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Internet Service Provider (ISP) क्या है ? इसके प्रकार और कार्य?

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क्या आपको ISP के बारे में डिटेल्स जानकारी है जैसे की ISP Kya Hai , कितने प्रकार की होती है और इसके प्रमुख फीचर और कार्य क्या है। यदि आपको आईएसपी के बारे में डिटेल्स जानकारी चाहिए तो यह आर्टिकल आपके लिए बेस्ट हो सकता है। इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) उन सभी जगहों पर कार्य करता है जहा पर यूजर इंटरनेट का उपयोग कर सकता है। ISP सब्सक्रिप्शन प्लान के अनुसार यूजर को इंटरनेट की स्पीड और अन्य प्रकार की सर्विसस उपलब्ध कराता है।

आईएसपी क्या है ? ISP Kya Hai

Internet Service Provider (ISP) एक कंपनी या ओर्गनाइजेशन है जो पर्सनल ,बिज़नेस या अन्य संस्थाओ को इंटरनेट की सुविधा देने का कार्य करती है। ISP का मुख्य कार्य यूजर को ग्लोबल नेटवर्क से कनेक्ट करना होता है जिससे वह कंप्यूटर , वेबसाइट ,Server आदि से कनेक्ट होकर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सके। ISP की मदद से यूजर वेबसाइटों को एक्सेस कर सकता है , ईमेल सेंड और रिसीव कर सकता है , मीडिया स्ट्रीम करने और अन्य ऑनलाइन एक्टिविटी में भागीदार बन सकता है।

ISP का इतिहास

सबसे पहला इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) ‘Telenet’ था जिसे सबसे पहले 1974 में लांच किया गया था। Telenet को सबसे पहला कमर्शियल नेटवर्क माना जाता है। जब इंटरनेट की बात आती है, तो ‘The World’ पहला इंटरनेट सेवा प्रदाता था, जिसे 1989 में लॉन्च किया गया था। और भारत में इंटरनेट की सुरूवात विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा 15 अगस्त 1995 में किया गया था।

आज के समय में अनेको इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP ) है लेकिन इंटरनेट के इतिहास पर नजर डाला जाये तो हम पहले डायल-अप इंटरनेट का इस्तेमाल करते थे लेकिन आज हम इस से काफी आगे निकल चुके हैं। जो व्यक्ति पहले के समय में इंटरनेट से कनेक्ट होते थे , उनके पास डायल अप कनेक्शन ही एक मात्र ऑप्शन होता था। यूजर को इंटरनेट से कनेक्ट होने किये कंप्यूटर को फ़ोन लाइन से कनेक्ट करना पड़ता था और मॉडेम का उपयोग करना पड़ता था। इस टेक्नोलॉजी में इंटरनेट स्पीड बहुत स्लो रहती थी (लगभग 56 Kbps) और अक्सर डाउन रहती थी।

जैसे-जैसे तकनीक एडवांस हुई, इंटरनेट की स्पीड , फ़ीचर में भी बहुत सुधार हुआ। आज के समय में ISP ने ब्रॉडबैंड , DSL , फाइबर आदि कनेक्शन उपलब्ध कराना शुरू कर दिए है , ये कनेक्शन डायल अप की तुलना में बहुत फ़ास्ट होते इंटरनेट के साथ होस्टिंग ईमेल अकाउंट आदि सुविधाएं देते है।

Internet Service Provider के प्रकार

ISP पूरी दुनिया में इंटरनेट की सर्विस देने का कार्य करती है। इंटरनेट को सही तरीके से कार्य करने के लिए इंटरनेट को कई केटेगरी में बांटा गया है। इनमे से कुछ ISP कंपनीया बड़े क्षेत्र को इंटरनेट की सर्विस देती है तो कुछ सीमित क्षेत्र तक । ISP को नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर के आधार पर कई Tier केटेगरी में विभाजित किया गया है। ISP के टियर 1, टियर 2 और टियर 3 में विभाजित करने से इनके इंफ्रास्ट्रक्चर को समझना आसान हो जाता है।

  • Tier 1
  • Tier 2
  • Tier 3
Internet Service Provider

Tier 1 ISPs:

इंटरनेट की दुनिया में टियर 1 ISP को सबसे टॉप लेवल का इंटरनेट केटेगरी होती है। इसका इंटरनेट पूरी दुनिया में एक बड़े स्तर पर कार्य करता है और इसे इंटरनेट उपयोग करने के लिए अन्य किसी को कोई सर्विस चार्ज देना नहीं पड़ता है। इसमें एक टियर 1 नेटवर्क डायरेक्टली दूसरे टियर 1 से कनेक्ट होकर अपने इंटरनेट का विस्तार करते है। AT&T, Verizon, CenturyLink, और NTT कम्युनिकेशन्स टियर 1 के प्रमुख उदाहरण है .

Tier 2 ISPs:

टियर 2 आईएसपी आमतौर पर रीजनल और नेशनल लेवल पर कार्य करते है लेकिन ग्लोबल नेटवर्क से कनेक्ट होने के लिए टियर 1 पर निर्भर रहते है। इस प्रकार के ISP टियर 1 आईएसपी के साथ मिलकर कार्य करते है लेकिन ग्लोबल से कनेक्ट होने के लिए टियर 1 ISP को ट्रांजिट फ़ीस अदा करते है। टियर 2 आईएसपी Tier 1 ISP और Tier 3 ISP के मध्य कार्य करता है। यह मुख्य रूप से बडे बिज़नेस और ओर्गनाइजेशन को इंटरनेट की सर्विस देते है।

उदाहरण:- Airtel, Idea, Vodafone, BSNL, JIO

Tier 3 ISPs:

Tier 3 ISP मुख्य रूप से लोकेशन या छोटे स्तर पर इंटरनेट की सर्विस उपलब्ध कराने का कार्य करते है। इस प्रकार के ISP इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए हमेशा Tier 1 ISP और Tier 2 ISP पर निर्भर रहते है। टियर 3 आईएसपी विशेष रूप से शहरों या ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की सर्विस प्रदान कर सकते हैं।

भारतीय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर नाम लिस्ट

  1. Bharti Airtel Limited
  2. Reliance JIO Infocomm Limited
  3. Vodafone Idea Ltd.
  4. Bharat Sanchar Nigam Lt
  5. Reliance Communications Ltd.
  6.  Mahanagar Telephone Nigam Ltd.
  7. Reliance Telecom Limited

ISP द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली Services

अभी तक आपने जाना की ISP Kya Hai .आईएसपी विभिन्न प्रकार के इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है जिन्हे आप नीचे आसानी से समझ सकते है।

  • Dial-Up: यह इंटरनेट उपयोग करने की बहुत पुरानी और स्लो टेक्नोलॉजी है। डायल अप कनेक्शन से इंटरनेट को एक्सेस करने के लिए टेलीफोन लाइन का उपयोग किया जाता था। ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन आने से इसका उपयोग बहुत कम हो गया है।
  • Broadband: ब्रॉडबैंड कनेक्शन हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस की सुविधा प्रदान करते हैं और इसमें डिजिटल सब्सक्राइबर लाइन (डीएसएल), केबल, फाइबर-ऑप्टिक और वाई-फाई या 4जी/5जी जैसे वायरलेस कनेक्शन जैसी विभिन्न टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया हैं। ब्रॉडबैंड कनेक्शन डायल-अप की तुलना में बहुत फ़ास्ट होते हैं और इंटरनेट को बड़े और हाई स्पीड ऑफिस या ओर्गनाइजेशन में उपयोग किया जा सकता है ।
  • Fiber-optic: फ़ाइबर-ऑप्टिक कनेक्शन एक प्रकार का ब्रॉडबैंड इंटरनेट है जिसमे डाटा ट्रांसमिट करने के लिए लाइट सिग्नल का उपयोग किया जाता है। फाइबर ऑप्टिक के उपयोग से बड़े डाटा को हाई स्पीड और लो लेटेंसी के साथ आसानी से ट्रांसमिट किया जा सकता है।
  • Cable: केबल इंटरनेट में टेलीविज़न केबल के माध्यम से डाटा ट्रांसमिट किया जाता है , इसमें ट्रांसमिशन मीडिया के रूप में Coaxial Cable का उपयोग किया जाता है। केबल इंटरनेट कनेक्शन में डाउनलोड स्पीड अच्छी रहती है जबकि अन्य ब्रॉडबैंड कनेक्शन की तुलना में अपलोड स्पीड स्लो रहती है।
  • DSL : Digital Subscriber Line एक ऐसी तकनीक है जिसमे ट्रेडिशनल टेलीफोन लाइनों का उपयोग करके यूजर को इंटरनेट से कनेक्ट करने की सुविधा देता है । ऐसा माना जाता है की DSL इंटरनेट कनेक्शन की स्पीड आपके लोकेशन और आईएसपी ऑफिस की दूरी पर निर्भर करता है। यदि आईएसपी ऑफिस पास होगा तो स्पीड फ़ास्ट होगी और यदि आईएसपी ऑफिस दूर होगा तो स्पीड स्लो होगी।
  • Wireless: कुछ आईएसपी वायरलेस टेक्नोलॉजी के माध्यम से इंटरनेट एक्सेस की सुविधा प्रदान करते हैं, जैसे फिक्स्ड वायरलेस या सैटेलाइट कनेक्शन। इन ऑप्शन का उपयोग अक्सर ग्रामीण या दूरदराज के क्षेत्रों में किया जाता है जहां वायर्ड कनेक्शन से इंटरनेट की सुविधा देना संभव नहीं होता है।

आईएसपी के प्रमुख फीचर्स एवं विशेषताएं

ISP Kya Hai को अच्छे से समझने के बाद इंटरनेट आईएसपी के प्रकार को समझना बेहद जरूरी है। इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर अनेको प्रकार की सर्विस उपलब्ध कराता है जो यूजर और ओर्गनाइजेशन को इंटरनेट से कनेक्ट करने का कार्य करता है। ISP सर्विस और फीचर के अनुसार अलग अलग सर्विस उपलब्ध करा सकता है।

इंटरनेट एक्सेस: ISP का मुख्य कार्य यूज़र्स को इंटरनेट से कनेक्ट करना है। इसके लिए वह विभिन्न तकनीकों जैसे डीएसएल, केबल, फाइबर-ऑप्टिक, सैटेलाइट, वायरलेस या डायल-अप कनेक्शन आदि का उपयोग कर सकता है।

बैंडविड्थ: आईएसपी विभिन्न प्रकार की बैंडविड्थ या इंटरनेट स्पीड पर कार्य करता हैं। यूजर अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अलग-अलग डाउनलोड और अपलोड स्पीड वाले प्लान्स को चुन सकता हैं।

ईमेल सर्विस : कई आईएसपी अपने ग्राहकों को ईमेल अकाउंट बनाने और उपयोग करने की सुविधा देते है। अक्सर आईएसपी इन ईमेल सर्विस में स्पैम फ़िल्टरिंग, एंटीवायरस सुरक्षा और वेबमेल एक्सेस जैसे फीचर शामिल होते हैं।

वेब होस्टिंग: कुछ आईएसपी वेब होस्टिंग सेवाएँ प्रदान करते हैं, जिससे कस्टमर को अपने सर्वर पर वेबसाइट और वेब एप्लिकेशन होस्ट करने की सुविधा मिलती है। इसमें अक्सर डोमेन रजिस्ट्रेशन और वेबसाइट मैनेजमेंट जैसे टूल्स शामिल रहते हैं।

ऑनलाइन सुरक्षा: आईएसपी यूज़र्स को ऑनलाइन अटैक से बचाने के लिए एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर, फ़ायरवॉल और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN ) जैसी सुरक्षा सुविधाएँ प्रदान कर सकते हैं।

टेक्निकल सपोर्ट: आईएसपी आमतौर पर इंटरनेट कनेक्टिविटी, ईमेल और अन्य सर्विस में आने वाली प्रॉब्लम का सॉलूशन्स देने के लिए कस्टमर सपोर्ट सर्विस की सुविधा भी देते हैं। इसमें फ़ोन सपोर्ट , ऑनलाइन चैट या ईमेल सपोर्ट आदि शामिल हो सकते है।

स्टेटिक आईपी एड्रेस: कुछ आईएसपी उन बिज़नेस यूज़र्स के लिए स्टेटिक आईपी एड्रेस उपलब्ध कराते हैं जिन्हें वेबसाइट होस्ट करने या रिमोट एक्सेस जैसे कार्यों के लिए एक कांस्टेंट आईपी एड्रेस की आवश्यकता होती है।

सामग्री फ़िल्टरिंग: आईएसपी कुछ वेबसाइटों या कंटेंट केटेगरी तक पहुंच को रिस्ट्रिक्ट करने के लिए पैरेंटल कण्ट्रोल या कंटेंट फ़िल्टरिंग जैसे फीचर भी उपलब्ध कराते हैं।

क्लाउड स्टोरेज: कुछ आईएसपी क्लाउड स्टोरेज सुविधा भी देते है , जिससे यूज़र्स डाटा को ऑनलाइन स्टोर और एक्सेस कर सकता है।

डीएनएस सर्विस: आईएसपी आमतौर पर डोमेन नाम को आईपी पते में ट्रांसलेट करने के लिए डोमेन नाम सिस्टम (डीएनएस) सर्वर प्रदान करते हैं, जिससे इंटरनेट को आसानी से उपयोग किया जा सकता है।

ऊपर बताई गयी सर्विसस में इंटरनेट प्रोवाइडर लोकेशन ,सब्सक्रिप्शन प्लान के आधार पर भिन्न हो सकती है। ISP की सर्विस लेने से पहले यूजर को अपनी आवश्यकताओ को अच्छे से समझना चाहिए और उसी के अनुसार प्लान लेना चाहिए।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने ISP Kya Hai से लेकर इससे सम्बंधित अन्य टॉपिक पर विस्तार से चर्चा किया है। आईएसपी कस्टमर से विभिन्न प्रकार के सर्विस ,सर्विस प्लान , स्पीड और फीचर के अनुसार मंथली चार्ज करते है। ISP इंटरनेट कनेक्शन के आलावा वॉइस कालिंग , ईमेल अकाउंट , वेब होस्टिंग , टेक्निकल सपोर्ट की सर्विस देते है। आईएसपी किसी विशेष व्यक्ति के डिवाइस या बिज़नेस में उपयोग होने वाले डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट करने का काम करता है। आज मॉर्डन टेक्नोलॉजी में ISP सबसे आवश्यक पार्ट बन गया है

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siya

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