आधुनिक जमाने में लगभग हर व्यक्ति संस्था या विभाग के पास कंप्यूटर होता है। कंप्यूटर की सहायता से विभिन्न कार्य बहुत आसानी से किया जा सकते हैं। अगर आप कंप्यूटर के बारे में थोड़ी बहुत भी परिचित हैं तो यह निश्चित रूप से जानते होंगे कि कंप्यूटर अकेली डिवाइस नहीं है। यह कई अलग अलग पार्ट्स से मिलकर बना होता है। कंप्यूटर की अलग-अलग पार्ट (Different Parts Of Computer In Hindi) उसे बेहतरीन परिचालन क्षमता के लिए सक्षम बनाते हैं। आज के इस शानदार आर्टिकल में हम कंप्यूटर के विभिन्न पार्ट्स के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। इस आर्टिकल (Different Parts Of Computer In Hindi) में हम आपको कंप्यूटर के हार्डवेयर वाले पार्ट्स के बारे में जानकारी देंगे। हार्डवेयर पार्ट्स वह होते हैं जिन्हें हम छू सकते हैं। इन सब के बारे में जानकारी देने से पहले हम आपको कंप्यूटर क्या है के बारे में बताएंगे।
कंप्यूटर क्या है What is computer
Computer का हिंदी में नाम संगणक होता है। इसक मतलब होता है गणना करने वाला। यह एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो यूजर से इनपुट लेती है उसे प्रोसेस करती है और फिर यूजर को मॉनिटर , साउंड , प्रिंटर ,इत्यादि आउटपुट डिवाइस के द्वारा रिजल्ट देती है । कंप्यूटर में डाटा को स्टोर भी किया जा सकता है। आज के समय में कंप्यूटर का उपयोग सभी जगह किसी न किसी प्रकार से किया जाता है क्योकि इसके उपयोग से हमें समय , पैसा और श्रम की बचत होती है ।
मान लो आपको कुछ टाइपिंग करनी है तो इसके लिए आप कंप्यूटर डिवाइस का उपयोग करेंगे वैसे टाइपिंग जैसे कार्य के लिए आप टाइप राइटर जैसे डिवाइस का भी उपयोग कर सकते है लेकिन इसमें आपको अधिक बल और अधिक फीचर नहीं मिल पाएंगे । इसके अलावा आप अगर स्टूडेंट हैं या किसी कंपनी के कर्मचारी हैं तो भी अपने कामों को जल्दी और सटीकता से करने के लिए कंप्यूटर की आवश्यकता होती है। संक्षेप में अगर कहे तो कंप्यूटर आज की जीवन शैली में एक अभिन्न अंग बन गया है।
कंप्यूटर के पार्ट्स Parts Of Computer In Hindi
हम आशा करते हैं कि कंप्यूटर क्या इस बारे में आपने अच्छे से जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे और इसके उपयोग के बारे में भी समझ चुके होंगे। अब हम आपको कंप्यूटर के अलग-अलग हिस्सों के बारे में संक्षिप्त में जानकारी देंगे ( Different Parts Of Computer In Hindi)। वैसे तो कंप्यूटर में बहुत सारे डिवाइस उपयोग किये जाते है जिनमें कुछ इनपुट डिवाइस तथा कुछ आउटपुट डिवाइस होती है।
लेकिन यहां पर हम आपको कंप्यूटर के कुछ बहुत ही आवश्यक पार्ट्स के बारे में जानकारी देंगे यदि आप स्टूडेंट है , कंप्यूटर का कोई कोर्स कर रहे है या फिर कंप्यूटर के बारे में जानने के इच्छुक रहते है तो यह आर्टिकल आपके लिए एक वरदान साबित होने वाला है क्योकि यहाँ पर हम कंप्यूटर के मुख्य और अत्यंत उपयोगी पार्ट के बारे में चर्चा करेंगे।
Hard Disk
जिस तरह मोबाइल फ़ोन में डाटा स्टोर करने के लिए मेमोरी कार्ड की आवश्यकता होती है। उसी प्रकार कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम को इनस्टॉल करने और डाटा स्टोर करने के लिए सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस का उपयोग किया जाता इस सेकंडरी स्टोरेज डिवाइस को हार्ड डिस्क के नाम से जाना जाता है । इस सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (हार्ड डिस्क ) में डाटा हमेशा के लिए स्टोर रहता है जब तक आप इसे डिलीट न करे मतलब की कंप्यूटर के बंद हो जाने पर भी आपका डाटा सुरक्षित रहता है।
Hard disk जितना अधिक फास्ट होगा आपका कंप्यूटर उतना ही तेजी से चलेगा। कंप्यूटर में अलग अलग प्रकार की हार्ड डिस्क का उपयोग किया जाता है जैसे की SSD , IDE हार्ड डिस्क ,मेग्नेटिक डिस्क , SCSI इत्यादि। कंप्यूटर में डाटा को सही तरह से स्टोर , और मैनेज करने के लिए कंप्यूटर से कनेक्ट हार्ड डिस्क को यूजर अपने जरुरत के अनुसार पार्टीशन में बाँट देता है है जिसे (C: , D: , E: F,) के नाम से जाना जाता है।

Mother Board
अगर हम कंप्यूटर के पार्ट्स(Types Parts Of Computer In Hindi) की बात करे और उसमे मदर बोर्ड की जानकारी सबसे प्रमुख है Parts Of Computer In Hindi .मदर बोर्ड को कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड भी कहा जाता है जिसे कंप्यूटर कैबिनेट के अंदर फिक्स किया जाता है। मदर बोर्ड में सभी डिवाइस से कम्युनिकेशन और डाटा ट्रांसमिशन के लिए बहुत सारी लाइनो का जाल बिछा होता है जिसे टेक्निकल भाष में ट्रैक्स कहा जाता है ।
मदर बोर्ड प्लास्टिक और फाइबर की पतली इलेक्ट्रॉनिक प्लेट होती है जिस पर सभी इंटरनल, एक्सटर्नल , इनपुट और आउटपुट डिवाइस जैसे की प्रोसेसर , RAM , एसएमपीएस ,स्पीकर , माउस , कीबॉर्ड इत्यादि डिवाइस जुड़े रहते हैं। मदर बोर्ड पर कंप्यूटर के लगभग सभी पार्ट्स डायरेक्टली ओर इनडायरेक्टली रूप से जुड़े रहते हैं।

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Processor
CPU को ही प्रोसेसर कहा जाता है। यह कंप्यूटर के मदरबोर्ड से जुड़ा रहता है। इसे कंप्यूटर का मस्तिष्क भी बोलते हैं क्योकि प्रोसेसर कंप्यूटर पर आपके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों को प्रोसेस करता है और आउटपुट डिवाइस के रूप में रिजल्ट देता है । इसका साइज लगभग 2 इंच का होता है तथा इसके अंदर एक सिलिकॉन की बनी हुई Chip होती है। इसे मदर बोर्ड में सीपीयू सॉकेट के अंदर फिट किया जाता है। प्रोसेसर सीपीयू की गति को Megahertz में नापा जाता है।

RAM
रैम का पूरा नाम और रेंडम एक्सेस मेमोरी (Random Access Memory) होता है। यह कंप्यूटर की एक प्राथमिक मेमोरी होती है। यह एक शॉर्ट टर्म मेमोरी होती है जो टेंपरेरी तौर पर काम करती है। जब आप कंप्यूटर पर कोई काम कर रहे होते हो तो डाटा इसी में सेव होता है। लेकिन जब आपका कंप्यूटर शट डाउन और रीस्टार्ट हो जाता है तो आपका डाटा आटोमेटिक डिलीट हो जाता है। इसीलिए इस मेमोरी को अस्थाई मेमोरी भी कहते हैं।कंप्यूटर रैम की स्पीड को मेगा बाइट या गीगाबाइट में मापा जाता है।

Floppy Disk
यह भी एक द्वितीय स्टोरेज डिवाइस होती है जो हार्ड डिस्क की तरह मेग्नेटिक टेक्नोलॉजी पर कार्य करती है। जब आपके कंप्यूटर में मेमोरी फुल हो जाए या फिर अपने कंप्यूटर के डाटा को कही दूसरे जगह ले जाना चाहते है तो उस समय आप अपने कंप्यूटर का डाटा अन्य स्टोरेज डिवाइस में स्टोर करने के लिए फ्लॉपी डिस्क का प्रयोग करते हैं।
फ्लॉपी डिस्क में डाटा स्टोर और ऑपरेटिंग सिस्टम को इनस्टॉल करने के कार्य भी किये जाते थे। फ्लॉपी डिस्क को पहली बार 1969 में बनाया गया था। यह एक एक्सटर्नल मेमोरी होती है जो बहुत पतली तथा लचीली होती है।
कंप्यूटर में सामान्य रुप से दो तरह की फ्लॉपी डिस्क प्रयोग की जाती है मिनी फ्लॉपी डिस्क तथा माइक्रो फ्लॉपी डिस्क। लेकिन आज के समय में इसका उपयोग नहीं किया जाता है क्योकि इसमें डाटा को स्टोर करने की क्षमता 800 KB से 2 . 8 MB तक होती थी आज कल फ्लॉपी डिस्क की जगह CD /DVD और पेन ड्राइव का उपयोग किया जाता है।

Video Card
वीडियो कार्ड कंप्यूटर का एक ऐसा भाग है जिसकी मदद से आप अपने मॉनिटर पर पिक्चर्स देख पाते हैं। यह ज्यादातर कंप्यूटरों में जीपीयू में ही उपस्थित रहता है। अगर आप अपने कंप्यूटर में वीडियो कार्ड लगाकर कोई हाई ग्राफिक्स वाला गेम खेलते हैं तो इससे आपके कंप्यूटर की ग्राफिक परफॉर्मेंस अच्छी हो जाती है।

Sound Card
साउंड कार्ड आपके कंप्यूटर पर साउंड उपलब्ध कराने का कार्य करता है । इस कार्ड को ऑडियो कार्ड भी कहते हैं। आप साउंड कार्ड की मदद से ही हेडफोन या स्पीकर लगाकर गाने सुन पाते हैं।आज कल सभी कंप्यूटरों में साउंड कार्ड पहले से ही लगे हुए आते हैं। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपको हाई क्वालिटी वाला साउंड मिले तो आप इसे मार्केट से खरीद कर अपने कंप्यूटर में लगा सकते हैं।

Network Card
आप अपने कंप्यूटर पर नेटवर्क नेटवर्क कार्ड को ईथरनेट और Lan कार्ड के नाम से भी जाना जाता है। आप अपने कंप्यूटर पर नेटवर्क कार्ड की मदद से ही कंप्यूटर को इंटरनेट और अन्य नेटवर्क (Lan, Man, Can) से जोड़ पाते है । इस कार्ड की हेल्प से आप अपने कंप्यूटर को अन्य डिवाइस जैसे की प्रिंटर ,स्कैनर , फैक्स मशीन से जोड़ पाते हैं। यह कार्ड ज्यादातर कंप्यूटरों में पहले से मदर बोर्ड में फिक्स रहता है। जिसे RJ 45 कनेक्टर की मदद से कनेक्ट किया जाता है अगर आपका मदर बॉर्ड में फिक्स नेटवर्क कार्ड सही से कार्य नहीं करता है तो इसे मार्किट से खरीद कर mother board के पीसीआई स्लॉट में अलग से लगा सकते है जिससे आपको अच्छी स्पीड का इंटरनेट मिलेगा ।

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SMPS
एसएमपीएस का पूरा नाम स्विच मॉड पावर सप्लाई(Switch mode power supply) होता है। यह आपके कंप्यूटर में बिजली की आपूर्ति करने के लिए लगी हुई एक डिवाइस होती है। यह डिवाइस कंप्यूटर में 220 से 240 वोल्टेज पर काम करता है। एसएमपीएस की सहायता से कंप्यूटर में आने वाले इलेक्ट्रिक पावर को कंप्यूटर के अलग-अलग भागों में भेज कर उसके परिचालन को आसान बनाया जाता है। एसएमपीएस का मुख्य कार्य होता है इलेक्ट्रिक बोर्ड से आने वाले AC (Alternative Current) सिग्नल को DC (Direct Current) सिग्नल में कन्वर्ट करके कंप्यूटर से कनेक्ट सभी डिवाइस जैसे की , मदर बॉर्ड , प्रोसेसर , हार्ड डिस्क , डीवीडी ड्राइव , कंप्यूटर फैन इत्यादि को उनके जरुरत के अनुसार अलग अलग DC पावर सप्लाई देना।

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Optical Disc Drive
ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव की सहायता से आप अपने कंप्यूटर पर सीडी या डीवीडी लगाकर मूवी देख सकते हैं सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर सकते है , डाटा स्टोर आदि कार्य कर सकते हैं। यह डिवाइस कैबिनेट के फ्रंट (सामने ) में लगी होती है। आप खाली सीडी या डीवीडी को अपने कंप्यूटर के ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव में लगाकर उसमें कोई मूवी गाना या कोई सॉफ्टवेयर राइट (डाटा स्टोर , और कॉपी करने को टेक्निकल भाषा में राइट करना कहते है ) कर सकते हैं।

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Computer Case
Computer case सामान्य रूप से धातु और प्लास्टिक का बना हुआ एक डब्बा होता है जिसमें कंप्यूटर के सभी इंटरनल पार्ट (Mother board , Hard Disk, SMPS, CD/DVD) पार्ट्स फिट किये जाते हैं। कंप्यूटर केस को कैबिनेट , CPU बॉक्स ,इत्यादि नाम से भी जाना जाता है इस कैबिनेट के सामने की तरफ आपको on/off , USB , माइस , साउंड इत्यादि के बटन तथा ऑप्टिकल ड्राइव स्लॉट मिलेंगे । कंप्यूटर केस मार्केट में अलग अलग शेप और साइज में उपलब्ध होते है।

Monitor
मॉनिटर टीवी के जैसे दिखने वाला आउटपुट डिवाइस होता है जिसे आप अपने कंप्यूटर पर जो भी इनपुट देते हैं उसका आउटपुट आपको मॉनिटर पर ही दिखाई देता है। मॉनिटर दृश्य दिखाने के लिए वीडियो कार्ड का प्रयोग करता है। मॉनिटर के दाहिनी और नीचे की तरफ आप को कंट्रोल बटन मिलते हैं जिनकी सहायता से आप अपने मॉनिटर की सेटिंग को बदल सकते हैं। पहले मॉनिटर cathode ray tube के साथ आते थे लेकिन वर्तमान समय में ज्यादातर मॉनिटर लिक्विड क्रिस्टल (एलसीडी -LCD )डिस्पले और लाइट एमिटिंग डायोड (LED ) की डिस्प्ले के साथ आते हैं।
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Keyboard
कंप्यूटर का यह बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसकी सहायता से कोई यूजर कंप्यूटर को Input प्रदान करता है। कीबोर्ड को यूजर और कंप्यूटर के बीच तालमेल बिठाने का पहला जरिया माना जाता है। कीबोर्ड की सहायता से आप अपने कंप्यूटर पर टाइपिंग कर सकते हैं MS Excel Sheet बना सकते हैं और इसकी शॉर्टकट keys का प्रयोग करके कंप्यूटर को ON/OFF भी कर सकते हैं।

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Mouse
माउस एक Pointing इनपुट डिवाइस है जिसकी मदद से आप Computer Display पर दिखाई दे रहे Curser को नियंत्रित कर पाते हैं। माउस का आविष्कार डग्लस सी एंजेलबार्ट (Douglas Engelbart )के द्वारा किया गया था। माउस में एक Right key, एक Left key तथा बीच में एक Scroll Wheel होता है। इनकी सहायता से आप कंप्यूटर स्क्रीन पर Cursor को नियंत्रित कर सकते हैं।

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Printer
प्रिंटर की मदद से आप अपने कंप्यूटर में दिखाई दे रहे हैं फोटो पीडीएफ फाइल या फिर फॉर्म को पेपर के रूप में छाप सकते हैं। प्रिंटर सामान्यता सॉफ्ट कॉपी को हार्ड कॉपी में बदल देता है। वर्तमान समय में प्रिंटर के बहुत सारे प्रकार मार्केट में उपलब्ध है.

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Scanner
Scanner की कार्यविधि बिल्कुल प्रिंटर के विपरीत है स्कैनर हार्ड कॉपी को सॉफ्ट कॉपी के रूप में बदलता है। स्केनर की सहायता से आप अपने किसी भी डॉक्यूमेंट को कंप्यूटर या इंटरनेट पर स्कैन करके अपलोड कर सकते हैं। स्कैनर की मदद से आप अपने डॉक्यूमेंट को डिजिटल फाइल के रूप में बदल सकते हैं।

Speaker
यह एक आउटपुट डिवाइस होती है जिसकी मदद से आप कोई म्यूजिक या साउंड सुन पाते हैं। अगर आप अपने कंप्यूटर से आउटपुट के रूप में साउंड या ऑडियो चाहते हैं तो इसके लिए आपको स्पीकर, हेडफोन या माइक्रोफोन को कंप्यूटर में लगाना पड़ेगा. Computer में स्पीकर को जोड़ने के लिए यूएसबी पोर्ट तथा ऑडियो पोर्ट की सुविधा रहती है।

Webcam
Webcam basically एक कैमरा होता है जो कंप्यूटर में सामने की तरफ लगा रहता है। यह इनपुट डिवाइस होती है जो कंप्यूटर पर वीडियो रिकॉर्डिंग करने में वीडियो कॉलिंग करने में तथा फोटो लेने में प्रयोग की जाती है। आजकल ज्यादातर वेबकैम माइक्रोफोन के साथ आते हैं। अगर आप इन वेबकैम को यूज करते हैं तो आपको बात करने के लिए अलग से ऑडियो पोर्ट लगाने की जरूरत नहीं होती है।

निष्कर्ष
कंप्यूटर में विभिन्न प्रकार के इनपुट आउट पुट डिवाइस का उपयोग किया जाता है जो कंप्यूटर में इंटरनल और एक्सटर्नल के जैसे कार्य करते है। कंप्यूटर में उपयोग किये जाने वाले डिवाइस की लिस्ट बहुत बड़ी है जिसे एक आर्टिकल में पूरा करना मुश्किल था इसलिए कंप्यूटर के मैन डिवाइस के बारे में बताया।
दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं कि आप हमारे Different Parts Of Computer In Hindi आर्टिकल को पढ़कर कंप्यूटर के अलग-अलग पार्ट्स (Different Parts Of Computer In Hindi)के बारे में अच्छी तरह जान गए होंगे। जो भी लोग कंप्यूटर के पार्ट्स के बारे में नहीं जानते उन तक हमारे इस आर्टिकल को जरूर पहुंचाएं ताकि उनकी भी नॉलेज अच्छी हो सके। इस आर्टिकल से सम्बंधित किस तरह के फीडैक और सलाह के लिए नीचे कमेंट करे हम आपकी हेल्प करेंगे।