यदि आप टेक्निकल के बारे में रूचि रखते है तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है क्यों कि इस आर्टिकल में हम आपको WWW के बारे में बताने वाले है। www से सम्बंधित सवाल जैसे की , www kya hai, www Full Form , www का यूज़ आदि से सम्बंधित सवाल अक्सर एग्जाम और इंटरव्यू में पूछ लिए जाते है। जब आप किसी वेबसाइट को मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउज़र में सर्च करते है या किसी वेबसाइट पर जाते है तो आपको वेबसाइट नाम के पहले WWW लगाना पड़ता है अब सवाल आता है की www kya hai और इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है तो इसके लिए पूरा आर्टिकल पढ़े।
WWW क्या है
वर्ल्ड वाइड वेब एक इंटरनेट आधारित ग्लोबल इनफार्मेशन सिस्टम है ,वेब एक प्रकार का सिस्टम है जो हाइपर टेक्स्ट से लिंक डॉक्यूमेंट को इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध कराने का कार्य करता है । हम वेब ब्राउज़र की मदद से इंटरनेट पर उपलब्ध वेब पेज जैसे की इमेज , ऑडियो , वीडियो , डॉक्यूमेंट और अन्य मल्टीमीडिया को एक्सेस कर सकते हैं और हाइपरलिंक्स का उपयोग करके उनके बीच नेविगेट भी कर सकते हैं। वर्ल्ड वाइड वेब को मनुष्य के विकास के रूप में देखा जा सकता है जिसकी मदद से लोग अपनी जानकारी , आईडिया आदि को दूर बैठे लोगो तक आसानी से पंहुचा सकते है।

वेब एक बेस्ट और पॉपुलर इंटरनेट सेवा है, जो इंटरनेट पर किसी भी अन्य सेवा की तुलना में उच्च क्वालिटी के डेटा (जैसे टेक्स्ट इमेज , ऑडियो, वीडियो आदि ) तक आसानी से पहुंच बना सकते ।
वर्ल्ड वाइड वेब का इतिहास
www kya hai जानने के बाद आपको यह जाना बेहद जरूरी है की इसका अविष्कार कब , कैसे और कहा किया गया था।WWW का इतिहास Tim Berners-Lee से लिया गया है टीम बेर्नेर्स ली ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद एक कंप्यूटर साइंटिस्ट के रूप में CERN में काम करने लगे। एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में जिनेवा, स्विट्जरलैंड के पास बड़ी प्रयोगशाला थी
। Tim Berners-Lee ने महसूस किया कि कोई नेटवर्क न होने के कारण वह अपने डॉक्यूमेंट , एक्सपेरिमेंट इत्यादि को दूसरो के साथ शेयर नहीं कर पाते थे। 1989 में टिम बर्नर्स ली द्वारा कॉमन नेटवर्क के सम्बन्ध में एक प्रपोज़ल रखा गया जिसका नाम Information Management रखा गया लेकिन इस प्रपोजल को CERN. द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया।
1990 में web पर शुरुवाती काम स्टार्ट किया गया और वेब के लिए तीन फंडामेंटल तकनीक HTML, URI और HTTP को लिखा गया और 1990 के अंत तक पहला वेब पेज ओपन इंटरनेट पर उपलब्ध कराया गया था।
1991 में, वेब कम्युनिटी को CERN से बाहर रहने वाले लोगों को भी इसे एक्सेस करने दिया गया। 1994 में, वर्ल्ड वाइड वेब कंसोर्टियम की स्थापना की गई थी, यह एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय है जो ओपन वेब मानकों को विकसित करने के लिए कार्य करता है। आज के समय में सभी लोग Web 2.0 वर्शन का इस्तेमाल करते है और Web 3.0 का इस्तेमाल मशीन बेस डाटा वेब के लिए किया जाता है।
वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है
अभी तक आपने जाना की www kya hai और इसका इतिहास अब आप जानेगे की WWW कार्य कैसे करता है। वर्ल्ड वाइड वेब क्लाइंट और सर्वर मॉडल पर कार्य करता है। वेब सर्वर एक विशेष सॉफ्टवेयर और हाई कॉन्फ़िगरेशन हार्डवेयर से तैयार किया जाता है जो HTTP (Hypertext Transfer Protocol) और अन्य प्रोटोकॉल के साथ कार्य करके यूजर द्वारा रिक्वेस्ट किये गए डाटा को वर्ल्ड वाइड वेब में उपलब्ध कराने का कार्य करता है।
वेब सर्वर सभी प्रकार के डाटा जैसे की इमेज , टेक्स्ट , वीडियो , ऑडियो आदि को स्टोर करके रखता है और डाटा को यूजर द्वारा एक्सेस किये जाने पर उपलब्ध कराने का कार्य करता है। यूजर इंटरनेट के माध्यम से डाटा को एक्सेस करने के लिए जिस कंप्यूटर का इस्तेमाल करता है उसे क्लाइंट कहते है और जहा से डाटा क्लाइंट कंप्यूटर में आता है उसे वेब सर्वर कहते है।

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World Wide Web फीचर
आज के समय में इंटरनेट पर डाटा की संख्या कितनी अधिक हो गयी है की आप किसी भी सवाल का एक से अधिक और जल्दी तरीके से उत्तर पा सकते है।
- WWW एक सर्च टूल है जिसकी मदद से इंटनेट पर उपलब्ध किसी भी जानकारी को फ़ास्ट तरीके से सर्च और प्राप्त कर सकते है। WWW हाइपर टेक्स्ट टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है।
- WWW में यूजर को सही और आसानी से इनफार्मेशन को एक्सेस करने के लिए वेब पेज में टेक्स्ट , इमेज , ऑडियो और वीडियो आदि का इस्तेमाल किया जाता है
- Web को क्रॉस प्लेटफॉर्म में आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है मतलब की एक कंप्यूटर में तैयार किया गया वेब पेज या कोड किसी अन्य सिस्टम और ऑपरेटिंग सिस्टम में आसानी से चलाया और एक्सेस किया जा सकता है।
- WWW से डिजाइन वेब साइट डायनामिक होती है जिसे जरुरत पड़ने पर कोड को कभी भी अपडेट या चेंज किया जा सकता है।
- वेब आधारित वेबसाइट में इंटरैक्टिव फीचर होता है जिसे एक वेब पेज से हाइपरलिंक के माध्यम से दूसरे वेब पेज से लिंक किया जाता है।
वर्ल्ड वाइड वेब और इंटरनेट में क्या अंतर है
अभी तक आपने जाना की www kya hai ,WWW कैसे कार्य करता है और इसका इतिहास क्या है। अब आप जानेगे की वर्ल्ड वाइड वेब और इंटरनेट में क्या अंतर है।
कुछ लोग इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब दोनों की सर्विस को एक सामान समझते है लेकिन ऐसा नहीं है ये समझने में एक जैसे लगते है लेकिन दोनों में बहुत अंतर होता है। इंटरनेट WWW से बिल्कुल अलग तरीके से कार्य करता है। इंटरनेट एक प्रकार का नेटवर्क है जो कंप्यूटर , लैपटॉप , स्मार्टफोन को दुनिया के अन्य डिवाइस के बीच डाटा को सेंड और रिसीव करने , चैटिंग करने आदि जैसे कार्य करता है। उदाहरण के लिए यदि आप किसी को ईमेल या ऑनलाइन चैटिंग करते है तो आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे है।
लेकिन जब आप कंप्यूटर ब्राउज़र की मदद से किसी वेबसाइट को ओपन करते है तो World Wide Web का इस्तेमाल करते है। आप अपने कंप्यूटर से ब्राउज़र की मदद से वेब पेज की रिक्वेस्ट करते है और सर्वर आपके रिक्वेस्ट के अनुसार सर्वर से वेब ब्राउज़र पर वेबपेज उपलब्ध कराता है। जो ब्राउज़र का इस्तेमाल करके वेब पेज की रिक्वेस्ट करता है उसे क्लाइंट कहते है और जो पेज पेज को स्टोर करके रखता है उसे वेब सर्वर कहते है
वर्ल्ड वाइड वेब कितने प्रकार के होते है
अभी तक आपने जाना की www kya hai , यह कैसे कार्य करता है और इसका इतिहास लेकिन क्या अभी तक आपको इसकी जानकारी है कि वेब कितने प्रकार के होते है। वेब के प्रकार को नीचे अच्छे से समझ सकते है
वर्ल्ड वाइड वेब एक विशाल नेटवर्क का समूह है जिसमे लाखो और करोडो वेबसाइट का डाटा उपलब्ध रहता है। वेब को मुख्यतः दो भागो में surface web और deep web में बांटा गया है लेकिन डीप वेब का एक पार्ट जिसे dark web , dark net और Black Net के नाम से भी जाना जाता है .नीचे आप सभी वेब को संक्षिप्त में जान सकते है।
surface web क्या है
यह वर्ल्ड वाइड वेब का पहला हिस्सा होता है इंटरनेट पर उपलब्ध सभी वेबसाइट में इसका लगभग 4 % हिस्सा होता है। इस तरह की वेबसाइट के डाटा को किसी भी सर्च इंजन और वेब ब्राउज़र की मदद से आसानी से खोजा जा सकता है। google , Facebook , instagam, whatsApp और YouTube जैसे करोड़ो वेबसाइट सरफेस वेब की लिस्ट में आते है। साधारण शब्दो में कहे तो वो वेबसाइट जिन्हे साधारण नेटवर्क की मदद से किसी भी सर्च इंजन google , Yahoo, Ask.com आदि से सर्च किया जा सकता है।
deep web क्या है
वर्ल्ड की लगभग 96 % वेबसाइटस डीप वेब के अंतर्गत आती है जो पूरी तरह से पब्लिक यूजर के लिए हाईड होती है जिसे गूगल या किसी अन्य वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस नहीं किया जा सकता है। इस तरह की वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए विशेष टेक्निकल नॉलेज , सॉफ्टवेयर टूल्स और कॉन्फ़िगरेशन की आवश्यकता पड़ती है।
इस तरह के वेबसाइट में यूजर को एक्सेस पाने के लिए विशेष परमिशन कि आवश्यकता होती है , गोवेर्मेंट रिकॉर्ड , बैंकिंग डिटेल्स , मेडिकल , रिसर्च के दस्तावेज , डिफेन्स दस्तावेज , सीक्रेट डॉक्यूमेंट और स्पेस रिसर्च जैसा डाटा शामिल होता है . डीप वेब का अधिकतर डाटा सरकार के अधिकृत रहता है।
Dark web क्या है
इस तरह कि वेबसाइट के बारे में मूवी , समाचार आदि में सुना जरूर होगा . डार्क वेब डीप वेब का ही हिस्सा होता है। इस तरह की वेबसाइट को आम आदमी, सर्च इंजन और गवर्मेंट की नज़रो से बचा कर चलाया जाता है। इस तरह की वेब्स में गैर कानूनी कार्य किये जाते है इस लिए इसे dark web कहा जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की डार्क वेब को इस्तेमाल करना गैर कानूनी है क्योकि इसमें साइबर क्राइम , हैकिंग , पोर्नोग्राफी , काला धन सम्बंधित जानकारी और अन्य illegal कार्य किये जाते है
web browser क्या है
Web Browser एक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है। इस सॉफ्ट वेयर की मदद से हम Www पर उपलब्ध इनफार्मेशन को सर्च करने , एक्सेस करने , डाउनलोड करने में इस्तेमाल करते है । ब्राउज़र की मदद से हम वेबसाइट के पेजस जो इंटरनेट पर उपलब्ध टेक्स्ट , इमेज , वीडियो , ऑडियो , गेम्स को अपने कंप्यूटर और स्मार्टफोन में आसानी से देख , पढ़ और सुन सकते है। वेब ब्राउज़र सॉफ्टवेयर Html , CSS , Javascript ,Php और अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से बना होता है। आज के समय में आपको कई वेब ब्राउज़र देखने को मिलेंगे जिसका उपयोग हम अपने सुविधा के अनुसार करते है नीचे आप कुछ वेब ब्राउज़र के नाम देख सकते है।
- Internet Explorer:
- Mozilla Firefox:
- Google Chrome:
- Safari:
- Opera:

वेब साइट और वेब पेज क्या है
वेब पेज एक डिजिटल डॉक्यूमेंट होता है जिसे HTML , CSS और अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से तैयार किया जाता है। किसी भी ब्राउज़र से वेबसाइट को एक्सेस करने पर जो इनफार्मेशन हमें प्राप्त होती है उसे वेब पेज कहते है। वेब पेज के रूप में आप इमेज , टेक्स्ट , वीडियो , ऑडियो आदि को देख सकते है। एक वेब पेज दुसरे वेब पेज से हाइपरलिंक से इंटरकनेक्ट रहता है
वेब पेज वेबसाइट का एक पार्ट होता है मतलब की वेब साइट में अनेको और अलग अलग प्रकार के वेब पेज को स्टोर किया जाता है जैसे कि अभी आप Dailytechreview वेबसाइट एक वेबपेज में आकर इस जानकारी को पढ़ रहे है। वेबसाइट का एक यूनिक डोमेन नाम होता है। इसे उदाहरण में और अच्छे से समझते है वेबसाइट एक क़िताब की तरह होती है जिसमे पेजो का संग्रह होता है और बुक के प्रत्येक पेज को वेब पेज कहते है।
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WWW के फायदे
अभी तक आपने WWW के बारे में जानकारी हासिल किया लेकिन क्या आपको यह पता है कि इसको इस्तेमाल करने के क्या फ़ायदे हो सकते है। WWW इस्तेमाल के कुछ फायदों को नीचे देख सकते है।
- WWW के द्वारा आप किसी भी वेबसाइट के डाटा फ़ास्ट और आसान तरीक से इस्तेमाल कर सकते है।
- WWW की मदद से आप वेबसाइट में उपलब्ध टेक्स्ट , इमेज , वीडियो , ऑडियो को सुन सकते है और उसे आसानी से डाउनलोड कर सकते है।
- World Wide Web वेबसाइट को किसी भी डिवाइस जिसे इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है जैसे की लैपटॉप , स्मार्टफोन , डेस्कटॉप, टेबलेट आदि से इस्तेमाल कर सकते है।
- वर्ल्ड वाइड वेब से वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए किसी प्रकार की टेक्निकल जानकारी होना आवश्यक नहीं है।
WWW के क्या नुकसान हो सकते है
- अभी तक आपने वर्ल्ड वाइड वेब के फायदों के बारे में जाना लेकिन क्या आपको इसके नुकसान में जानकारी है। www इस्तेमाल से होने वाले नुकसान को नीचे देख सकते है।
- World Wide Web के इस्तेमाल से वेबसाइट एक्सेस करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती है अगर आपके डिवाइस में इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो आप WWW का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
- यदि आप अपने सिस्टम से www का इस्तेमाल करते है इसका मतलब आप इंटरनेट से कनेक्ट होते है जहा पर आपके डिवाइस और डाटा को हैकिंग का ख़तरा बना रहता है।
- www के इस्तेमाल से वेबसाइट या सर्वर से डाटा को एक्सेस करने में स्लो स्पीड मिल सकती है जब कि FTP और ssh में इसकी स्पीड फ़ास्ट रहती है।
- वर्ल्ड वाइड वेब से डाटा को फ़िल्टर और वेबसाइट में डाटा को सर्च करने में समय लग सकता है
निष्कर्ष
वर्ल्ड वाइड वेब पर डाटा का असीमित भंडार है जहा पर आपको सभी प्रकार की जानकारी मिल सकती है। WWW को बनाने के लिए कई प्रकार की प्रोग्रमिंग लैंग्वेज , टेक्नोलॉजी , सॉफ्टवेयर और टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है। उम्मीद करते है की इस आर्टिकल की माध्यम से आपको अच्छी तरह समझ आया होगा कि WWW kya hai और यह कैसे कार्य करता है , इस आर्टिकल के माध्यम से हमने पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है यदि किसी तरह की जानकारी हमसे छूट गयी होगी तो कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है।