जब व्यक्ति किसी जॉब के लिए अप्लाई करते है तोआपके पास CV या रिज्यूमे का होना अतिआवश्यक है। लेकिन ऐसा अक्सर देखा गया है की कुछ कम्पनिया CV मांगती है तो कुछ रिज्यूमे। ऐसा क्यों किया जाता है और क्या CV aur Resume me antar इसे समझना बहुत जरूरी है। रिज्यूमे क्या है इसके बारे में हम पहले ही बता चुके है आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की करिक्यलम वाइटी क्या है (What Is curriculum vitae in hindi ) और एक अच्छी करिक्यलम वाइटी कैसे बनाये।
सीवी क्या है ? What Is curriculum vitae in hindi
CV जिसका पूरा नाम Curriculum Vitae है यह के लैटिन वर्ड है जिसका अर्थ ”जीवन का पाठ्यक्रम” होता है। किसी व्यक्ति के शैक्षिक और प्रोफेशनल बैक ग्राउंड का एक संक्षिप्त डॉक्यूमेंट होता है। CV में पर्सनल इन्फॉर्मेशन ,ऑब्जेक्टिव स्टेटमेंट ,वर्क एक्सपीरियंस , स्किल , रिसर्च या पब्लिकेशन, अवार्ड और सम्मान जैसे अनुभाग को शामिल किया जाता । CV का उपयोग जॉब , रिसर्च आदि में किया जाता है जहा व्यक्ति की डिटेल्स क्वालिफिकेशन को समझना होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा जैसे अन्य देशों में, सीवी को बायोडाटा के रूप में जाना जाता है। ये दस्तावेज़ अधिक संक्षिप्त होते हैं और किसी विशेष प्रारूपण नियम का पालन नहीं करते हैं।
सीवी का उद्देश्य क्या है?
- Job Applications: CV का सामान्य उपयोग जॉब को अप्लाई करते समय लगता है .एम्प्लायर को एक अच्छे एम्प्लोयी को सर्च करते समय उम्मीदवार की योग्यता, कौशल और अनुभव को समझने के लिए किया जाता है।
- शैक्षणिक कार्यो में : CV का उपयोग शैक्षिक कार्यो में एप्लीकेशन के लिए प्रायः इस्तेमाल किया जाता है जैसे की फ़ेलोशिप , ग्रेजुएट कोर्स , रिसर्च आदि। CV व्यक्ति के एजुकेशन क्वालिफिकेशन , रिसर्च एक्सपीरियंस ,पब्लिकेशन , प्रेजेंटेशन आदि को विस्तृत रूप में बताने में मदद करता है।
अट्रैक्टिव सीवी बनाने के कुछ सुझाव ?
curriculum vitae in hindi जाना की CV क्या होती है सीवी का मुख्य उदेश्य क्या होता है। यदि आप एक अट्रैक्टिव CV बनाना चाहते है है तो आपको नीचे बताये गए स्टेप्स को अच्छे से समझना चाहिए

कांटेक्ट डिटेल्स : कांटेक्ट डिटेल्स में आपका नाम एड्रेस , मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस होना चाहिए। जब तक आप एक्टिंग या मॉडलिंग की नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर रहे हैं, आपको फोटो ऐड करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके पास एक प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्रोफ़ाइल, वेबसाइट या ऑनलाइन पोर्टफोलियो लिंक है तो आप इसे कांटेक्ट डिटेल में ऐड कर सकते है।
- प्रोफाइल – प्रोफाइल सीवी का एक संक्षिप्त विवरण होता है जो आपकी प्रमुख विशेषताओं को हाईलाइट करने का कार्य करता है और आपको अन्य लोगो से अलग दिखने में मदद करता है। आमतौर पर प्रोफाइल को सीवी की शुरुआत में रखा जाता है , जो आपके कैरियर के लक्ष्यों को व्यक्त करते हुए कुछ रेलेवेंट उपलब्धियों और स्किल को संक्षिप्त में बताने का प्रयास करता है । सीवी का प्रोफ़ाइल आपको उस फील्ड में फोकस करके क्रिएट करना चाहिए जिसके लिए आप आवेदन करना चाहते है।
- Education : इस सेक्शन में आपके द्वारा अर्जित की जाने वाली सभी एजुकेशन और प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन को समलित करना चाहिए। सबसे लेटेस्ट प्राप्त एजुकेशन को पहले रखें. क्वालिफिकेशन , यूनिवर्सिटी /कॉलेज /इंस्टिट्यूट , ग्रेड और ईयर को शामिल करें। स्पेसिफिक मॉड्यूल का उल्लेख केवल तभी करे जब उससे संबधित पोस्ट हो ।
- Work experience -अपने कार्य अनुभव को उल्टे क्रम में लिस्ट करें यानी की लेटेस्ट अनुभव को पहले और पुराने को बाद में। यह सुनिश्चित करे कि आप जो कुछ भी ऐड कर रहे है वह उस नौकरी के लिए रेलेवेंट है जिसके लिए आप आवेदन कर रहे हैं। अपनी जॉब टाइटल , कंपनी का नाम, आप कितने समय तक इंस्टिट्यूट में कार्य किये और उस जॉब में प्रमुख जिम्मेदारियाँ को शामिल करे । यदि आपके पास पर्याप्त रेलेवेंट वर्क एक्सपीरियंस है, तो इसे एजुकेशन से पहले ऐड करना चाहिए।
- Skills and achievements : यहाँ पर आप अपने स्किल, उपलब्धियो और भाषा आदि के बारे में चर्चा कर सकते है जिन्हे आप अप्लाई किये जाने वाले जॉब में सही तरीक़े से इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन ध्यान रहे की शामिल की जाने वाली स्किल में आपको पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए क्योकि आपकी स्किल और उपलब्धियो से इंटरव्यू में सवाल पूछे जा सकते है।
- Interests – CV के इस सेक्शन में आपको अप्लाई किये जाने वाले पोस्ट से सम्बंधित इंट्रेस्ट को शामिल करना चाहिए। CV के इस सेक्शन को बहुत ही सोच समझ कर लिखना चाहिए क्योकि इस सेक्शन में लिखे गए टॉपिक इंटरव्यू में परफॉर्म करने के लिए भी कहा जा सकता है। कुछ लोग इंट्रेस्ट में वाचिंग मूवी , रीडिंग बुक्स , प्लेयिंग क्रिकेट आदि शामिल कर देते है जो रिक्रूइटेर का ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है। यदि आपके पास अप्लाई किये जाने वाले पोस्ट से सम्बंधित इंट्रेस्ट नहीं है तो इसे आप छोड़ भी सकते है।
सीवी और रिज्यूमे में अंतर
CV और रिज्यूमे में कुछ महत्वपूर्ण समानता होती है ये दोनों जॉब को अप्लाई करने के लिए प्रोफेशनल एप्लीकेशन डॉक्यूमेंट होते है। CV और रिज्यूमे का स्ट्रक्चर और सेक्शन बहुत हद तक सामान्य होता होता है
यदि आप Resume बना रहे है तो इस बात का हमेशा ध्यान रखे की इसका साइज CV की तुलना में कम होना चाहिए , कोशिश करे की इसका साइज एक पेपर से अधिक नहीं होना चाहिए। रिज्यूमे में मेंशन की जाने वाली जानकारी जैसे की एक्सपीरियंस , स्किल , और अन्य पोस्ट से सम्बंधित जानकारी शार्ट होनी चाहिए।
CV बनाते समय रिज्यूमे में शामिल जानकारी और वर्क एक्सपीरियंस को प्रोफेशनल और विस्तृत तरीक़े से शामिल करना चाहिए। CV में अक्सर आपके स्किल , एक्सपीरियंस और प्रोजेक्ट डिटेल्स पर अधिक फोकस किया जाता है।