You are currently viewing Gateway in Hindi – गेटवे के कार्य और प्रकार ?

Gateway in Hindi – गेटवे के कार्य और प्रकार ?

5/5 - (5 votes)

यदि आप कंप्यूटर नेटवर्किंग में एक्सपर्ट बनना चाहते है तो आपको  नेटवर्किंग में उपयोग होने वाले विशेष सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर डिवाइस  गेटवे   बारे में  विस्तृत जानकारी होनी चाहिए।  आज के  इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की गेटवे  क्या है (What Is Gateway In Hindi ) कैसे कार्य करता है और इसका नेटवर्क में क्या महत्त्व है।

गेटवे  क्या है ? What Is Gateway In Hindi

gateway एक  नेटवर्किंग डिवाइस है जो  दो या दो से अधिक नेटवर्क को  Protocol या आर्किटेक्चर के आधार पर  कनेक्ट करने का  कार्य करता  है। गेटवे दो नेटवर्क के मध्य Bridge या इंटरमीडिएटर के रूप में कार्य करता है।  गेटवे सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दो प्रकार के होते है जिनका  मुख्य  कार्य Local Area Network को WAN Network जैसे की इंटरनेट से कनेक्ट करना होता  है। गेटवे OSI Model के कई लेयर पर कार्य करता है लेकिन रूटिंग और स्विच के मामले में यह Network layer (लेयर 3 ) पर कार्य  करता है। 

Gatway कैसे कार्य करता है।

नेटवर्किंग डिवाइस गेटवे का मुख्य कार्य data को विभिन्न प्रोटोकॉल में ट्रांसलेट करना और नेटवर्क को विभिन्न नेटवर्क में route करना होता है। जब एक नेटवर्क का  कंप्यूटर या अन्य डिवाइस दूसरे नेटवर्क के किसी डिवाइस के साथ कम्यूनिकेट करना चाहता है तो data  सबसे पहले gateway  के पास जाता है।  गेटवे डाटा पैकेट्स को सोर्स नेटवर्क प्रोटोकॉल से डेस्टिनेशन नेटवर्क प्रोटोकॉल में ट्रांसलेट करने का कार्य करता है। गेटवे डाटा पैकेट्स को  सही डेस्टिनेशन तक तक  पहुंचाने के लिए सही रूट को बताने का कार्य भी करता है।

Network Gateway के प्रमुख फ़ीचर

नेटवर्क Gateway Kya Hai जानने के बाद आपको इसके प्रमुख फीचर को समझना चाहिए। आप नीचे नेटवर्क गेटवे के प्रमुख फंक्शन और फीचर को जान सकते है।

Protocol Translation

गेटवे दो कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल के मध्य डाटा को ट्रांसलेट कर सकता है उदाहरण के लिए, गेटवे  इंटरनेट पर उपयोग किए जाने वाले टीसीपी/आईपी को लोकल नेटवर्क में उपयोग किये जाने वाले प्रोटोकॉल में ट्रांसलेट कर सकता है।

Network Address Translation (NAT)

अधिकतर होम राऊटर में NAT का फ़ीचर  इनबिल्ड होता है। NAT एक पब्लिक IP Address की मदद से लोकल नेटवर्क से कनेक्ट मल्टीपल डिवाइस को इंटरनेट एक्सेस करने की सुविधा देता है।

Firewall and Security

गेटवे में फ़ायरवॉल और सिक्योरिटी का इनबिल्ड फीचर दिया जाता है जो इंटरनल नेटवर्क को बाहरी या  अनॉथराइज़्ड एक्सेस को रोकता है।  यह नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा बनाये गए रूल्स के आधार पर इनकमिंग और आउट गोइंग ट्रैफ़िक को फ़िल्टर और ब्लॉक करने का कार्य करता है।

VPN (Virtual Private Network)

गेटवे वीपीएन कनेक्शन के लिए एंडपॉइंट के रूप में काम कर सकते हैं। VPN की मदद से यूजर रिमोट लोकेशन से प्राइवेट नेटवर्क को सिक्योर तरीके से एक्सेस कर सकता है।

Proxy Services

कुछ गेटवे Proxy सर्विस के जैसे भी कार्य करते है  जो कंटेंट  को कैशिंग और रिक्वेस्ट  को फ़िल्टर करके सिक्योरिटी  और बेहतर परफॉरमेंस देने में मदद कर सकते हैं। 

Routing

  बड़े नेटवर्क में, गेटवे Subnet  के बीच ट्रैफ़िक को रूट करने का कार्य करता  हैं। ये  रूटिंग टेबल और नेटवर्क पॉलिसी   के आधार पर डेटा को फॉरवर्ड करने का निर्णय लेता है।

Load Balancing

कुछ मामलो ने गेटवे नेटवर्क ट्रैफिक को विभिन्न सर्वरो में  डिस्ट्रीब्यूट करने का कार्य भी करता है जिससे परफॉरमेंस और बेहतर किया जा सके।

नेटवर्क गेटवे के प्रकार  Types of Gateway In Hindi

नेटवर्किंग में विभिन्न प्रकार के गेटवे होते है जिनका उपयोग विभिन्न  उद्देश्य के लिए  किया जाता है।  नीचे आप कुछ सामान्य गेटवे के प्रकार को देख सकते है।

  1. Unidirectional Gateway : यूनिडायरेक्शनल  में डाटा सिर्फ एक डायरेक्शन में ट्रांसमिट किया जाता है। लेकिन  एक डायरेक्शन से  डाटा ट्रांसमिट करने के लिए  टर्मिनल  चेंज कर  सकते है।
  2. Bidirectional Gateway : इस प्रकार के गेटवे में डाटा को दोनों साइड से ट्रांसमिट और रिसीव कर सकते है। वे सभी कार्यों को  सीक्वेंस  के साथ एक्सेक्यूट करने में सक्षम होते  हैं

फंक्शनलिटी के आधार पर गेटवे के कार्य

गेटवे के द्वारा किये जाने वाले कार्य के अनुसार देखा जाए तो gateway नेटवर्क में कई तरह के function को परफॉर्म करता है जिसे नीचे समझ सकते है।

  • Router Gatway : यह एक सामान्य प्रकार का गेटवे होता है जो लोकल एरिया  नेटवर्क (LAN ) को वर्ल्ड एरिया नेटवर्क (WAN ) से कनेक्ट करने का कार्य करता है।
  • Firewall Gateway:  फ़ायरवॉल गेटवे मुख्य रूप से नेटवर्क में सिक्योरिटी के लिए कार्य करता है। यह नेटवर्क को फ़िल्टर और रूल्स के आधार पर नेटवर्क को ब्लॉक या परमिट करता है।
  • Modem Gatway : मॉडेम का उपयोग डिजिटल डेटा को एनालॉग सिग्नल में ट्रांसलेट  करने के लिए किया जाता है जिससे डाटा को  टेलीफोन लाइनों या अन्य एनालॉग मीडिया पर ट्रांसमिट  किया जा सकता है।
  • Cloud Gateway: क्लाउड गेटवे ऑन-प्रिमाइसेस नेटवर्क या डाटा सेण्टर  को क्लाउड-बेस्ड रिसोर्स और सर्विस से कनेक्ट करने का कार्य करता है ।
  • Application gateways: एप्लिकेशन गेटवे का उपयोग विशेष  एप्लिकेशन या सर्विस को एक्सेस करने के  लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, किसी कंपनी की इंट्रानेट वेबसाइट को एक्सेस करने के लिए वेब एप्लिकेशन गेटवे का उपयोग किया जा सकता है।

सम्बंधित जानकारी

siya

नमस्कार ! मै Simi Kaithal इस वेबसाइट का owner और Founder हु। हम इस वेबसाइट में एक प्रोफेशनल ब्लॉगर की तरह कार्य करते है , जहा पर रीडर को Technical Blogging , web Development ,SEO, Software , GK एवं अन्‍य जानकारी दी जाती है । इस वेबसाइट का पूर्ण मकसद अधिक से अधिक लोगो को फ्री में जानकारी देना है। किसी भी प्रकार के सवाल या डाउट जिसका अभी तक हल न मिला हो बेझिझक हमसे पूछ सकते है ।

Leave a Reply