आज के सभी लोग किसी न किसी प्रकार से टेक्नोलॉजी का उपयोग करते है इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में हम काम को आसानी से करने के लिए और कम्युनिकेशन के लिए हम किसी न किसी डिवाइस का उपयोग करते है जैसे की कंप्यूटर , लैपटॉप , स्मार्ट फ़ोन इत्यादि। क्या आपको पता है इन सभी डिवाइस में जो सबसे मुख्य कॉम्पोनेन्ट होते है उनमे से एक के बारे विस्तार से चर्चा करने वाले है जिसका नाम Motherboard है। आप ने कभी न कभी Motherboard बारे में जरूर सुना होगा तो आज इस (Motherboard In Hindi) आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मदर बोर्ड के बारे में विस्तार और सरल भाषा समझाने का प्रयास करेंगे और जानेगे की मदर बॉर्ड क्या होता है इसका क्या कार्य होता है, यह कितने प्रकार के होते है और यह भी जानेंगे की एक अच्छे मदर बोर्ड में क्या खूबिया होनी चाहिए। तो दोस्तों अगर आप मदर बोर्ड के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।
What Is Motherboard in Hindi
Motherboard कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का सबसे मुख्य पार्ट होता है जिससे कंप्यूटर के अन्य इंटर्नल एक्सटर्नल componenet जुड़े रहते है। मदरबोर्ड अनेक नामो से भी जाना जाता है जैसे की लॉजिक बोर्ड, बेसबोर्ड, सिस्टम बोर्ड, मेनबोर्ड, मेन सर्किट बोर्ड, प्लानर बोर्ड और शार्ट में इसे मोबो भी कहते है।
यह एक Nonconductive प्लास्टिक मटेरियल से बनाया जाता है जिसमे कंप्यूटर के अन्य इंटरनल और एक्सटर्नल पार्ट को कनेक्ट या फिट करने के लिए Holder ,Socket और Port दिए होते। मदर बोर्ड में अल्मूनियम या कॉपर से बनी हुई बहुत सारी लाइन्स होती है जिहे Track कहते है इसका उपयोग बोर्ड से अनेक कॉम्पोनेन्ट से कम्युनिकेशन करने के लिए उपयोग किया जाता है। मदर बोर्ड में आपको निम्न लिखित पोर्ट और कम्पोनेट देखने को मिलेंगे। जिसे आप नीचे देख सकते है।
- CPU socket
- Memory slots
- SATA connector (Storage)
- Power connector
- Chipset
- Floppy connector
- IO Chip
- Rear fan connector
- Chassis fan connector
- IO connectors
- USB ports
- Audio connector
- IDE connector
- CMOS battery header
- PCI peripheral component interconnect slots
- Nonvolatile memory (ROM) to hold the Boot program
- Clock generator to synchronize with components
- Expansion card slot
Types of Motherboard in Hindi
डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्टफोन में मदरबोर्ड का उपयोग किया जाता है जिनके कार्य लगभग एक समान होते हैं। लेकिन इसमें कनेक्ट किये जाने वाले कॉम्पोनेन्ट और बोर्ड में कनेक्शन करने का तरीका और आकार उपयोगिता के अनुसार भिन्न होते है। कंप्यूटर और लैपटॉप में अधिकांश कॉम्पोनेन्ट को केबल के सहारे बोर्ड में फिट करना आसान होता है लेकिन टेबलेट या स्मार्टफोन में Component को मदर बॉर्ड से कनेक्ट या अलग करने के लिए Soldering का उपयोग किया जाता है।
उपयोगिता के आधार पर मदर बॉर्ड के साइज फीचर , कार्य करने की क्षमता , लिमिटेशन इत्यादि अलग अलग होते है जिन्हे हम Motherboard के Types कहते है और इसे टेक्निकल भाषा में मदर बोर्ड के Form Factor के नाम से जानते है। प्रत्येक मदर बोर्ड निर्माता कंपनी बोर्ड को अपने अनुसार डिज़ाइन करता है लेकिन Motherboard के निर्माता को इस बात का ध्यान अवश्य रखना पड़ता है की बोर्ड हर एक डिवाइस में आसानी से फिट हो जाये और उसमे उपयोग होने वाले सभी कॉम्पोनेन्ट भी आसानी से फिट हो जाये।लेकिन इस आर्टिकल में कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाले कुछ प्रसिद्द Motherboard के बारे में चर्चा करेंगे।
मदरबोर्ड कितने प्रकार का होता है Types OF MotherBoard In Hindi
Non-integrated Motherboard
इस तरह के मदर बोर्ड में सभी सभी प्रकार के कनेक्टर जैसे की हार्ड ड्राइव , CD ड्राइव और I/O port को mother Board से डायरेक्ट कनेक्ट नहीं किया जाता था इसके लिए अलग से expansion board का इस्तेमाल किया जाता था जिसकी सहायता से कनेक्टर को मदर बोर्ड में कनेक्ट किया जाता था। expansion कार्ड के उपयोग से सिस्टम का वजन अधिक हो जाता था और कंप्यूटर के अंदर स्पेस की कमी रहती थी लेकिन इसका सबसे बड़ा फायदा होता था की components ख़राब होने पर उसे आसानी से कम खर्च में रिपेयर किया जा सकता था।
Integrated Motherboard:
आज के समय में अधिकतर मदर बॉर्ड में Integrated टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। इस तरह के मदर बोर्ड में किसी प्रकार के expansion card की जरुरत नहीं पड़ती थी इसमें सभी प्रकार के port और कनेक्टर जैसे की सीरियल और Parallel पोर्ट , IDE, CD drive, हार्ड ड्राइव इत्यादि को डायरेक्ट मदर बोर्ड में कनेक्ट किया जाता है इस कारण से इसका परफॉरमेंस और स्पीड अधिक रहती है इस तरह के मदर बोर्ड में रिपेयर और मेंटेनन्स करने का खर्च Non-integrated की तुलना में अधिक पड़ता है। Integrated Mother Board में लेटेस्ट फीचर और स्पीड अधिक देखने को मिलती है।
AT Motherboard
AT का फुल फॉर्म advance technology है और इस तरह के मदर बोर्ड साइज में बहुत बड़े होते है इस तरह के मदर बॉर्ड का इस्तेमाल मिनी डेस्कटॉप के लिए नहीं किया जा सकता है क्योकि इनके आकर बहुत बड़े होने से इन्हे छोटे CPU कैबिनेट में फिट नहीं किया जा सकता है। इस तरह के मदर बोर्ड से कनेक्ट किये जाने वाले बाहरी और आंतरिक कॉम्पोनेन्ट और डिवाइस के लिए अलग प्रकार के पोर्ट सॉकेट दिए जाते है जिन्हे मदर बोर्ड में फिट करने और अनफिट करने में थोड़ी कठिनाई होती है। अभी इस तरह के मदर बोर्ड प्रचलन में नहीं है इस तरह के बॉर्ड का उपयोग 1980 के कंप्यूटर में किया जाता था।
विशेषताएं
- SD RAM slots
- PGA sockets
- 20 pin connectors
- PCI and ISA expansion slots
- Serial mouse connector
- Keyboard connector

ATX Motherboard
ATX का फुल फॉर्म advance technology extended होता है इस तरह के मदर बोर्ड साइज में AT से थोड़े छोटे और टेक्नोलॉजी में एडवांस होते थे इस तरह के mother Board को intel ने 1990 के कंप्यूटर में इस्तेमाल करने के लिए डेवेलोप किया था। इस तरह के मदर बोर्ड में serial, parallel, mouse, इत्यादि के आलावा अन्य कनेक्टर को सीधा मदर बोर्ड में कनेक्ट करने के लिए पोर्ट दिए जाते थे। ATX टाइप के मदर बोर्ड को छोटे और बड़े दोनों तरह के form factor जैसे की microATX, Mini ATX, FlexATX और Extended ATX में इस्तेमाल किया जा सकता था।
- DIMM slots
- MPGA CPU सॉकेट
- 12 and 20 पिन कनेक्टर्स
- SATA and IDE कनेक्टर्स
- PCI, ISA, और AGP expansion slots

LPX Motherboard
LPX मदर बॉर्ड का फुल फॉर्म Low Profile extension था जिसे वेस्टर्न डिजिटल कंपनी ने 1987 में डेवेलोप किया था लेकिन इसका इस्तेमाल 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक में किया गया था।
यह बोर्ड अन्य पिछले दो मदर बॉर्ड से 2 सबसे बड़े बदलाव के साथ आईटी इंडस्ट्री में लांच किये गए थे पहला कारण ये था की कंप्यूटर में कनेक्ट किये जाने वाले सभी Input और Output पोर्ट को मदर बॉर्ड के पिछले साइड में कर किया गया था और इसमें पहले से अधिक slots दिए गए थे जिससे इंटर्नल और एक्सटर्नल कॉम्पोनेन्ट और डिवाइस को आसानी से कनेक्ट किया जा सकता था। इस बॉर्ड में Accelerated Graphic Port (AGP) Slots नहीं दिया गया था जो इस बोर्ड का सबसे बड़ा disadvantage था। एलपीएक्स मदरबोर्ड 9 “चौड़ा x 13” लम्बा होता था जिसमे बड़े कार्ड को आसानी से उपयोग किया जा सकता था।
- कम बिजली की खपत
- बहुत कम Heat पैदा करते है
- कूल करने की क्षमता अधिक है
- नॉर्थब्रिज और साउथब्रिज दोनों के बीच डाटा ट्रांसफर रेट फ़ास्ट हो

BTX Motherboard
इस मदर बॉर्ड का पूरा नाम Balance technology extended (BTX) था जिसे 2004 में intel द्वारा डेवेलोप किया गया था। Balanced Technology extended मदर बोर्ड को ATX मदर बॉर्ड में आने वाली समस्या को दूर करने के लिए बनाया गया था। BTX Motherboard सीपीयू और अन्य कॉम्पोनेन्ट जैसे की ग्राफ़िक कार्ड और नोर्थब्रिज से पर्याप्त मात्रा में उत्पन्न हीट को कम करता था इसमें यूनिवर्सल सीरियल बस (USB) 2.0 और बाहरी कॉम्पोनेन्ट को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए peripheral component interconnect (PCI) का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन बाद में intel ने इस मदर बॉर्ड को उपयोग में लाना बंद कर दिया था।

Pico BTX motherboard
यह भी एक प्रकार का मदर बॉर्ड है जो BTX मदर बॉर्ड से 75% छोटे होते थे। इस तरह के मदर बोर्ड अन्य BTX मदर बोर्ड से आधे होते थे जिसमे एक या फिर दो expansion slots दिए होते थे. Pico BTX motherboard को VIA Company ने डेवेलोप किया है। Pico-ITX x86 सिस्टम के लिए सबसे अच्छा motherboard था क्योकि यह कम पावर का उपयोग करता था। इस तरह के Motherboard का उपयोग embedded सिस्टम अप्लीकेशन में अधिक उपयोग किया जाता था।

Mini ITX motherboard
Mini-ITX मदर बोर्ड को VIA Technologies के द्वारा सन 2001 में डेवेलोप किया गया था इस बोर्ड का डायमेंशन लगभग 17 x 17 सेमी होता था। इस मदर बॉर्ड का इस्तेमाल small form factor (SFF) के लिए अधिक उपयोग किया जाता था यह मदर बॉर्ड से कम पावर लेता था इसलिए यह जल्दी से कूलिंग करने की क्षमता रखता था। इस तरह के मदर बोर्ड का उपयोग होम सिस्टम थिएटर में अधिक इस्तेमाल किया जाता था क्योकि यह उपयोग में अधिक आवाज नहीं करता था।

लेखक के शब्द
Motherboard In Hindi आर्टिकल में हमने जाना की mother बोर्ड क्या होता है इसका क्या उपयोग होता है और यह कितने प्रकार के होते है उम्मीद करते है की यह (Motherboard In Hindi)आर्टिकल आपको अच्छा होगा तो इसे अधिक से अधिक अपने दोस्तों और सोशल मीडिया में शेयर करे और इस आर्टिकल से सम्बंधित किसी तरह के फीडबैक के लिए कमेंट करे हमारी टीम आपके सभी प्रकार के सवालों का जवाब देगी। इसी तरह की जानकरी के लये हमारे अन्य ब्लॉग siyaservice.com के आर्टिकल को भी पढ़े और अपना फीडबैक दें।