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HTTP full form

HTTP और HTTPS क्या होता है कैसे काम करता है

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अपने एचटीटीपी (http) का नाम बहुत बार सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है की HTTP फुल फॉर्म (HTTP full form)क्या होता है और यह किस काम में आता है और इसका वेबसाइट से क्या सम्बन्ध होता है

इस आर्टिकल को पढ़ने से पहले आपके दिमाग में बहुत सारे सवाल उठ रहे होंगे तो आप टेंशन मत ले आज इस आर्टिल्स के माध्यम से हम http और https से सम्बंधित सभी सवालो के जवाब देंगे और उम्मीद करते है की इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको http से सम्बंधित सभी जवाब मिल जायेंगे।

HTTP का फुल फॉर्म क्या होता है (HTTP Full Form)

http का फुल फॉर्म (http full from = Hyper Text Transfer Protocol) हाइपरटेक्स्ट टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल होता है और यह एक एप्लीकेशन प्रोटोकॉल होता है जिसका उपयोग www यानि की world wide web में डाटा कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जाता है

इसकी सहायता से वेब ब्राउज़र (Web Browser) का उपयोग कर के आप सर्वर (Server) से डाटा जैसे की इमेज, वीडियो ,ऑडियो इत्यादि को इंटरनेट की सहायता से आदान प्रदान कर सकते है।

HTTP Full Form
H – Hyper

T – Text

T – Transfer

P – Protocol

सबसे पहला सवाल ये आता है की एचटीटीपी HTTP को अपने कहा देख सकते है या फिर देखा होगा। जब कभी भी आप अपने मोबाइल या फिर कंप्यूटर से किसी वेबसाइट को जैसे की Facebook , YouTube या फिर google को सर्च करते है तो वेबसाइट के सबसे पहले आपको http या फिर https देखने को मिलेगा जैसे की आप नीचे की स्क्रीन में देख सकते है।

Http Full Form

इसे भी जानें

आजकल के ब्राउज़र ( web Browser) में आपको एचटीटीपी HTTP या फिर https टाइप करने की जरुरत नहीं पड़ती है यह अपने आप आपके वेबसाइट के अनुसार लिख जाता है

जिस वेबसाइट को आप ब्राउज़र में सर्च करना चाहते है यदि वो वेबसाइट http में बनायीं गयी है तो ब्राउज़र आटोमेटिक वेबसाइट (Browser Automatic Website) के पहले http लिख देगा यदि आपकी वेबसाइट https में बनायीं गयी है तो वेब ब्राउज़र आटोमेटिक (Browser Automatic Website) https लिख देगा

http कैसे काम करता है

अभी हमने जाना की एचटीटीपी क्या होता (What is http) है अब इस स्टेप ने हम जानेगे की एचटीटीपी काम कैसे करता है (How works http)। http सर्वर कर क्लाइंट कम्युनिकेशन के मॉडल (Server client Communication) पर वर्क करता है मतलब ये की क्लाइंट कंप्यूटर (Client Computer) और वेब सर्वर (Web Server)के बीच कम्युनिकेशन कराने का काम करता है।

http एप्लीकेशन लेयर प्रोटोकॉल (Application Layer Protocol) पर काम करता है। जब कोई यूजर किसी वेब ब्राउज़र को ओपन कर के वेबसाइट को URL में लिखता है तो इसकी रिक्वेस्ट वेब सर्वर (Request in Web server) में इंटरनेट के द्वारा जाती है और सर्वर क्लाइंट के द्वारा Request किये गए डाटा को Client को Send कर देता है।

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http Error कोड क्या है ?

इंटरनेट का उपयोग करते समय आपके सामने कभी कभी स्क्रीन में Error massage दिखाई देने लगता है। Error massage के साथ उसका कोड भी लिखा होता है लेकिन हमें error massage के बारे में जानकारी न होने से हम कुछ समझ नहीं पाते है की वास्तव में वेब सर्वर में ऐसी क्या प्रॉब्लम आ गयी है।

Error massage को देख कर वेब डेवलपर Web Developer (जो वेबसाइट को बनाते है ) वेबसाइट में आ रही समस्या को आसानी से समझ सकता है क्योकि उसे वेबसाइट के स्क्रीन में लिखे हर एक massage और Error कोड का मतलब समझ में आता है। http में आ रही हर एक समस्या को समझने के लिए Error कोड बनाये गए है जिससे वेबसाइट में आ रही problem को आसानी से समझा जा सके और उसका जल्दी से समाधान निकला जा सके।

इसे भी जानें

http से सम्बंधित कुछ Error कोड

  • 400 bad file request इस तरह का Error तब आता है जब क्लाइंट मतलब आपके साइड से URL को टाइप करनेकिसी प्रकार की गलती हो जाती है जैसे की URL की साइज का बड़ा होना या फिर spelling Mistake होने पर ऐसे Error massage आते है।
  • 401 Unauthorized इस तरह का massage तब आता है जब आपको किसी वेबसाइट में यूजरनाम और पासवर्ड से लॉगिन करना है और अपने इनमे से कुछ गलत इनफार्मेशन को टाइप किया। जैसे की आप इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे है और अपने गलत पासवर्ड डाला तो आपके सामने ये massage आ सकता है
  • HTTP status 403 – Forbidden इस तरह का Error massage तब आता है जब आपको किसी वेबसाइट में कुछ भीAccess करने का परमिशन नहीं है और आप उसे Access करने की कोशिश करते है। इस तरह का कार्य वेबसाइट को अधिक सिक्योरिटी देने के लिए किया जाता है।
  • HTTP status 404 – Not Found 404 का Error आपको वेबसाइट में बहुत अधिक देखने को मिलेगा सर्वर में यह Error तब आता है जब आपके द्वारा Request की गयी फाइल या डाटा सर्वर (Data Server) में उपलब्ध न हो या फिर कही दूसरे जगह move कर दी गयी हो या डिलीट कर दी गयी हो।
  • HTTP Error 408 – Request Timeout Request time out का massage तब आता है जब आपके द्वारा Request किये गए डाटा को send करने में server अधिक टाइम ले लेता है। यह massage आपके सिस्टम या सर्वर के slow चलने पर या फिर आपके द्वारा सर्च की गयी फाइल का साइज बड़ा होने पर या फिर इंटरनेट की स्पीड slow होने पर ये massage आते है।
  • HTTP status 429 – Too Many Requests जब आप वेब सर्वर पर एक साथ बहुत सारी Request को एक साथ भेजते है तो सर्वर सभी request को एक साथ हैंडल नहीं कर पता है।
  • HTTP status 500 – Internal Server Error जब वेब सर्वर के (main configuration file in web server) फाइल में कुछ कोड के गलत होने पर या फिर कोड के सही से execute न होने की स्थित में इस तरह के Error आते है

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https क्या है (What Is https) ?

https full form की बात की जाए तो इसका फुल फॉर्म hyper text transfer protocol secured होता है यह http की तुलना में सर्वर और client के बीच में बहुत secure communication कराता है ।Web Brower से webserver server से communication करने के लिए यह 443 port number के साथ SSL (secure socket layer ) का इस्तेमाल करता है।

HTTPS Full Form
H – Hyper

T- Text

T – Transfer

P – Protocol

S – Secured

SSL क्या है और SSL का Full Form क्या है?

अभी हमने ऊपर जाना की SSL का फुल फॉर्म (SSL Full Form) Secure socket layer होता है और इसे वर्ष 1990 विकसित किया गया था है. यह एक standard security protocol है जिसे Netscape ने developed किया है इसका उपयोग web server और web browser के बीच encrypted Data Communication के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

अब बात करते है की इसके फायदे क्या होते है (Benefit of SSL )। जब हम http का इस्तेमाल करते है तो हमारा डाटा सिंपल plain फॉर्मेट में send होता है जिससे डाटा के चोरी होने का डर रहता है लेकिन https के द्वारा secure socket layer का इस्तेमाल कर के हम अपने डाटा को security से साथ कही भी भेज सकते है।

आज कल सभी कंपनी और वेबसाइट इसका उपयोग करने लगी है आपको पता कैसे चलेगा की कौन सी वेबसाइट SSL का इस्तेमाल करती है तो जब आप वेब ब्राउज़र से उस वेबसाइट का नाम URL (Uniform Resource Locator) में डालोगे तो उस वेबसाइट के नाम के पीछे https लिख कर आएगा तो आप समझ लिए इस वेबसाइट ने secure Socket layer का इस्तेमाल किया है।

https काम कैसे करता है (How Http works)

http के द्वारा डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान में send करने के लिए server data को plain format में भेजता है मतलब की इसमें डाटा को भेजने के लिए किसी भी के encryption and Decryption technology का इस्तेमाल नहीं किया जाता है

जिससे hacker इस तरह की वेबसाइट से आपके डाटा को आसानी से चुरा सकता है और आपके वेब सर्वर को भी हैक कर सकता है इसलिए http को और secure करने के लिए https का इस्तेमाल किया जाता है।

क्या https Secure है ? (Is Https Secure)

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https के द्वारा जब डाटा को internet से एक स्थान से दूसरे स्थान में भेजा जाता है तो डाटा को send करने से पहले उसे encrypt करके भेजा जाता है जिससे hacker आसानी से encrypted डाटा को decode नहीं कर पता है और आपका डाटा दूसरे स्थान में आसानी से पहुंच जाता है।

आज कल कम्पनिया अपने सभी important डाटा को https प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करने लगी है इंटरनेट पर ज्यादातर वेबसाइट https protocol का ही इस्तेमाल करती है जैसे की आप इसी वेबसाइट को देख सकते है और भी अन्य वेबसाइट है जैसे की Facebook , google.com , Instagram , YouTube इत्यादि।

http और https में क्या अंतर है ?

HttpHttps
http की सुरुवात http:// से होती हैhttps की सुरुवात https:// से होती है
plain फॉर्मेट में डाटा को एक स्थान में भेजता है यह किसी भी प्रकर के encryption And decryption technology का इस्तेमाल नहीं करता हैयह डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान में भेजने से पहले डाटा को encrypt करके भेजता है है यह encryption and decryption technology का इस्तेमाल करता है
यह by defaults port नंबर 80 का इस्तेमाल करता हैयह Port नंबर 443 का इस्तेमाल करता है
इसमें किसी भी प्रकार के सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं पड़ती है।इसमें Security Certificate की जरुरत पड़ती है।
कोई भी हैकर इस वेबसाइट को आसानी से हैक कर सकता हैहैकर इस वेबसाइट को आसानी से हैक नहीं कर सकता है
इस तरह की वेबसाइट को बनाने में खर्च कम आता हैइस तरह की वेबसाइट को बनाने में खर्च थोड़ा अधिक आता है क्योकि इसके लिए आपको security Certificate को खरीदना पड़ता है।
इंटरनेट में इस तरह की वेबसाइट आपको बहुत कम देखने को मिलेंगीआज कल सभी वेबसाइट में https का ही इस्तेमाल किया जाता है

निष्कर्ष और अंतिम सन्देश

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Http और https क्या होता है और इसका फुल फॉर्म,क्या होता है (http full form) इसके बारे में समझने की कोशिश किया और यह कैसे काम करता है और यह किस भी वेबसाइट के लिए कितना उपयोगी है , औरअंत में हमने htt और https में अंतर भी देखा ,

उम्मीद करते है इस आर्टिकल द्वारा दी दी गयी जानकरी आपको समझ आ गई होगी. अगर इस आर्टिकल (http full form या अन्य टेक्निकल non टेक्निकल से सम्बंधित कोई भी जानकारी आपको चाहिए तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं.

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siya ram

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