कंपनी को अधिक प्रॉफिट कमाने के लिए अनेको स्ट्रेटेजी का सहारा लेना पड़ता है उसमे मार्केटिंग को सबसे अहम माना जाता है। मार्केटिंग कई प्रकार की होती है जैसे की नेटवर्क मार्केटिंग , डिजिटल मार्केटिंग , सोशल मार्केटिंग आदि। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में विस्तार से बताने वाले है जैसे की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है (Network Marketing Kya Hai) , नेटवर्क मार्केटिंग कैसे कार्य करता है , नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे और नेटवर्क मार्केटिंग के नुकसान। यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग को सही तरीके से जानना और समझना चाहते है तो हम आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने की सलाह देंगे क्योकि इस आर्टिकल में हमने मार्केटिंग के सभी पहलूओ पर चर्चा किया है ।
नेटवर्क मार्केटिंग क्या है ? Network Marketing Kya Hai
मुकाबले के इस दौर में किसी भी सेवा या उत्पाद से जुड़े व्यापार को ज़्यादा से ज़्यादा ग्राहकों तक सीधे पहुँचाने और बिक्री को ऊँचे आयाम तक पहुँचाने के लिए अनेको प्रकार की तकनीक और स्ट्रेटेजी अपनायी जाती है। इसे मल्टी लेवल मार्केटिंग भी कहते हैं। इस नए मार्केटिंग के उपाय से अब ग्राहक सीधा कंपनी से जुड़ जाता है, जिससे ग्राहक और व्यापारी दोनों को ही अच्छा फायदा मिलता है।
परंपरागत मार्केटिंग में किसी भी सेवा या उत्पाद को ग्राहक तक पहुँचाने के लिए रिटेलर्स, विज्ञापन और बिचौलियों का सहारा लेना पड़ता था, जिससे उत्पाद में मिलावट, विज्ञापन और बिचौलियों की वजह से उत्पाद के दामों में बहुत गड़बड़ हुआ करती थी
जिससे व्यापार को भरी नुकसान होता था। इस समस्या को ख़त्म करने के लिए कंपनियों ने अपने उत्पाद या सेवा को सीधा ग्राहकों तक पहुँचाने का निर्णय लिया, ताकि उत्पाद की गुणवत्ता और दाम में कोई हेराफेरी न हो सके।
नेटवर्क मार्केटिंग का बिजेनस काम कैसे करता है?
नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ता तक पहुँचाती है। इस मार्केटिंग में ग्राहक खुद ही उत्पाद या सेवा का उपयोग कर उसे दुसरे ग्राहकों में प्रचार प्रसार करते हैं। इसके बदले कंपनी अपने लाभ का एक हिस्सा अपने इन्ही ग्राहकों को जो प्रचार कर रहे है उन्हें दे देती है। इससे ग्राहकों को भी उत्पाद का प्रचार करने से फायदा मिलता है और सही जानकारी लोगों तक पहुँचती है।
नेटवर्क मार्केटिंग का सीधा मतलब है अपने ग्राहकों से अच्छे सम्बन्ध बनाना ताकि वो खुद ही ख़ुशी से कंपनी का विज्ञापन दुसरे लोगों के सामने करें। इससे कंपनी को अच्छी छवि बनाने में भी सहायता होती है।
नेटवर्क मार्केटिंग व डिजिटल मार्केटिंग में अंतर
अभी तक आपने जाना की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है आज के समय में कंपनी अपने उत्पाद की अधिक बिक्री और प्रमोशन के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सहारा लेती है। दोनों शब्द एक जैसे लगते है लेकिन गहराई से समझा जाये तो दोनों में काफी अंतर है जिसे आप नीचे दिए गए टेबल में अच्छे से समझ सकते है।
नेटवर्क मार्केटिंग | डिजिटल मार्केटिंग |
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मल्टी लेवल पद्दति का प्रयोग कर के डायरेक्ट सेलिंग होती है | इंटरनेट के प्रयोग से सभी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर प्रचार किया जाता है |
ज़्यादा स्किल्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स की ज़रूरत होती है | बेहद कम कर्मचारी की ज़रूरत |
ज़्यादा लोग लाभ कमा सकते है | ज़्यादा फायदा केवल कंपनी को मिलता है |
लोगों को व्यक्तिगत तौर पर आय, लोकप्रियता और भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। | व्यक्तिगत तौर पर किसी को फायदा नहीं मिलता है |
किसी सर्विस की मार्केटिंग के लिए इसमें ज़्यादा तयारी करनी पड़ती है। | उत्पाद के आलावा किसी सेवा आदि के लिए ये सबसे उत्तम तरीका समझा जाता है |
नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे
नेटवर्किंग मार्केटिंग करने से अनेकों फायदे हैं जिनसे ग्राहक, डिस्ट्रीब्यूटर और उत्पादक सभी को प्रोडक्ट को सेल करने में आसानी होती है जिसे आप नीचे समझ सकते है
- समय की बचत और सही उपयोग – जो लोग सोशल मीडिया से जुड़े रहते हैं उनके पहले से कई दर्शक मौजूद होते हैं, ऐसे ही लोगो को सही विज्ञापन की छोटी सी ट्रेनिंग देकर इनसे उत्पाद का प्रचार करवाया जाता है, जिससे कम समय में उत्पाद की जानकारी ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दी जाती है और प्रभावित होकर कई लोग उत्पाद और सेवा का लाभ लेना भी शुरू कर देते हैं।
- ब्रांड की अच्छी छवि बनाने में मदद – जब डिस्ट्रीब्यूटर्स को प्रचार करने से लाभ होता है तो बदले में वो ब्रांड की छवि को अच्छा बना कर दिखने की पूरी कोशिश करते हैं, जिससे उत्पाद की बिक्री अच्छी छवि के साथ बढ़ती रहती है।
- विशेष आय कमाने का विकल्प – बिना किसी वजह के मोबाइल और सोशल मीडिया पर अपना कीमती समय ख़राब कर रहे लोगों के लिए नेटवर्क मार्केटिंग अतिरिक्त कमाई का अच्छा विकल्प होता है, जिसमे बीएस कंपनी के साथ जुड़ कर अपने साथ साथ कंपनी का भी फायदा कराते हैं।
- सकारात्मक सोच – परम्परागत मार्केटिंग में अपना फायदा बनाने के लिए लोग आसानी से झूठ और धोखाधड़ी करने लगते थे, लेकिन एक दुसरे को बेहतर उत्पाद का फायदा देने की कोशिश करते हैं जिससे उनमें सकारात्मक और अच्छे की भावना जगती है।
- समय के साथ प्रसिद्धि और आय में वृद्धि – नेटवर्क मार्केटिंग से केवल ब्रांड का नाम, उत्पाद का ही नहीं बल्कि उसका प्रचार करने वाले को भी समय के साथ साथ प्रसिद्धि मिलने लगती है। जिससे उन्हें और ज़्यादा ब्रांड का प्रचार करने का मौका मिलने लगता यही और उनकी आय में वृद्धि होने लगती है।
- व्यक्तित्व का उत्थान – नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने के बाद सबसे पहले तो व्यक्ति समय का सही उपयोग करना सीख जाता है, साथ ही व्यवसाय से जुड़े अन्य कर्मठ लोगो से मेलजोल बढ़ता है, उन्हें उनकी बात सही से कहने का तरीका सिखाया जाता है ताकि की बात का प्रभाव बढ़ सके, जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास होने लगता है और वो ज़्यादा आत्मविश्वास से भर जाते हैं।
- इसके आलावा डिस्ट्रीब्यूटर्स को और भी व्यक्तिगत कई लाभ होते हैं जैसे वो बातचीत करने में ज़्यादा सक्षम बन जाते यहीं, लोगो में उनकी पहचान बन जाती हैं, लोग उन्हें कसी मकसद के साथ जोड़कर समझने लगते हैं आदि।
नेटवर्क मार्केटिंग के नुक़सान
- कम्युनिकेशन, नेटवर्किंग, मार्केटिंग व प्रेजेंटेशन स्किल्स को सीखना मुश्किल होता है और इसमें बहुत समय भी लगता है।
- नेटवर्किंग बनाने के लिए कई बार रिश्तेदारों को साथ में जोड़ा जाता है जिससे काम पर और रिश्तों पर बुरा असर पड़ता है।
- नेटवर्क मार्केटिंग को सफल बनाने में अधिक समय लगता है और उस सफलता को बनाए रखने के लिए भी बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
- बड़ी MLM कंपनिया फ़्रॉड करती है और पिरामिड स्कीम चलाती है। जिसके काम में ज़्यादा लोग जुड़े होते हैं इसीसे घोटाले की सम्भावना अधिक होती है।
- 90% से ज्यादा MLM कंपनिया शुरू के 5 सालों में ही बंद हो जाती है। इससे होता यह है, कि लाखों लोगों की मेहनत ऐसे ही बर्बाद हो जाती है।
- नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में बहुत सारे लोग होते है जिनको कुछ प्रतिशत मुनाफा देना होता है। इसलिए हर उत्पाद की बिक्री पर अधिकतर कंपनियाँ महँगे प्रॉडक्ट बेचती है, जिसका असर ग्राहक पर पड़ता है।
नेटवर्क मार्केटिंग के लिए प्रमुख कोर्स और डिग्री
नेटवर्क मार्केटिंग करने के लिए और सेल्स के काम को सही तरीके से चलाने के लिए एक कुशल और अनुभवी व्यक्ति की आवश्यकता होती है
इस क्षेत्र में नौकरियों की सम्भावना अधिक होती है कोई भी विद्यार्थी 12वीं के बाद मार्केटिंग मैनेजमेंट का डिप्लोमा कोर्स, अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर सकते हैं
या मार्केटिंग में इस कोर्स को एमबीए / एमए के रूप में जाना जाता है। कोर्स पूरा होने के बाद व्यक्ति मार्केटिंग मैनेजर, इंटरनेशनल सैल्स मैनेजर, अकॉउंट मैनेजर, एडवर्टाइजिंग मैनेजर, सप्लाई चैन मैनेजर के तौर पर काम कर सकता हैं।
भारत की शीर्ष 10 मार्केटिंग नेटवर्किंग कम्पनीज़ हैं
- Vestige
- Mi Lifestyle
- Amway
- Herbalife
- Modicare
- RCM
- Forever Living
- Safe And Secure
- Oriflame
- Asclepius Wellness
लेखक के अंतिम शब्द
इस आर्टिकल में हमने आपको नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जैसे की नेटवर्क मार्केटिंग क्या है( Network Marketing Kya Hai), नेटवर्क मार्केटिंगकैसे कार्य करता है और नेटवर्क मार्केटिंग करने के फ़ायदे और नुकसान क्या है। उम्मीद करते है की यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद हम कमेंट बॉक्स के माध्यम से फीडबैक की उम्मीद करेंगे।