर पैकेट से कनेक्ट लेबल को चेक करता हैं।
  • Traffic Engineering: एमपीएलएस नेटवर्क में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर बैंडविड्थ , लेटेंसी और विश्वसनीयता के आधार पर ट्रैफिक के लिए रूट निर्धारित कर सकता है। यह नेटवर्क परफॉरमेंस को ऑप्टिमाइज़ करने सही तरीका माना जाता है।
  • Virtual Private Networks (VPNs) : एमपीएलएस का उपयोग एक ही ओर्गनाइजेशन के दो ऑफिस के मध्य या अन्य ओर्गनाइजेशन के मध्य सिक्योर कम्युनिकेशन के लिए VPN Ntwork बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। एमपीएलएस-बेस्ड वीपीएन रिमोट साइटों या कस्टमर को सेंट्रल नेटवर्क से कनेक्ट करने का सिक्योर और आसान तरीका है।
  • Quality of Service (QoS): एमपीएलएस QoS फीचर को सपोर्ट करता है इसमें नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर किसी विशेष नेटवर्क ट्रैफिक (जैसे voice या video) को अधिक प्रायोरिटी देकर ट्रांसमिशन को आसान बना सकता है।

निष्कर्ष

एमपीएलएस नेटवर्क का उपयोग आमतौर पर टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी , ISP ( Internet Service Provider ) और बड़े एंटरप्राइज द्वारा अपने नेटवर्क पर ट्रैफ़िक को सही तरीके से रूट, मैनेज और बेस्ट परफॉरमेंस के लिए उपयोग किया जाता है। MPLS नेटवर्क ट्रेडिशनल IP network की तुलना में बेहतर परफॉरमेंस , फ्लेक्सिबल होते है।

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siya

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