वैसे तो सभी लोगों की याद करने की क्षमता अलग अलग होती है, लेकिन जल्दी याद करने के कुछ तरीके, मंत्र या टिप्स एंड ट्रिक्स अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपनी याददास्त को पहले से अधिक बढ़ा सकता है। कई लोगों को पढ़ा हुआ लम्बे समय तक याद रहता है, वही कुछ लोगो को जल्दी याद नहीं होता है। यदि आपको भी यह समस्या है और आप जल्दी याद करने के लिए तरीक़े समझना चाहते है तो यह आर्टिकल आपके बेस्ट होने वाला है क्योकि आज इस लेख में हम आपको jaldi yaad karne ka tarika बताने वाले हैं जिनको फॉलो करके आप कुछ ही समय बहुत जल्दी याद कर पाएंगे और याद किया हुआ आपको लम्बे समय तक याद भी रहेगा।
पढ़ा हुआ याद क्यों नहीं रहता है?
jaldi yaad karne ka tarika समझने से पहले आपको यह जानना बहुत जरूरी है की आखिर पढ़ा हुआ याद क्यों नहीं रहता है? पढ़ा हुआ याद न करने का क्या कारण हो सकता है। वैसे पढ़ा हुआ याद न रहने के अनेको तरीके हो सकते है जिनमे से कुछ कारणों के बारे में हमने नीचे बताया है।
- पढ़े जाने वाले विषय में रूचि, समस्या आने पर संसाधन और मार्ग दर्शक का आभाव होना
- पढ़े जाने वाले विषय के टॉपिक को पूरे ध्यान और गहराई से न समझना
- पढ़ाई करते समय अन्य कार्यो में ध्यान को भटकाना जैसे की मोबाइल इस्तेमाल , गाना सुनना , टीवी देखना , बात करना आदि
- कुछ लोगों में याद न रखने का कारण मनोवैज्ञानिक परेशानी भी हो सकता है।
- एग्जाम के डर से मन में आने वाले प्रेशर और तनाव भी याद किया हुआ भूल जाने का एक कारण होता है।
जल्दी याद करने के बेहद आसान तरीके
परीक्षाएं नजदीक आ जाने और एग्जाम की अच्छी तैयारी न होने पर स्ट्रेस होना एक आम समस्या है। यदि आप नीचे बताई गयी टिप्स को फॉलो करते हैं तो आप कठिन से कठिन टॉपिक को भी जल्दी से समझ कर लम्बे समय तक याद रख सकते है। नीचे हमने jaldi yaad karne ka tarika के बारे में विस्तार से चर्चा किया है जिसमे से आप एक का भी सही तरीके से पालन करते है तो विश्वास दिलाते है की आपका पढ़ा हुआ हमेशा याद रहेगा।
याद करने के बाद बिना देखे लिखने की कोशिश करे
किसी भी टॉपिक को सही से समझने और पढ़ने के बाद लगता है की हमने उसे अच्छे से याद कर लिया है लेकिन ऐसा नहीं है होता है। आपने जिसे याद किया है वह आपको कितना समझ में आया है उसके लिए आप याद किये गए टॉपिक को बिना देखें लिखने की कोशिश करे । यह याद करने का साइंटिफिक तरीका है
इस तकनीक में इनपुट आउटपुट तकनीक काम करती है जब आप याद करते है तो याद किया हुआ टॉपिक दिमाग में स्टोर करने के लिए भेजते है लेकिन जब आप उसे लिखते है तो आप दिमाग से याद करके लिखते है इससे पता चलता है की आपने जिसे याद किया उसे दिमाग ने कितना स्टोर किया है ।
याद किया हुआ दूसरों को पढ़ाएं
आपने अक्सर देखा होगा की टीचर बिना किसी किताब की मदद से उस विषय को पढ़ा लेते हैं। ऐसा इसीलिए नहीं हो पाता है वह उस विषय के टीचर है यह इसलिए संभव हो पाटा है की वह एक ही टॉपिक को कई स्टूडेंट को बार बार पढ़ाते है । बार-बार पढाने से विषय का टॉपिक दिमाग में अच्छे से बैठ जाता है।
यदि आप भी लम्बे समय के लिए कुछ याद करना चाहते हैं तो याद करने के बाद उस विषय को अपने दोस्तों, किसी बच्चे को सिखाने या समझाने की कोशिश करें अगर किसी और को समझाना सम्भव नहीं है तो आप आईने के सामने खड़े होकर खुद को भी पढ़ा सकते हैं। यदि आप दूसरे को उस टॉपिक के बारे में अच्छे से समझा पाते है तो इसका मतलब है की आपने उस विषय को अच्छे से समझ कर याद किया।
पढ़ाई के लिए शांत वातावरण का चुनाव करे
यह तो सभी को मालूम है की अच्छे शांत वातावरण में बैठ कर पढ़ने से कोई भी विषय बहुत जल्दी याद होता है। शांत जगह पर हमारा मन आसानी से एकाग्र हो जाता है और इससे पढ़ा हुआ लम्बे समय तक याद भी रहता है क्योकि इसमें हम उस टॉपिक को गहराई से और समय देकर समझते है । इसके लिए आप अलग कमरा , छ्त या अन्य कोई शांत जगह का चुनाव कर सकते है जो आपके लिए आसानी से उपलब्ध हो सके ।
विषय पर माइंड मैप बनाएँ
जल्दी याद करने की माइंड मैप टेक्निक में कई चीजों को एक दूसरे से जोड़ कर मन में एक डिजाइन तैयार किया जाता है। माइंड मैप कई तरीके से बनाये जा सकते है जैसे उदाहरण के लिए अगर आपको मुगल वंश के शासकों के नाम याद रखने हैं तो इसका माइंड मैप बनाने के लिए आपको सबसे पहले किसी एक पेपर के केंद्र में एक गोला बना कर उस गोले के अंदर मुगल वंश लिखें।
अब उस गोले के चारो और पेड़ से निकलने वाली ब्रांच की तरह सभी मुगल वंश शासक के नाम से एक लाइन खींचे। अब प्रत्येक लाइन में एक मुगल वंश और उसका कार्य काल और फिर उससे अन्य कई लाइन खींच कर उसके शासन काल की सभी उपलब्धिया लिखे
इस तरह आप शासकों के पुत्रों आदि की जानकारी भी याद करना चाहते हैं तो उनकी भी ब्रांच बना सकते हैं। और इस तरह आप कागज में मैप तैयार करके उसे आसानी से याद कर सकते हैं। इस तरह आप सभी शासन काल के बारे में माइंड मैप बना कर रख सकते है जिसे घर के स्टडी रूम की दीवार या फिर जहा से आप अक्सर आते जाते है उसे दीवार में टांग सकते है।
पढ़ते समय डिस्ट्रैक्शन से दूर रहें
कई लोग पढ़ते समय टीवी देखने , गाने सुनने , बात करके पढ़ना पसंद करते है या पढ़ाई करते समय थोड़ी थोड़ी देर में मोबाइल का इस्तेमाल करते है और मोबाइल पर जैसे ही कोई नोटिफिकेशन आता है वे पढ़ाई को तुरंत छोडकर मोबाइल में व्यस्त हो जाते हैं। इससे बार बार आपका मन अन्य कार्यो में डाइवर्ट होता है और इसका परिणाम होता है की लम्बे समय तक पढ़ने के बाद भी वह विषय जल्दी से याद नहीं होता है।
इसीलिए आप जब भी पढ़ने बैठें तो टीवी, मोबाइल, या अन्य मन को भटकाने वाली चीजों से दूरी बनाकर रहे । अगर आपकी आदत पड़ गयी है तो इसे छोडने की कोशिश करे।
याद किये गये टॉपिक को बार-बार रिवीजन करें
वैज्ञानिकों ने बहुत सारे छात्रों पर स्टडी करके यह पता लगाया है कि दिमाग किसी टॉपिक को याद करने के लिए कैसे काम करता है । कोई भी जानकारी लम्बे समय तक याद रखने के लिए दिमाग को उस विषय केबारे में समय समय पर सिंग्नल देना होता है इसके लिए आप उस विषय को बार-बार रिवीजन करके दिमाग को सिग्नल दे सकते है।
चलिए रिवीजन करने के वैज्ञानिक तरीके को समझते हैं: कोई भी विषय जब पहली बार पढ़ते हैं तो वह केवल 1 से 2 दिन तक ही याद रहता है। इसीलिए आपको उस पाठ को 1 या 2 दिन के अंदर रिवाइज करना चाहिए। एक बार फिर से रिवीजन करने के बाद वह चैप्टर 7 से 10 दिन तक याद रहता है
इसीलिए अगला रिवीजन एक सप्ताह के अंदर करना चाहिए। इसके बाद अगला रिवीजन 21 दिन बाद करना चाहिए। और फिर महीने भर बाद किया गया रिवीजन 3 से 4 महीनों के लिए आसानी से याद रहता है। इस तरह जल्दी और लम्बे समय तक याद रखने में रिवीजन एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
याददाश्त बढ़ाने के उपाय अपनाएं
आपकी याद करने की क्षमता जितनी अधिक होगी आप उतनी ही जल्दी किसी भी विषय में अच्छी पकड़ बना सकते है । लेकिन सभी व्यक्ति की याद करने की क्षमता अलग अलग होती है यदि आपकी याद करने की क्षमता में बदलाव चाहिए तो इसके लिए आप कुछ तरीके अपना सकते है।
याददाश्त बढ़ाने के लिए आप योग और प्राणायम करके एकाग्रता को बड़ा सकते है। इसके अलावा आपको रोजाना फिजिकल एक्सरसाइज और भोजन में ताजा और संतुलित आहार शामिल करना चाहिए ।
अध्ययन के लिए सुबह का समय चुने
सुबह के समय वातावरण बहुत शांत होता है, क्योकि की इस समय किसी प्रकार का शोर-शराबा नहीं रहता है। वैज्ञानिको ने भी प्रामाणिक किया है दिमाग को अच्छे से काम करने के लिए शुद्ध हवा चाहिए जो आपको सुबह के समय आसानी से मिल जाती है। इसीलिए कई विद्वान सुबह के समय पढ़ने की सलाह देते हैं। इस समय कुछ भी बहुत जल्दी याद हो जाता है। इसके अलावा कई लोग नाईट आउल भी होते हैं यानि की उन्हें रात के समय जल्दी याद होता है तो आप भी इस समय पढ़ सकते है । याद करने के लिए सुबह का समय उपर्युक्त होता इसके आलावा पाठ्यक्रम से सम्बंधित अन्य कार्य के लिए दिन का कोई भी समय चुन सकते है
सब्जेक्ट का नोट्स बनाये
यदि आप jaldi yaad karne ka tarika खोजना चाहते है तो उसके लिए आपको विषय के अनुसार हैंड राइटिंग नोट्स बनाना चाहिए जो आपको एग्जाम के समय बहुत हेल्प कर सकती है। नोट्स में आप माइंड मैप , टॉपिक्स के के टिप्स , फॉर्मूले और टॉपिक के बारे में शार्ट नोट्स लिख सकते है जिन्हे पढ़ कर आप टॉपिक को जल्दी से रिकॉल कर पाएंगे।
सकारात्मक विचार
नकारात्मक विचार यह समस्या अक्सर उन लोगो को अधिक होती है जिनकी तैयारी सही से नही होती है। आपने जितना पढ़ा है उस पर भरोसा रहे और निरंतर अभ्यास करते है। आप जिस भी परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनके परिणाम के बारे में न सोच कर विषय को स्ट्रेटेजी बना कर समझने की कोशिश करें।
अध्यनन सामग्री का विश्लेषण करें
jaldi yaad karne ka tarika जो अब हम बताने वाले है उसका पालन अधिकतर लोगो करते है। किसी भी विषय को समझने और याद करने का सबसे मुख्य स्रोत पाठ्य पुस्तक होती है । ऐसा अक्सर लोगो के साथ होता है की कोई सब्जेक्ट समझ नहीं आता है तो उसे हम नज़रअंदाज़ कर देते है जो बाद में सरदर्द बन जाता है क्योकि एग्जाम में हमें अच्छी रैंक लाने के लिए सभी विषयो में अच्छा स्कोर करना होता है । जो विषय समझ नहीं आता उस पर अधिक समय देकर कर और विषय के टॉपिक को अलग अलग पुस्तको , वीडियो , कोचिंग आदि से समझने की कोशिश करना चाहिए।
ग्रुप स्टडी और ग्रुप डिस्कशन करें
यदि आप किसी विषय में कमजोर है या फिर याद किये गए विषय को और मजबूत करना चाहते है तो इसके लिए आप ग्रुप स्टडी और ग्रुप डिस्कशन तकनीक का सहारा ले सकते है। ग्रुप स्टडी करने से आपके मन में आये हुए डाउट का हल आपके दोस्त के पास हो सकता है और आपके दोस्त के मन में डाउट का हल आपके या अन्य किसी और दोस्त के पास हो सकता है। और किसी प्रॉब्लम का हल न मिलने पर ग्रुप के सभी लोगो मिल कर हल खोज सकते है।
स्टडी के दौरान सभी लोगो आपस में सवाल जवाब कर सकते है किसी विषय में डिस्कस कर सकते है क्योकि पढने वाली पुस्तक एक हो सकती है लेकिन सभी के समझने का तरीका अलग अलग होता है
विषय अनुसार टाइम टेबल
जल्दी याद करने और सभी विषय को सामान समय देने के लिए आप अपने विषय अनुसार टाइम टेबल बनाये और उसका ईमानदारी से पालन करे । टाइम टेबल में कोशिश करे जो विषय कठिन है उसे सुबह उठने के बाद पढ़े , लेखन , डिजाइन जैसे कार्य रात में सोने से पहले या दिन में थोड़ा समय मिलने पर भी किया जा सकता है। टाइम टेबल में समय आप अपने अनुसार सेट कर सकते है। टाइम टेबल को आप स्टडी रूप में लगा सकते है या फिर मोबाइल में भी सीड्यूल कर सकते है।
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