जब भी आप इंटरनेट पर कोई जानकारी हासिल करने के लिए कुछ सर्च करते हैं तो आपके सामने वह जानकारी आ जाती है। क्या आप जानते हैं कि इस जानकारी को अलग-अलग वेबसाइट से निकालकर आपके सामने कौन लेकर आता है? अगर नहीं जानते हैं तो हमारे इस आर्टिकल (Search Engine Kya Hai)को शुरू से लेकर अंत तक पढ़ें।
जब आप इंटरनेट पर कोई कंटेंट ढूंढते हैं तो आपके सामने जो इंफॉर्मेशन आती है वह सर्च इंजन के माध्यम से आती है। साधारण शब्दों में अगर कहे तो सर्च इंजन वह माध्यम है जिसके द्वारा आप इंटरनेट से जानकारी प्राप्त करते हैं। दुनिया में जब से इंटरनेट का जन्म हुआ है उसी के आस पास से सर्च इंजन का अविष्कार माना जाता है ।
यह एक इस तरह का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो आपके सर्च के अनुसार इंटरनेट पर उपस्थित जानकारी खोजता है और आपके सामने सर्च रिजल्ट दिखता है है। अगर आपके पास सर्च से सम्बंधित विस्तृत जानकारी नहीं है जैसे कि सर्च इंजन क्या है Search Engine Kya Hai ), सर्च इंजन कैसे काम करता है, सर्च इंजन का इतिहास क्या है तो यह सब जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में हमने सर्च इंजन की विस्तृत जानकारी के साथ-साथ दुनिया के कुछ प्रमुख सर्च इंजनों के बारे में भी बताया है।
सर्च इंजन क्या है Search Engine Kya Hai
Search Engine एक ऐसा सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम है जिसे इंटरनेट की हेल्प से चलाया जाता है। इस प्रोग्राम की मदद से आप अपने हिसाब से किसी Search Engine एक ऐसा सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम है जिसे इंटरनेट की हेल्प से चलाया जाता है। इस प्रोग्राम की मदद से आप अपने हिसाब से किसी भी तरह की इंफॉर्मेशन व् जानकारी के बारे में सर्च कर सकते हैं। आप जिस तरह की इंफॉर्मेशन सर्च करते हैं उससे संबंधित वेबसाइट की की लिस्ट को आपके सामने लाने का कार्य सर्च इंजन करता है ।
उनमें से आप को जो रिजल्ट पसंद आए उसे ओपन करके अपनी सर्च के अनुसार इंफॉर्मेशन देख सकते हैं। उदाहरण के लिए जिस तरह गूगल द्वारा हमें सर्च रिजल्ट मिलता है क्योकि गूगल भी एक सर्च इंजन है।
सर्च इंजन इतना पावरफुल प्रोग्राम होता है कि यह इंटरनेट पर मौजूद अनलिमिटेड डाटा में से यूजर द्वारा किए गए सर्च के अनुसार ही इंफॉर्मेशन को खोजता और उसे यूजर के स्क्रीन में दिखाने का कार्य करता है। सर्च इंजन की सहायता से आप इंटरनेट के द्वारा दुनिया के किसी भी जगह में बैठ कर किसी भी तरह की इंफॉर्मेशन को सेकंडो में प्राप्त कर सकते हैं। वर्तमान समय में बहुत सारे सर्च इंजन प्रचलित हैं। जैसे Google, wing, Yahoo, MSN, Ask.com आदि
सर्च इंजन को उदाहरण से समझे
माना आप जानना चाहते हैं कि “वजन कैसे कम करें” तो इसके लिए अब आपने अपने इस कीवर्ड को गूगल(Search Engine) में लिखा। अब यह सर्च इंजन इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों में से, उन वेबसाइटों को आपके सामने दिखाएगा जिन वेबसाइटों में “वजन कैसे कम करें” या वजन कम करने से सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया गया है। अब आप सर्च रिजल्ट में दिख रही वेबसाइट में से किसी भी वेबसाइट को ओपन करके “वजन कैसे कम करें” के बारे में जान सकते हैं।

सर्च इंजन का इतिहास
सर्च इंजन क्या है(Search Engine Kya Hai) इसको जानने के बाद अब आपके मन में सर्च इंजन के इतिहास के बारे में जानने की इच्छा हो रही होगी तो नीचे हम सर्च इंजन के इतिहास को शार्ट बताने का प्रयास करेंगे।
सर्च इंजन की इतिहास पर नजर डालें तो दुनिया का पहला सर्च इंजन अलन एम्टेज ने 1990 में बनाया था। दुनिया के इस पहले सर्च इंजन का नाम आर्ची था। इस सर्च इंजन को एक कॉलेज प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया था।आर्ची सर्च इंजन को बनाने वाले मोंट्रियल यूनिवर्सिटी में छात्र थे। इसके बाद अगला सर्च इंजन वर्ष 1991 में मार्क मैकहिल के द्वारा बनाया गया। इसका नाम थी गोफ़र। गोफर सर्च इंजन के काम करने का तरीका बिल्कुल आर्ची सर्च इंजन की तरह ही था। इसी तरह सर्च इंजन का विकास होता रहा। वर्तमान में गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है और इसे वर्ष 1997 में विकसित किया गया था।
सर्च इंजन कैसे काम करता है
उम्मीद करता हूं कि यहां तक आप सर्च इंजन क्या है (search engine kya hai ) और सर्च इंजन के इतिहास के बारे में जान गए होंगे। अब हम आपको बताएंगे कि सर्च इंजन कैसे काम करता है। सर्च इंजन साधारण रूप से 3 चरणों में काम करता है। सबसे पहले यह क्राउलिंग (Crawling) करेगा उसके बाद इंडेक्सिंग (Indexing) करेगा और उसके बाद रैंकिंग और रिट्रायबल करता है। इन सब के बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया है।
What Is Crawling क्रॉलिंग क्या है
यह एक खोज प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोई भी सर्च इंजन नई या पुरानी वेबसाइट के डाटा को स्कैन करता है। क्राउलिंग के जरिए सर्च इंजन किसी भी वेबसाइट के Keyword, Content , Title , Link आदि को स्कैन करता है।
सर्च इंजन Crawling की प्रक्रिया के लिए रोबोट प्रोग्राम का सहारा लेते हैं जिन्हें Crawler या स्पाइडर बोला जाता है। यह स्पाइडर किसी वेबसाइट के कंटेंट को लिंक के द्वारा खोजते हैं तथा उन्हें स्कैन करते हैं।
स्कैन करके वेबसाइट की पेज पर उपस्थित सभी इंफॉर्मेशन को रीड करते हैं। Search Engine के यह स्पाइडर किसी भी वेब पेज के टाइटल , Keyword, डिस्क्रिप्शन, और मेटा डिस्क्रिप्शन से यह पता करते हैं कि यह कंटेंट किस बारे में लिखा गया है।
जिस पेज को स्पाइडर क्रॉल कर रहे होते हैं अगर उस पेज पर किसी और पेज का लिंक मिल जाए तो स्पाइडर उसे भी क्रॉल करने लगते हैं। इस तरह सर्च इंजन की किसी भी वेबसाइट के डाटा को रोबोट द्वारा लाखों वेब पेज को मिनटों और सेकण्ड्स में स्कैन करते हैं।

What Is Search Engine Indexing सर्च इंजन इंडेक्सिंग क्या है
यह सर्च इंजन के द्वारा की जाने वाली अगली प्रक्रिया है। सर्च इंजन के क्राउलर के द्वारा किसी भी भी वेबसाइट की क्राउलिंग प्रक्रिया सफलतापूर्वक हो जाने के बाद indexing की प्रक्रिया शुरू होती है। क्राउल किए गए डाटा को एक डेटाबेस में सुरक्षित रखा जाता है और उस डाटाबेस सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में सर्वर लगा दिए जाते हैं।
वेब पेज की इस स्टोरेज को इंडेक्स कहा जाता है। यहा वो डाटा होता है जो आपको search के दौरान रिजल्ट के रूप में दिखाई देता है। यह डाटा और वेब पेज के बीच एक ऐसा तालमेल है जिससे सर्च के अनुसार जल्द से जल्द रिलेवेंट रिजल्ट दिखाया जा सके।
इंडेक्सिंग को साधारण शब्दो में समझते है जब आप किसी बुक में किसी तरह का डाटा पढ़ना चाहते है तो सबसे पहले आप उसका Index पेज ओपन करते है जो बुक का पहला या दूसरा पेज होता है जहा पर बुक्स में लिखे सभी मैन टॉपिक के नाम और उसके सामने उसका पेज नंबर दिया होता हैं जैसे की हम डिस्कनरी में Read शब्द का अर्थ जानना है तो हम सबसे पहले इंडेक्स पेज में जाकर यह देखते है की ‘R ‘ चैरेक्टर किस पेज से शुरू हुआ है फिर उसी पेज से जाकर Read शब्द जो खोजते है इससे किसी डेस्कनरी में कोई शब्द खोजना आसान हो जाता है ।
तो सर्च इंजन भी इंडेक्सिंग करने के लिए इसी तकनीक का उपयोग करता है जहा सर्च इंजन दुनिया के सभी वेबसाइट के डाटा को क्रॉलर द्वारा स्कैन करके अपने डाटा बेस में एक इंडेक्स तैयार कर लेता है जिससे कब भी कोई यूजर जब कभी भी सर्च इंजन पर कुछ सर्च करता है तो सर्च इंजन सबसे पहले अपने डेटाबेस के इंडेक्स में सर्च करता है और उसी के अनुसार आपके सामने रिजल्ट दिखाता है।
सर्च इंजन में रैंकिंग और रिट्रीवल क्या है Ranking And Retrieval
सर्च इंजन की अंतिम प्रक्रिया होती है रैंकिंग। इस प्रक्रिया में सर्च इंजन हमारे द्वारा सर्च की गई Query (कीवर्ड्स ) को प्रोसेस करता है और हमारे सामने उससे संबंधित उन रिजल्टस को दिखाता है, जिससे हमारे कीवर्ड्स का सही जवाब मिल सके।
जब आप सर्च इंजन में कोई कीवर्ड डालकर सर्च करते हैं तो आपके सामने जो रिजल्ट आते हैं वह आपकी query से संबंधित सबसे ज्यादा रिलेवेंट रिजल्ट होते हैं। अब Search Engine यह कैसे निर्धारित करता है कि किस रिजल्ट को पहले नंबर पर दिखाना है और किस रिजल्ट को दूसरे नंबर या लास्ट में दिखाना है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसके लिए रैंकिंग एल्गोरिदम का सहारा लिया जाता है।
प्रत्येक सर्च इंजन का रैंकिंग का अपना अलग तरीका होता है। इस तरीके को सर्च इंजन के द्वारा गुप्त रखा जाता है। हालांकि बहुत से bloggers और डेवेलपर्स , गूगल इत्यादि का मानना है की सर्च इंजन में पहले स्थान पर रैंकिंग पाने के लिए सही सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO ) करना जरूरी होता है।
दुनिया के कुछ प्रमुख सर्च इंजनों के नाम
जब से दुनिया में सर्च इंजन प्रोग्राम बनाये गए हैं तब से लेकर अब तक सर्च इंजन के अनेको प्रकार देखने को मिलेंगे जिनकी Storage क्षमता और और प्रोसेस क्षमता प्रोग्राम के अनुसार अलग अलग होते है । उनमें से कुछ प्रमुख सर्च इंजनों के बारे में यहां पर हम आपको विस्तार से जानकारी देंगे।
वैसे तो दुनिया में बहुत सारे सर्च इंजन है लेकिन हमने यहां पर कुछ प्रमुख सर्च इंजनों के नाम नीचे दिए हैं।
- Yahoo
- Bing
- Baidu
- Ask.com
- AOL.com
- DuckDuckGo
- Internet Archive
- Yandex
- Wolframalpha
- Never
- Seznam
- Ecosia
Google.com
इस डिजिटल जमाने में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के बारे में नहीं जानता होगा। Google की लोकप्रियता के बारे में बताएं तो गूगल पर एक सेकंड में 65 हजार से ज्यादा सर्च की जाती है। इस आधार पर गूगल में 1 साल में करीब 2 ट्रिलियन सर्च होती हैं। गूगल की शुरुआत वर्ष 1997 में अमेरिका के कंप्यूटर वैज्ञानिक लैरी पेज और सर्गी ब्रिन के द्वारा की गई थी।
इन दोनों ने गूगल को तब विकसित किया था जब यह दोनों स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी कैलिफोर्निया में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे थे। पूरी दुनिया में होने वाली सर्च का 92.8 1% भाग गूगल के द्वारा सर्च किया जाता है। ऐसा इसलिए गूगल का डाटाबेस दुनिया में किसी भी सर्च इंजन के मुकाबले सबसे ज्यादा बडा है। इसकी स्थापना के समय शुरुआत में इस सर्च इंजन का नाम Backrub रखा गया था।
आज के समय में गूगल दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है और उसकी इस उपलब्धि के कारण गूगल का नाम ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में दर्ज किया गया है। वर्तमान समय में गूगल के CEO भारतीय मूल के नागरिक सुंदर पिचाई है।
DuckDuckGo.com
डक डक गो सर्च इंजन 29 फरवरी 2008 को Gabriel Weinberg के द्वारा डेवेलोप किया गया था। यह सर्च इंजन अन्य सर्च इंजन की तुलना में ऑनलाइन यूजर की प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए अधिक प्रचलित है । इस सर्च इंजन में आप मैप , लोकेशन। वीडियो, इमेज , पॉडकास्ट , शॉपिंग , कैलकुलेटर , टाइमर , न्यूज़ , क्वेश्चन आंसर , स्पोर्ट इत्यादि की जानकारी प्राप्त कर सकते है। इस सर्च इंजन में 2022 की रिपोर्ट के अनुसार हर महीने 8 बिलियन सर्च और 6 मिलियन डाटा डाउनलोड किया जाता है। यूनाइटेड स्टेट में मोबाइल यूजर के लिए यह दूसरा सबसे बड़ा सर्च इंजन है। विज्ञापन के मामले में डक डक गो गूगल से 10 गुना सस्ता पड़ता है।

Excite
इस सर्च इंजन को फरवरी 1993 में विकसित किया गया था। यह सर्च इंजन भी पहले सर्च इंजन की तरह ही एक यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट था। इस सर्च इंजन से संबंधित प्रोजेक्ट का नाम आर्ची टेक्स्ट था। इस प्रोजेक्ट में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के 6 अंडर ग्रेजुएट छात्र शामिल थे। 1995 में इसे सर्च इंजन के रूप में बदल गया। इस सर्च इंजन की बढ़ती हुई लोकप्रियता के कारण बाद में इसका नाम MSN और नेटस्कैप से एग्रीमेंट हो गया था।

Yahoo.com
यह सर्च इंजन अभी भी प्रचलित है। इस सर्च इंजन को वर्ष 1994 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में ही विकसित किया गया था।1994 मैं जैरी यंग और डेविड फ़िलो के द्वारा इसे बनाया गया था। जैरी यंग और डेविड फ़िलो दोनों इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र थे तब उन्होंने एक डायरेक्टरी वेबसाइट बनाई थी जो अन्य वेबसाइटों को स्टोर करके रखती थी। आगे चलकर यह directory याहू के रूप में बदल गई। याहू नाम को 18 जनवरी 1995 को yahoo.com के नाम से रजिस्टर्ड किया गया था।

Web Crawler
इसे 20 अप्रैल वर्ष 1994 में बनाया गया था। यह एक प्रकार का मेटा सर्च इंजन है। यह सर्च इंजन गूगल और याहू दोनों के सर्च रिजल्ट को Top पेज पर दिखाता है। इस सर्च इंजन को वाशिंगटन की एक यूनिवर्सिटी के द्वारा विकसित किया गया था। इस सर्च इंजन पर आप ऑडियो, वीडियो, ताजा न्यूज़ आदि को सर्च कर सकते हैं। सर्च इंजन पर जाये

Lycos
सर्च इंजन की दुनिया में आगे बढ़ते हुए 1994 में एक और सर्च इंजन मनाया गया उसका नाम था lycos। यह सर्च इंजन होने के साथ-साथ एक वेब पोर्टल भी था। इस सर्च इंजन को कैरिएज मेलन यूनिवर्सिटी के द्वारा बनाया गया था। इस सर्च इंजन पर मनोरंजन, ईमेल, नेटवर्क मार्केटिंग जैसी सुविधाएं मिलती थी। सर्च इंजन पर जाये

Infoseek
इस सर्च इंजन को भी वर्ष 1994 में बनाया गया था और यह उस समय का बहुत पॉपुलर सर्च इंजन था। इस सर्च इंजन को बनाने वाले steven krych थे और इस सर्च इंजन को इंफोसीक कॉरपोरेशन लिमिटेड के द्वारा चलाया जाता था। इसका हेड क्वार्टर कैलिफ़ोर्निया में था। बाद में इस सर्च इंजन को 1998 में वाल्ट डिजनी कंपनी के द्वारा खरीद लिया गया और यह बाद में याहू से जुड़ गई। वर्तमान में इस सर्च इंजन का अस्तित्व नहीं है।
AltaVista
अलताविस्ता सर्च इंजन को 1995 में विकसित किया गया था. यह उस समय का सबसे ज्यादा पॉपुलर सर्च इंजन था। इसे याहू के द्वारा 2003 में खरीद लिया गया था लेकिन इसकी सर्विस अल्टाविस्टा के पास ही रही। वर्ष 2013 में इसे पूरी तरह से याहू के द्वारा खरीद लिया गया और अब इसके सारे अधिकार याहू के पास है।

InkTomi
इस सर्च इंजन को प्रोफेसर Eric Brewer और एक ग्रेजुएशन कर रहे छात्र Paul Gauthier के द्वारा 1996 में डेवलप किया गया था। शुरुआत में यह एक सर्च इंजन था बाद में इसे एक यूनिवर्सिटी के रूप में बदल दिया गया था। हालांकि यह सर्च इंजन बहुत ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुआ था। वर्तमान समय में यह सर्च इंजन अस्तित्व में नहीं है।
Ask.Com
यह Search इंजन वर्तमान समय में भी प्रचलित है। इस सर्च इंजन को 1996 में विकसित किया गया था। पहले इस सर्च इंजन का नाम Ask Jeeves था। उस समय यह सर्च इंजन मुख्य रूप से एक क्वेश्चन आंसर साइट थी। उस समय पर इसका सबसे ज्यादा फोकस ई-बिजनेस तथा वेब सर्च इंजन पर था। इस सर्च इंजन को बनाने वाले Garrett Gruener और David Warthen थे।

Yandex
जिस तरह गूगल अमेरिका और भारत का प्रमुख सर्च इंजन है उसी तरह यांडेक्स रूस का सबसे प्रचलित और लोकप्रिय सर्च इंजन है। इस सर्च इंजन को Arkady volozh और Arkady Borkovsky के द्वारा 1997 में शुरू किया गया था। यह Search Engine एक वेब ब्राउज़र भी है।

भारतीय सर्च इंजन के नाम
यदि आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे की सर्च इंजन क्या है (Search Engine Kya Hai) और सर्च इंजन के कितने प्रकार होते है तो आपके सामने बहुत सारे सर्च इंजन की लिस्ट आएगी लेकिन क्या आपको यह पता है की इंडिया ने भी कुछ सर्च इंजन बनाये है। सर्च इंजन के मामले में हम भारत के लोग भी पीछे नहीं है। भारतीय लोगों के द्वारा कई सारे सर्च इंजनों को बनाया गया है और सफलतापूर्वक चलाया गया है। कुछ भारतीय सर्च इंजनों के नाम हमने नीचे दिए है।
Guruji
यह भारत का एक बेहतरीन सर्च इंजन था। इस सर्च इंजन को वर्ष 2006 में आईआईटी दिल्ली के 2 छात्र अनुराग और गौरव मिश्रा ने बनाया था। यह सर्च इंजन वर्ष 2011 में बंद हो गया था। शुरू में इसके फीचर्स अच्छे थे लेकिन बाद में इसमें Error आनी शुरू हो गई थी
Gisass
यह एक सर्च इंजन एप्लीकेशन था जिसे 2014 में बनाया गया था। यह सर्च इंजन के साथ-साथ ब्राउज़र का भी काम करता था

Epic Search
एपिक सर्च इंजन की स्थापना वर्ष 2010 में आलोक भारद्वाज के द्वारा की गई थी। इसकी कंपनी हिडन रिफ्लेक्स है और इसका हेड क्वार्टर बेंगलुरु में स्थित है। यह अन्य भारतीय सर्च इंजनों की तुलना में ज्यादा एडवांस है सर्च इंजन पर जाये

123Khoj
यह भारतीय सर्च इंजन बिल्कुल गूगल की तरह दिखता है । इसको वर्ष 2014 में बनाया गया था तथा इसका हेड क्वार्टर चंडीगढ़ में स्थित है। इसके द्वारा दिखाएगा रिजल्ट लो क्वालिटी के होते थे इसलिए यह ज्यादा नहीं चल पाया। सर्च इंजन पर जाये

Just Dial
जस्ट डायल सर्च इंजन को वर्ष 1996 में vs mani के द्वारा विकसित किया गया था। यह सर्च इंजन अभी भी चलता है तथा इसका हेडक्वार्टर मुंबई में स्थित है। इसकी सहायता से आप अपने शहर में कोई भी सर्विस आसानी से ढूंढ सकते हैं। सर्च इंजन पर जाये

Bilsir
इस सर्च इंजन की स्थापना वर्ष 2011 में की गई थी। इस सर्च इंजन पर आप ऑडिय, वीडिय, job, शॉपिंग च से संबंधित चीजें सर्च कर सकते हैं

Rediff
इसकी स्थापना वर्ष 1996 में हुई थी तथा इसका हेडक्वार्टर मुंबई में स्थित है। इस सर्च इंजन की सहायता से आप एंटरटेनमेंट, मूवीस, गाने, ऑनलाइन शॉपिंग आदि कर सकते हैं। सर्च इंजन पर जाये

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इस सर्च इंजन को वर्ष 2011 में झारखंड के धनबाद के दो भाइयों वरुण मिश्रा और सागर मिश्रा के द्वारा बनाया गया था। यह सर्च इंजन भी बहुत ज्यादा पॉपुलर नहीं हुआ। सर्च इंजन पर जाये

Qmamu
यह Search इंजन एक गुजराती लड़के द्वारा 26 जनवरी 2021 में लांच किया गया था। इसे बनाने वाली कंपनी का नाम qmamu टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड था। सर्च इंजन पर जाये

Neeva
श्रीधर रामास्वामी और विवेक रजनी धर के द्वारा वर्ष 2018 में निवा सर्च इंजन को लांच किया गया। इससे पहले यह दोनों गूगल में काम करते थे। यह सर्च इंजन यूजर को ऐड फ्री रिजल्ट दिखाता था सर्च इंजन पर जाये

iBharat
इस सर्च इंजन को संजय के द्वारा वर्ष 2014 में विकसित किया गया था और लांच किया गया था। जब इस सर्च इंजन को लांच किया गया था तब इसके डेटाबेस में 100000 वेब पेज थे। यह अभी भी प्रचलित है। सर्च इंजन पर जाये

निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया की Search Engine Kya Hai और इसके कितने प्रकार होते है और यह कैसे कार्य करता है इसके साथ साथ हमने दुनिया के कुछ प्रसिद्द सर्च इंजन के नाम बताये उम्मीद करते है की इस आर्टिकल में आपको सर्च इंजन से सम्बंधित अच्छी जानकारी मिली होगी । इस आर्टिकल (Search Engine Kya Hai ) से सम्बंधित किसी तरह के फीडबैक के लिए नीचे कमेंट करे आपका फीडबैक हमारे आने वाले आर्टिकल को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
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