You are currently viewing दुनिया के 10 सबसे छोटे देशो के नाम , रोचक तथ्य के साथ

दुनिया के 10 सबसे छोटे देशो के नाम , रोचक तथ्य के साथ

Rate this post

इस आर्टिकल का टाइटल और थुंबनेल देख कर आप समझ गए होंगे की इस आज हम दुनिया के सबसे छोटे देशो के नाम और उनसे सम्बंधित रोचक जानकारी के बारे में चर्चा करने वाले है। इस तरह के सवाल अक्सर प्रतियोगी परीक्षा , इंटरव्यू या अन्य विशेष जगहों पर पूछ लिया जाता है की दुनिया में सबसे छोटा देश ( duniya ka sabse chhota desh ) कौन सा है। इस आर्टिकल में आपको दुनिया के सबसे छोटे देश और उनसे सम्बंधित रोचक बाते जानने को मिलेगी।

दुनिया का सबसे छोटा देश duniya ka sabse chhota desh

विश्व के कुल क्षेत्रफल का एक तिहाई हिस्सा भूमि है जो विभिन्न खंडों में बटा हुआ है जिन्हें महाद्वीप कहा जाता है। इस दुनिया में कुल 7 महाद्वीप है और सभी महाद्वीप पर कई सारे देश हैं। सभी महाद्वीप पर कुछ बड़े तो कुछ छोटे देश हैं लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जो पूरी दुनिया में सबसे छोटे देशों की सूची में आते हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में ऐसे कई सारे देश है जहां का क्षेत्रफल भारत के एक गांव से भी छोटा है लेकिन उस देश की राजधानी भी है, यहां तक कि कुछ छोटे देशों के तो खुद के झंडे, सिक्के भी हैं, खुद का डाक भी संचालन करते हैं। तो चलिए इस लेख के माध्यम से दुनिया के 10 सबसे छोटे देश के बारे में जानते हैं । इसके साथ ही उस देश का कुल क्षेत्रफल और जनसंख्या के बारे में भी जानेंगे।

वेटिकन सिटी | Vatican City 

वेटिकन सिटी रोम शहर के अंदर बसा दुनिया का सबसे छोटा स्वतंत्र देश (duniya ka sabse chhota desh) है इसके साथ ही यह सबसे छोटा शहर भी है। इस का कुल क्षेत्रफल 44 हेक्टेयर है वंही इस देश की जनसंख्या 840 है। इतनी कम जनसंख्या होने के बावजूद भी इस देश को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है जिसके कारण इस देश में स्वयं का डाक विभाग, अपना रेडियो और खुद के सिक्के हैं। इस देश के राष्ट्रीय ध्वज को 7 जून 1929 को अपनाया गया था। इसकी राजभाषा है लातिनी है. वेटिकन सिटी में ईसाई समुदाय के प्रसिद्ध रोमन कैथोलिक चर्च और धर्मगुरु पोप की वजह से यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध देश है। यहां का संग्रहालय मकबरा गिरजाघर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। वेटिकन सिटी में लोगों को नागरिकता जन्म के आधार पर न देते हुए नौकरी और कार्यालय के आधार पर मिलती है। इस देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्त्रोत पर्यटन है।

Vatican City 

नौरू (Nauru)

नोरू देश विश्व का सबसे छोटा स्वतंत्र गणराज्य देश है जो प्रशांत महासागर स्थित एक द्वीप है। इस देश का कुल क्षेत्रफल 21.3 वर्ग किलोमीटर है जहां पर मात्र 10000 की आबादी में लोग रहते हैं। दुनिया का यह एकमात्र ऐसा देश है जिसकी कोई राजधानी नहीं है यहां तक कि इस देश की कोई भी सेना नहीं है।  इस देश को सुखद द्विप भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर लोग सुखचैन से जिंदगी गुजारते हैं। इस देश के ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो किसी भी धर्म को नहीं मानते।  60 से 70 के दशक के बीच इस देश के लोगों की आय का मुख्य स्त्रोत फास्फेट माइनिंग हुआ करता था। लेकिन समय के साथ वह माइनिंग खत्म हो गया। वर्तमान में इस देश में नारियल का उत्पादन बहुत ज्यादा मात्रा में होता है।

मोनाको (Monaco)

मोनाको विश्व का दूसरा सबसे छोटा देश है जो तीन तरफ से फ्रांस से घिरा हुआ है और शेष हिस्सा भूमध्य सागर से घिरा हुआ है। क्षेत्रफल के आधार पर यह दुनिया का सबसे घनी आबादी वाला देश भी माना जाता है। इस देश का कुल क्षेत्रफल 2.2 वर्ग किलोमीटर है जिसकी आबादी तकरीबन 37831 है। यह देश प्रसिद्ध पर्यटन स्थल और मनोरंजन का केंद्र है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता , कैसीनो, प्राचीन वास्तु कला से सुसज्जित प्राचीन महल और खूबसूरत समुद्री तट के कारण हर साल हजारों की संख्या में यहां सेनानी आते हैं जो इस देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है। फ्रांसीसी यहां की मुख्य भाषा है। इस देश में पुरातत्व विज्ञान के अनुसार लाखों साल पुराने मानव जाति के अवशेष मिले हैं। यहां के लोग रोमन कैथोलिक परंपरा को मानते हैं।

मोनाको (Monaco)

तुवालु (Tuvalu)

ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रशांत महासागर में स्थित तुवालु एक पोलिनेशिया द्विपीय देश है जो 4 द्वीपों से मिलकर बना हुआ है। यह देश दुनिया के चौथे सबसे छोटे देश के रूप में जाना जाता है जिस का कुल क्षेत्रफल 26 वर्ग किलोमीटर है वंही इस देश की जनसंख्या तकरीबन 12,373 है। पहले यह देश ब्रिटेन के अधीन था लेकिन 1978 में ब्रिटेन से इस देश को आजादी मिली। इस देश का सबसे रोचक तथ्य यह है कि इस देश में केवल एक ही अस्पताल है। यहां रहने वाले मूलनिवासी को तुवलुआन्स कहते हैं। यहां के आय का मुख्य स्त्रोत नारियल और मछली का निर्यात है। इसके अतिरिक्त यहां पर टूरिस्ट लोग भी आते हैं।

Source image : news.yahoo.com

सैन मैरिनो (San Marino)

सैन मरिनो विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश माना जाता है जो यूरोप महाद्वीप पर स्थित है। यह यूरोप का सबसे पुराना गणराज्य है। सेररावलले इस देश का प्रमुख नगर है। यहां का राजभाषा इटालियन है। हालांकि जीडीपी के मुताबिक यह देश दुनिया के सबसे अमीर देशों की सूची में आता है। सैन मरिनो का कुल क्षेत्रफल तकरीबन 61 वर्ग किलोमीटर है। यह इटली के ठीक बीचो बीच में स्थित है । बात करें इस देश के जनसंख्या की तो यहां पर तकरीबन 31448 की आबादी में लोग रहते हैं। इस देश की खोज 301 ईसवी में की गई थी।

सैन मैरिनो (San Marino)

माल्टा (Malta)

यूरोप महाद्वीप पर स्थित माल्टा देश दुनिया के 10 सबसे छोटे देशों की सूची में शामिल है। इस देश की राजधानी वेलेटा अच्छा है। बिरकिरकारा यहां का सबसे बड़ा शहर है। इस देश का कुल क्षेत्रफल 316 वर्ग किलोमीटर है। अंग्रेजी और माल्टा इस देश की प्रमुख भाषा है । यहां के लोग रोमन कैथोलिक धर्म को मानते हैं। संसदीय गणतंत्र इस देश के मूल निवासी माल्टा के नाम से जाने जाते हैं। क्षेत्रफल और जनसंख्या के मामले में इस देश में सबसे ज्यादा कारें हैं जिसके कारण यहां पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की समस्या आती है। 21 सितंबर 1964 को इस देश को यूनाइटेड किंगडम से आजादी मिली थी। इस देश के कुल आबादी तकरीबन 423282 है। यह भले ही सबसे छोटे देश के सूची में आता है लेकिन यह विकसित देशों के नाम में भी शामिल है।

माल्टा (Malta)

मार्शल आइलैंड (Marshall Islands)

दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों की सूची में मार्शल आईलैंड भी आता है जो प्रशांत महासागर में भूमध्य रेखा के पास स्थित एक आधिकारिक तौर पर गणराज्य हैं। यहां पर कुल 1156 द्वीप समूह है जिनमें 29 प्रमुख द्वीप है। इस गणराज्य की राजधानी मजूरो है। 1979 में इस द्वीप समूह को संयुक्त राज्य अमेरिका से स्वतंत्रता मिली थी। इस देश का कुल क्षेत्रफल 181 वर्ग किलोमीटर है। इस देश की जनसंख्या तकरीबन 50,066 है । इस द्वीप समूह पर रहने वाले अधिकतर लोग ईसाई धर्म को मानते हैं।  नारू और किरिबाती देश इस द्वीप समूह के पड़ोसी देश हैं। मार्शल द्वीप समूह का आर्थिक और बाहरी सुरक्षा का नियंत्रण अमेरिका करता है। इस द्वीप समूह की जलवायु उष्णकटिबंधीय जलवायु है जहां दिसंबर से अप्रैल तक मौसम शुष्क रहता है और मई से नवंबर तक मौसम आद्र हो जाता है। इस द्वीप समूह का राष्ट्रभाषा मार्सेलिज और अंग्रेजी

मालदीव (Maldives)

मालदीव हिंद महासागर में स्थित एक देश है जो दुनिया का नौवा सबसे छोटा देश है। हिंद महासागर में स्थित होने के कारण इसे हिंद महासागर का मोती भी कहा जाता है। यह देश जनसंख्या और क्षेत्रफल दोनों ही दृष्टि से एशिया का सबसे छोटा देश माना जाता है। इस द्वीप समूह में कुल 1193 टापू है जिनमें केवल 200 ही टापू पर लोग बसे हुए हैं और कुछ टापू पर्यटकों के लिए है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह देश भले ही सबसे छोटा देश हो लेकिन पर्यटन के मामले में दुनिया के प्रसिद्ध देशों में गिना जाता है जहां पर सबसे ज्यादा मात्रा में पर्यटक आते हैं। इस देश का कुल क्षेत्रफल 298 वर्ग किलोमीटर है जहां की कुल आबादी तकरीबन 345023 है। 1965 में इस देश को अंग्रेजों से आजादी मिली। सबसे पहले भारत ने इसे देश को मान्यता दी। 11 नवंबर 1968 को यहां 553 साल पुरानी राजशाही को समाप्त कर एक गणतंत्र देश के रूप में इसे घोषित किया गया।

मालदीव (Maldives)

सेशेल्स (Seychelles)

दुनिया के 10 सबसे छोटे देशों में शामिल सेशेल्स हिंद महासागर में स्थित है जो एक गणराज्य है। 29 जून 1973 को यह देश संयुक्त राष्ट्र से आजाद हुआ था। इस देश का कुल क्षेत्रफल 451 वर्ग किलोमीटर है जिसकी कुल आबादी तकरीबन 80699 हैं। सेशेल्स इस देश में रहने वाले मूलनिवासी को कहा जाता है। और यह देश कुल 115 द्वीप से मिलकर बना हुआ एक द्वीप समूह है।  इस देश के पश्चिम में जंजीबार, उत्तर पूर्व में मालदीव का सुवाडिवेस , दक्षिण में मॉरीशस और यूनियन, दक्षिण पश्चिम में कोमोरोस और मयोट स्थित है। इस देश की मुख्य भाषा सेसल्स और क्रेयोल है।

सेशेल्स (Seychelles)

लिकटेंस्टीन (Liechtenstein)

लिफ्ट आइंस्टीन पश्चिमी यूरोप में स्थित है। आधिकारिक तौर पर यहां लिंकडइन राजधानी है जिसे प्रिंसिपल ऑफ डेस्टिनी भी कहा जाता है यह देश पश्चिमी यूरोप में स्थित एक छोटा लैंड लॉक देश है। इस देश की सीमा पश्चिम और दक्षिण में स्विजरलैंड और पूर्व में ऑस्ट्रेलिया से मिलती है। इस देश का कुल क्षेत्रफल 160 वर्ग किलोमीटर है वहीं इसकी जनसंख्या तकरीबन 36925 के आसपास है।

यह देश विश्व का इकलौता अल्पाइन देश है जो पूरी तरह से आल्पस पर स्थित है। जर्मन भाषा इस देश में मुख्य रूप से बोली जाती हैं लेकिन इस देश की सीमा जल से नहीं मिलती है। वादुज और सचान इस देश का सबसे बड़ा और प्रमुख शहर है इसके साथ ही यह इस देश की राजधानी भी है। वित्तीय व्यवस्था के मामले में यह देश काफी मजबूत है क्योंकि यहां के लोग ऋण चुकाने के मामले में काफी ईमानदार हैं। इस देश का एक रोचक तथ्य यह है कि इस देश में कोई भी हवाई अड्डा नहीं है यहां का निकटतम हवाई अड्डा स्विजरलैंड में स्थित है। यह देश दुनिया में झूठे दांत का निर्माण करने में सबसे आगे हैं इसके साथ ही इस देश में अपराध दर सबसे कम है।

लिकटेंस्टीन (Liechtenstein)

आर्टिकल में आपके द्वारा पूछे गए सवाल दुनिया का सबसे छोटा देश (duniya ka sabse chhota desh) कौन सा है उसके बारे में बताया। उम्मीद करते है आर्टिकल को पढ़ कर आपको मजा आया होगा। किसी तरह के फ़ीडबैक और सवाल के लिए कमेंट करे।लेटेस्ट प्रोडक्ट और ऑफर की जानकरी के लिए यहाँ जाये

सम्बंधित आर्टिकल :

दुनिया के प्राचीन सात अजूबो के नाम , रोमांचित और दिलचस्प जानकारी

दुनिया के 10 सबसे अमीर और समृद्ध देशो के नाम 2023

दुनिया का सबसे अमीर आदमी , टॉप 10 अमीरों की लिस्ट 

siya

नमस्कार ! मै Simi Kaithal इस वेबसाइट का Owner और Founder हु। हम इस वेबसाइट में एक प्रोफेशनल ब्लॉगर की तरह कार्य करते है , जहा पर रीडर को Technical Blogging , web Development ,SEO, Software , GK एवं अन्‍य जानकारी दी जाती है । इस वेबसाइट का पूर्ण मकसद अधिक से अधिक लोगो को फ्री में जानकारी देना है। किसी भी प्रकार के सवाल या डाउट जिसका अभी तक हल न मिला हो बेझिझक हमसे पूछ सकते है ।

Leave a Reply