Linux in Hindi के माध्यम से हम लिनक्स को virtual मशीन में इनस्टॉल कैसे करेंगे इसके बारे जानेगे ubuntu फ्री और opensource operating system । यह लिनक्स के SUSe ,और Debian के डिस्ट्रीब्यूशन में आता है Ubuntu मुख्य रूप से 3 Edition (संस्करण ) में उपलब्ध है ।
पहला Desktop एडिशन इसे आप विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के जैसे इस्तेमाल कर सकते है Ubuntu को आप एक डेस्कटॉप ऑपरेशन सिस्टम के जैसे इस्तेमाल कर सकते है जैसे की वीडियो देखना , गाने सुनना , फोटो को एडिट करना इत्यादि काम आप आसानी से कर सकते है।
दूसरा एडिशन है सर्वर एडिशन इस तरह के ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम में आप Ubuntu Desktop जैसे ही देखेगा लेकिन इस में सर्वर को इनस्टॉल और कॉन्फ़िगर करते है और सर्वर के जैसे काम करता है ।
तीसरा core ubuntu इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम में स्क्रीन सिर्फ ब्लैक एंड वाइट में रहती है इसमें माउस का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। सिर्फ कमांड से चलाया जा सकता है इन सभी तरह के Ubuntu को आप Real मशीन में या फिर Virtual मशीन में इनस्टॉल और कॉन्फ़िगर कर सकते है।
Note ओपनसोर्स का मतलब है यह एक फ्री ऑपरेटिंग सिस्टम है ubuntu को आप अपने जरुरत के अनुसार Edit और Modify कर सकते है लेकिन विंडोज में आप ऐसा नहीं कर सकते है )
Ubuntu लिनक्स के जैसे हर 6 महीने में एक New version रिलीज़ करता है जिसका LTS (Long Term Support )हर 2-5 साल के लिए होता है। उबंटू एक मुफ्त ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे आप इंटरनेट से ubuntu के official website से फ्री ने डाउनलोड कर के हमेशा के लिए इस्तेमाल कर सकते है और आपको कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है ubuntu लिनक्स कर्नेल का उपयोग करता है। “उबंटू” एक अफ्रीकी शब्द है जिसका अर्थ है “दूसरों के लिए मानवता“।
Ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम का पहला Edition (संस्करण ) 20 October 2004 को रिलीज़ हुआ था और इस समय जब इस आर्टिकल को पढ़ रहे है इस समय ubuntu का 21 version release हो गया है।
Linux based ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग आप कंप्यूटर, स्मार्टफोन और नेटवर्क सर्वर में किया जा सकता है । इसका डेवेलपमेंट UK की कंपनी Canonical द्वारा किया जाता है ।Ubuntu सॉफ्टवेयर को विकसित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी सिद्धांत ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट के सिद्धांतों पर आधारित हैं।
ubuntu को इस्तेमाल करने के फ़ायदे
- Free OS: यह एक फ्री और open source ऑपरेटिंग सिस्टम है।
- Customizability: ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम को आप अपने हिसाब से customize and Edit कर सकते है लेकिन विंडोज में आप ऐसा नहीं कर सकते है।
- Not Require Any Antivirus: विंडोज ऑपरेटिंग की तुलना में इसमें virus का attach बहुत कम रहता है जब आप इसे अपने पर्सनल कंप्यूटर में इस्तेमाल कर रहे हो तो किसी भी तरह के antivirus को इनस्टॉल करने कीआवश्यकता नहीं पड़ती है।
- Runs Without Installing: इस ऑपरेटिंग सिस्टम को आप सिस्टम में इनस्टॉल किये बिना एक पोर्टेबल OS की तरह CD /DVD या pen drive में लाइव OS के जैसे चला सकते है।
- Less Hardware Requirement : इस ऑपरेटिंग सिस्टम में इनस्टॉल और उपयोग करने के लिए विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में बहुत काम हार्डवेयर की Requirement पड़ती है इस वजह से बहुत फ़ास्ट चलने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है
- Help and support Linux और ubuntu में आपको बहुत सारे forum मिल जायेंगे जहा से आप फ्री में हेल्प एंड सपोर्ट लेकर अपने प्रॉब्लम को सॉल्व कर सकते हैं।
ubuntu Linux को सिस्टम में कैसे इनस्टॉल करें
ubuntu और लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को आप मुख्य दो तरीके से सिस्टम में उपयोग कर सकते है पहला है सिस्टम में Install करना जिसे आप इसे ड्यूल बूट या फिर सिंगल बूट की तरह इस्तेमाल कर सकते है.
दूसरा तरीका है की आप इसे किसी भी थर्ड पार्टी के सॉफ्टवेयर में इंसटाल कर के उपयोग कर सकते है जैसे की VirtualBox , VMware , hypervisor इत्यादि में।
VMware में ऑपरेटिंग सिस्टम को इनस्टॉल करने के फ़ायदे
- real या फिर main मशीन में सिर्फ 4 OS इनस्टॉल कर सकते है जब की VMware की में आप हार्डवेयर की क्षमता के अनुसार unlimited OS इनस्टॉल कर सकते है
- real मशीन को start और शटडाउन करने में ज्यादा टाइम लेता है जब की VMware कम समय लेता है।
- VMware की कॉन्फ़िगरेशन और सेटिंग करना बहुत आसान है
ubuntu को VirtualBox में इंस्टाल करने के लिए आवश्यक सामग्री
- 2 GHz dual core processor या फिर उससे भी आगे का प्रोसेसर
- 4 GB system memory
- Ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम की ISO फाइल
- कम से कम 25 GB का हार्ड डिस्क में space होना चाहिए
- सिस्टम में internet की सुविधा होनी चाहिए जैसे की system को अपडेट करने के लिए या फिर कोई सपोर्ट के लिए
- इंस्टॉलर मीडिया के लिए या तो एक DVD ड्राइव या एक USB पोर्ट होना चाहिए
New Ubuntu 20.04 Features
- ubuntu 21 में लेटेस्ट वर्शन की kernel 5.4 को सपोर्ट करता है जिसमे सिस्टम boot speed , power saving और अन्य सिक्योरिटी के फीचर दिए गए है।
- ubuntu 21 लेटेस्ट Gnome3. (graphical feature ) को सपोर्ट करता है जिससे आप एनीमेशन और गेम्स को आसानी से देख और प्ले कर सकते है।
- लेटेस्ट programing language को भी सपोर्ट करता है जैसे की Python 3.8, OpenJDK 11, PHP 7.4, Ruby 2.7.0, Perl 5.30 इत्यादि।
- Ubuntu 20 package अपडेट को 2025 तक सपोर्ट करेगा।
Ubuntu के ISO Image को डाउनलोड करें
नीचे दिए गए लिंक से आप अपने उपयोग के अनुसार ISO file को अपने सिस्टम में डाउनलोड कर सकते है।
windows मशीन में bootable USB Pen drive बनाये
विंडोज से ISO को bootable बनाने के लिए इंटरनेट में बहुत सारे तरीके और सॉफ्टवेयर मिल जायेगे जिससे आप ubuntu के ISO image को bootable बना सकते है लेकिन इस आर्टिकल में हम एक special सॉफ्टवेयर की बात करेंगे जिसे ज्यादातर Engineer इसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है।
जिसका नाम है Rufus (यह एक फ्री open source सॉफ्टवेयर है जिसे इंटरनेट से फ्री में डाउनलोड कर के इस्तेमाल कर सकते है और इसके लिए कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है ). Rufus सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
डाउनलोड Rufus software
Rufus सॉफ्टवेयर को सिस्टम में download करने के बाद उसे (Rufus ) माउस से डबल क्लिक कर के ओपन करे जैसे की आप नीचे की स्क्रीन में देखा रहे है। Rufus सॉफ्टवेयर को open करने से पहले सिस्टम में pen drive को USB पोर्ट में अच्छी तरह कनेक्ट कर दे।
जब आपका Pen drive सिस्टम में कनेक्ट होगा और Rufus को आप open करेंगे तो device में आपका Pen drive show करेगा अगर एक से ज्यादा Pen drive कनेक्ट है तो जिसे आप bootable बनाना चाहते है उसे सेलेक्ट करे। जैसे की नीचे की स्क्रीन में दिख रहा है।
नोट : जिस Pen drive को आप bootable बनाने जा रहे है उसका साइज काम से काम 4 GB से 8 GB तक होना चाहिए और bootable में रखे हुवे डाटा का बैकअप ले सकते है। क्योकि Pen drive bootable बनाने से पहले फॉर्मेट होगा जिससे उसमे रखा डाटा डिलीट हो जायेगा .
जिस ISO को आप Pen drive में Bootable बनाना चाहते है उसे सिस्टम से browse करने के लिए select ऑप्शन में क्लिक करे और सिस्टम में जहा ISO Image है उसे browse करे। और स्टार्ट पर क्लिक करे और देखेंगे की 5 -7 मिनट्स में आपका bootable pen drive, OS को इस्टॉल करने के लिए तैयार हो जायेगा।
ISO Image फाइल को अपने सिस्टम से ब्राउज किया था उसे नीचे के स्क्रीन में देख सकते है।
Ubuntu को इनस्टॉल करे
जिस सिस्टम में Ubuntu को इनस्टॉल करना है bootable pendrive को उसके USB Port में कनेक्ट कर दे और सिस्टम को स्टार्ट करके Bios में जाकर USB को first boot priority देकर bios setting को save और एग्जिट करे और सिस्टम को स्टार्ट करे
अब जैसे ही सिस्टम स्टार्ट होगा थोड़ी देर के बाद आपके सामने एक स्क्रीन आएगी जैसे की नीचे के स्क्रीन में देख रहे है।
BIOS में जाने के लिए हर कंपनी की कुछ special key होती है
आप नीचे देख सकते है कुछ popular company की shortcut key जिसे press करके आप सिस्टम की BIOS में जा सकते है
Brand Name | Shortcut Key |
Acer | F12 |
ASUS | F8 |
HP | ESC |
Toshiba | F12 |
Sony | F2 |
Gigabyte | F12 |
एक बार जब BIOS बूट करने योग्य मीडिया का पता लगा लेता है, फिर सिस्टम इससे BOOT हो जाता है। जैसे की आप नीचे देखे सकते है bootable Pen drive से बूट होने के बाद, इंस्टॉलर आपकी फ़ाइल सिस्टम की जांच करेगा, इस प्रक्रिया को कैंसिल करने के लिए की बोर्ड से Ctrl + C दबाएं।
ctrl +c key दबाने के के थोड़ी देर बाद आपको नीचे दी गयी स्क्रीन दिखेगी अब आपको Install ubuntu पर क्लिक करना है।
Select the keyboard layout and click on continue
update and other software
यहाँ पर आपको 2 इंस्टालेशन टाइप देखने को मिलेंगे
- normal installation
- minimal installation
normal इंस्टालेशन में GUI (ग्राफिकल ) से सम्बंधित सभी utility और सॉफ्टवेयर इनस्टॉल हो जायेंगे जैसे की आप music से सम्बंधित, file Editing, VLC, जैसे software इनस्टॉल मिलेंगे। लेकिन minimal इंस्टालेशन में आपको GUI के बेसिक feature ही मिलेंगे। जिन्हे बाद में आवश्यकता पडने पर इंस्टॉलमकार सकते है
Installation Type
इंस्टालेशन टाइप में हमें Harddisk के दिए गए स्पेस में पार्टीशन को बनाना पड़ता है जैसे की आप नीचे की स्क्रीन में देख रहे है यह पर दो सिलेक्शन buttan दिए गए है
Erase Disk and Install OS अगर आप Ubuntu installtion के टीम इस ऑप्शन को select करते है तो आपके डिस्क का सारा डाटा डिलीट हो जायेगा यदि आपका सिस्टम ड्यूल बूट है या फिर दूसरे पार्टीशन में आपका डाटा है तो इस कंडीशन में आपके हार्डडिस्क का सारा डाटा डिलीट हो जायेगा। इसलिए OS को इस्टॉल करते समय यहाँ सिलेक्शन बहुत ही होशियारी से करना है।
Somthing Else इस ऑप्शन के सिलेक्शन में आप पार्टीशन को अपने जरुरत के अनुसार बना सकते हो।
इंस्टालेशन को आगे बढ़ाने के लिए continue पर क्लिक करें
यहाँ पर आपको खाली स्पेस में पार्टीशन को बनाना हैं जैसे नींचे की स्क्रीन में देख रहे है harddisk में 788.2 GB का फ्री स्पेस है
partition बनाने के लिए /dev/sda पर क्लिक कर के new partition table पर क्लिक करें.
नया पार्टीशन बनाने के लिए + sign पर क्लिक करे
sign पर क्लिक करते ही create partition नाम की एक विंडोज खुल कर आएगी यह पर साइज कॉलम में पार्टीशन का साइज दे और mount point dropdown ऑप्शन में आप partition का नाम सेलेक्ट कर सकते है जैसे की आप नीचे की स्क्रीन में देखा सकते है की हमने 10000 MB (10 GB ) कर पार्टीशन साइज और उस पर boot partition को बनाया है।
नीचे के स्क्रीम में 300000 MB (300 GB ) का / partition बनाया गया है।
नीचे के स्क्रीम में 200000 MB (200 GB ) का / home partition बनाया गया है।
300000 MB (300 GB ) का /var partition बनाया गया है।
हमने इस installation में total 4 पार्टिशन्स बनाये है /boot ,/home ,/var और /, partitions बनाये है और आप अपने जरुरत के अनुसार partitions को इससे अधिक भी बना सकते है OS के इंस्टालेशन के लिए ये बेसिक partition है। installation प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए install now पर क्लिक करे ।
Ubuntu के पार्टिशन्स और Size
- /boot = 1 GB (ext4 file system)
- / = 300 GB (ext4 file system)
- /home = 80 GB (ext4 file system)
- /var = 300 GB (ext4 file system)
create किये गए partition को confirm और installation प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए continue पर क्लिक करें जैसे की नीचे की स्क्रीन में देख सकते है।
अपने current लोकेशन के अनुसार अपना time Zone select करें और इंस्टालेशन को जारी रखने के लिए continue पर क्लिक करें।
who Are You
सिस्टम में time जोन को set करने के बाद अपनी इनफार्मेशन को सेट करना है जैसे की सिस्टम का password ,system name ,user account name etc.
- 1.your name यहाँ पर आप अपना नाम सेट कर सकते हैं
2. your computer नाम यहाँ पर कंप्यूटर का नाम set कर सकते है।
3. pick a user name यहाँ पर सिस्टम के username का नाम सेट कर सकते है
4. choose password इसमें सिस्टम में लॉगिन करने के लिए जो पासवर्ड चाहिए उसे आप यहाँ सेट कर सकते है।
5. confirm your password जो password अपने choose पासवर्ड में दिया है उसी पासवर्ड को यहाँ भी फिर से टाइप करना है
इंस्टालेशन को आगे बढ़ाने के लिए continue पर क्लिक करें
नीचे की स्क्रीन में आप Ubuntu को system में इनस्टॉल होते हुवे देख सकते हो।
system में installation complete होने पर start Now पर क्लिक कर के सिस्टम को Restart करे
सिस्टम के restart होने के बाद सिस्टम में सबसे पहले सिस्टम लॉगिन स्क्रीन आएगी जैसे नीचे की स्क्रीन देख सकते है अब आप सिस्टम password (जो इंस्टालेशन के पहले सेट किया है )से system में लॉगिन करें।
अब आपका ubuntu का installation complete हो गया अब आप इसमें अपना डाटा , म्यूजिक, movie आदि स्टोर और Ubuntu ऑपरेटिंग सिस्टम में काम कर सकते है।
निष्कर्ष
Linux in Hindi आर्टिकल में हमने ubuntu को VirtualBox में इनस्टॉल कैसे करे step buy step screenshot के साथ इंस्टालेशन को देखा और इसके अधिक से अधिक topic को कवर करने की कोशिश किया है यदि इस आर्टिकल या वेबसाइट से सम्बंधित संदेह और प्रश्न होगा तो आप नीचे के कमेंट बॉक्स में अपना डाउट और feedback दे सकते है आपके सलाह से हमें अपने आर्टिकल को और अच्छा बनाने में की कोशिश करेंगे