computer hardware engineer kaise bane? कंप्यूटर हमारे पर्सनल और प्रोफेशनल जीवन में उपयोग होने वाला सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक मशीन बन गया है। जैसे जैसे कंप्यूटर का उपयोग बढ़ रहा है इसको मेन्टेन और रख रखाव के लिए हमें कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कंप्यूटर के फिजिकल कॉम्पोनेन्ट जैसे की मदरबोर्ड, प्रोसेसर, RAM, हार्ड ड्राइव, नेटवर्क डिवाइसेज़ आदि को डिज़ाइन, डेवलप और रिपेयर करने का कार्य करते हैं। अगर आप टेक्नोलॉजी में रुचि रखते हैं और कंप्यूटर के कार्य को समझना चाहते है, तो कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनना एक बेहतरीन करियर विकल्प हो सकता है।
आज के इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि computer hardware engineer kaise bane, इसके लिए कौन-कौन से कोर्स करने पड़ते हैं, कौन से स्किल की आवश्यकता होती हैं, और इस फील्ड में करियर की क्या संभावनाएं हैं।
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कौन है?
computer hardware engineer kaise bane इसको जानने से पहले हमें इससे सम्बंधित कुछ आवश्यक पहलुओं को समझना ज़रूरी हो जाता है जैसे की कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कौन है, इसके प्रमुख कार्य, प्रकार और इसके लिए आवश्यक स्किल्स क्या होती है।
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर वह व्यक्ति होता है जो कंप्यूटर के फिजिकल पार्ट्स यानी हार्डवेयर को डिजाइन, डेवलप, टेस्ट, रिपेयर और मेंटेन करने का कार्य करता है। हार्डवेयर इंजीनियर कंप्यूटर के जरूरी कॉम्पोनेन्ट जैसे की Motherboard, Processor, RAM, Hard Disk, Power supply ,Graphic Cards आदि को सही ढंग से काम करने लायक बनाता है। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर ही कंप्यूटर की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने और नई टेक्नोलॉजी के अनुसार हार्डवेयर को अपग्रेड करने का कार्य करता है ।
अगर किसी कंप्यूटर में हार्डवेयर से सम्बंधित कोई समस्या आती है, तो Computer Hardware इंजीनियर उसे चेक करने, रिपेयर करने का कार्य करता है । यह प्रोफेशन उन लोगों के लिए बेस्ट होता है जिन्हें कंप्यूटर टेक्नोलॉजी को जानने और उनके साथ कार्य करने में इंट्रेस्ट होता है।
Related Article: कंप्यूटर क्या होता है और यह कितने प्रकार के होते है।
Computer Hardware Engineer के प्रमुख कार्य
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर का मुख्य कार्य कंप्यूटर में उपयोग होने वाले आवश्यक हार्डवेयर पार्ट्स जैसे की प्रोसेसर, मदरबोर्ड, RAM, हार्ड डिस्क को डिजाइन करना, टेस्ट करना और सही तरीके से काम करने के लिए उन्हें सिस्टम में इंस्टॉल करना होता है। अगर कोई हार्डवेयर खराब हो जाए, तो उसे ठीक करना और उसकी परफॉर्मेंस को चेक और बेहतर बनाना भी कंप्यूटर इंजीनियर के प्रमुख कार्यो में शामिल होता है।
इसके अलावा, वे नए हार्डवेयर सिस्टम को तैयार करने के लिए रिसर्च करना और कंप्यूटर से सम्बंधित प्रॉब्लम को सॉल्व करना भी कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कार्य होता है । कंपनियों में हार्डवेयर इंजीनियर कंप्यूटर सिस्टम को सेटअप करने, नेटवर्क से कनेक्ट करने और सिस्टम को अपडेट करने में मदद करते हैं। ये सभी कार्य कंप्यूटर को फ़ास्ट, सिक्योर और भरोसेमंद बनाने में मदद करते हैं।
Computer Hardware Engineers का इतिहास
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर का इतिहास कंप्यूटर के शुरुवाती दिनों से जुड़ा है । कंप्यूटर इंजीनियर का इतिहास 1940 के दशक में पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर ENIAC से माना जा सकता है। शुरू में कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बड़े-बड़े मशीनों के केबल , सर्किट और वैक्यूम ट्यूब को कनेक्ट करने का काम करते थे। 1950 और 1960 के दशक में ट्रांजिस्टर और फिर माइक्रोचिप्स को डेवलप किया गया, जिससे कंप्यूटर छोटे और फ़ास्ट हो गए । इसके बाद हार्डवेयर इंजीनियरों की ज़िम्मेदारी भी बढ़ गई।
इसके बाद कंप्यूटर इंजीनियर ने मदरबोर्ड, प्रोसेसर, रैम, हार्ड डिस्क जैसी मॉर्डन कंप्यूटर कम्पोनेंट्स को डिज़ाइन, डेवलपमेन्ट और रिपेयर काम करना शुरू किया। आज के दौर में कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर टेक्नोलॉजी को और भी बेहतर, फ़ास्ट और किफायती बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनका योगदान कंप्यूटर की दुनिया को हर दिन आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण है।
Related Article: Computer Ports In Hindi कंप्यूटर पोर्ट क्या है, पोर्ट कितने प्रकार के होते है?
Computer Hardware Engineer के प्रकार
कंप्यूटर सिस्टम को डिज़ाइन करने, डिवाइस को बनाने टेस्टिंग करने, रिपेयर करने में कई तरह के कंप्यूटर इंजीनियर की प्रमुख भूमिका होती है, जिसमे प्रत्येक का अलग कार्य होता है। नीचे आप कंप्यूटर इंजीनियर के प्रमुख प्रकार और उनके कार्यो को समझ सकते है।
- डिज़ाइन इंजीनियर (Design Engineer): डिज़ाइन कंप्यूटर इंजीनियर कंप्यूटर में उपयोग होने वाले मुख्य कॉम्पोनेन्ट जैसे प्रोसेसर, मदरबोर्ड और ग्राफिक्स कार्ड आदि को स्टैण्डर्ड एक अनुसार डिज़ाइन करने का कार्य करते है हैं। वे तय करते हैं कि प्रत्येक कॉम्पोनेन्ट किस तरह काम करेगा और उसकी बनावट कैसी होगी।
- टेस्टिंग इंजीनियर (Testing Engineer): टेस्टिंग इंजीनियर का काम तैयार हार्डवेयर को चेक करना होता है। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी पार्ट्स सही से काम कर रहे हैं या नहीं। टेस्टिंग इंजीनियर सिस्टम परफॉरमेंस में आने वाली समस्याओ को मॉनिटर करना होता है।
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंजीनियर (R&D Engineer): इनका प्रमुख कार्य कंप्यूटर में उपयोग होने वाले हार्डवेयर डिवाइस के लिए नई और एडवांस तकनीक को रिसर्च करना होता है, जिससे भविष्य आने वाले एडवांस, हाई परफॉरमेंस और किफायती कंप्यूटर हार्डवेयर तैयार किया जा सके।
- सिस्टम हार्डवेयर इंजीनियर (System Hardware Engineer): सिस्टम हार्डवेयर इंजीनियर कंप्यूटर के सभी हार्डवेयर डिवाइस को सही तरीके से इंस्टॉल करते हैं और उनका रख-रखाव करने का कार्य करते है , ताकि सिस्टम लम्बे समय तक अच्छे से काम कर सके।
- नेटवर्क हार्डवेयर इंजीनियर (Network Hardware Engineer): नेटवर्क हार्डवेयर इंजीनियर नेटवर्किंग में उपयोग होने वाले डिवाइस जैसे की राउटर, स्विच और सर्वर आदि डिवाइस के लिए कार्य करते हैं। वे नेटवर्क को फ़ास्ट, सिक्योर और स्टैटिक बनाये रखने में अहम् भूमिका निभाते है।
Computer Hardware Engineer के लिए आवश्यक स्किल्स
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए कुछ ख़ास टेक्निकल नॉलेज और पर्सनल स्किल की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको बेसिक इलेक्ट्रॉनिक का नॉलेज होना अति आवश्यक होता है, इसके बाद आपको कंप्यूटर के प्रमुख कॉम्पोनेन्ट की अच्छी समझ होना आवश्यक होता है। जैसे की पावर सप्लाई , मदरबोर्ड, स्टोरेज डिवाइस, मेमोरी, केबल और कनेक्टर आदि ।
सिस्टम में आने वाली प्रॉब्लम को जल्दी से समझने और उसे सॉल्व करने का ज्ञान होना चाहिए इसके अलावा, टीम के साथ काम करने की योग्यता, और नई टेक्नोलॉजी को सीखने की इच्छा का होना भी आवश्यक है। कंप्यूटर हार्डवेयर बनाने के लिए कंप्यूटर लैंग्वेज और सॉफ्टवेयर की बेसिक समझ होना भी आवश्यक है। अगर कोई स्टूडेंट इन स्किल्स को धीरे-धीरे सीखता है, तो वह एक सफल कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बन सकता है।
Related Article: इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंटस क्या होते है , मुख्य इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंटस नाम और इनके बेसिक कार्य
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक योग्यता
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए कुछ जरूरी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन का होना आवश्यक होता है। इस कोर्स को करने के लिए एजुकेशनल क्वालिफिकेशन इस बात पर निर्भर करता है की आप कौन सा कोर्स करना चाहते है। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कोर्स करने के लिए आप 10वीं और 12वीं पास करने के बाद प्रमुख कोर्स आईटीआई (ITI) या कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग जैसे कोर्स कर सकते है। इसके बाद आप कंप्यूटर हार्डवेयर में एडवांस कोर्स A+, N+ या CCNA जैसे डिग्री कोर्स कर सकते है।
Related Article: कंप्यूटर का अविष्कार किसने और कब किया ? ….. पूरी जानकारी
Computer Hardware Engineer kaise Bane
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले आपको 10वीं के बाद 12वीं पास करना चाहिए। अगर आप जल्दी से हार्डवेयर इंजीनियर में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं, तो डिप्लोमा या आईटीआई कोर्स भी कर सकते हैं, जिसमें हार्डवेयर और नेटवर्किंग की ट्रेनिंग मिलती है। इसके अलावा, हार्डवेयर से जुड़े सर्टिफिकेट कोर्स जैसे A+, CCNA, या अन्य कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स भी किया जा सकता है । यदि आप कंप्यूटर हार्डवेयर में एडवांस डिग्री कोर्स करना चाहते है तो इसके लिए आपको कंप्यूटर साइंस या इलेक्ट्रॉनिक्स से बी.टेक (B.Tech) या बी.ई (B.E) जैसे इंजीनियरिंग कोर्स करना अवश्य हो जाता है।
कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स फीस
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कोर्स की फीस कोर्स के प्रकार और संस्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अगर आप आईटीआई या डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं, तो इसकी फीस लगभग ₹10,000 से ₹50,000 तक हो सकती है। वहीं, सर्टिफिकेट कोर्स की फीस ₹5,0000 से ₹150000 तक हो सकती है, जो कोर्स की अवधि और मान्यता पर निर्भर करती है। अगर आप बी.टेक या बी.ई जैसे डिग्री कोर्स करते हैं, तो इसकी सालाना फीस ₹50,000 से ₹2 लाख या उससे अधिक हो सकती है, खासकर प्राइवेट कॉलेजों में।
Related Article: ब्लॉक डायग्राम से जानिए कंप्यूटर कैसे काम करता है
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर के लिए बेस्ट कोर्सेज
अगर आप एक सफल कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सही कोर्स का चुनाव करना आवश्यक हो जाता है। ये कोर्स आपको कंप्यूटर हार्डवेयर, नेटवर्किंग, रिपेयरिंग और सिस्टम मेंटेनेंस की पूरी जानकारी देते हैं। कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स की मदद से आप कंप्यूटर टेक्नोलॉजी को अच्छे से समझ सकते है और IT क्षेत्र में अपना सुनहरा भविष्य बना सकते है।
- ITI in Computer Hardware & Networking
- Diploma in Computer Hardware Engineering
- Diploma in Computer Networking Technology
- B.Sc. in Computer Hardware and Networking
- B.Tech/B.E. in Computer Science or Electronics
- Certificate Course in Computer Hardware Repairing
- CCNA (Cisco Certified Network Associate)
- Master of Science in Hardware & Networking
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के बेस्ट इंस्टिट्यूट
अगर आप एक सफल कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको किसी अच्छे और मान्यता प्राप्त संस्थान से कोर्स करना बहुत जरूरी है। अच्छे संस्थानों में पढ़ाई के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग, लेबोरेट्री सुविधाएं और प्लेसमेंट की सुविधा भी मिलती है, जिससे आप इंडस्ट्री में जल्दी से जॉब पा सकते हैं। नीचे देश के कुछ बेहतरीन संस्थानों की सूची दी गई है जहाँ से आप कंप्यूटर हार्डवेयर और नेटवर्किंग से संबंधित कोर्स कर सकते हैं।
- Jetking Infotrain Limited (भारतभर में कई सेंटर)
- NIIT (National Institute of Information Technology)
- Aptech Computer Education
- HCL Career Development Centre
- IIHT (Indian Institute of Hardware Technology)
- CMS IT Training Institute
- C-DAC (Centre for Development of Advanced Computing)
- DOEACC/NIELIT (राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान)
- ITI कॉलेज (राज्य सरकार द्वारा संचालित तकनीकी संस्थान)
- पॉलीटेक्निक कॉलेज (हर राज्य में उपलब्ध)
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर सैलरी
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर की सैलरी उसकी योग्यता, अनुभव और कंपनी के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। शुरुआत में, एक फ्रेशर हार्डवेयर इंजीनियर की औसत मंथली सैलरी ₹15,000 से ₹25,000 तक हो सकती है। जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, वैसे-वैसे सैलरी भी बढ़ती है। 2 से 5 साल के अनुभव के बाद एक कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर औसत मंथली सैलरी ₹30,000 से ₹50,000 या उससे ज्यादा भी हो सकती है।
अगर आप किसी बड़ी कंपनी या मल्टीनेशनल कंपनी (MNC) में काम करते हैं, तो सैलरी और भी अच्छी हो सकती है। विदेशों में काम करने वाले हार्डवेयर इंजीनियर को लाखों रुपये की सालाना सैलरी भी मिल सकती है। इसके अलावा, अगर आप खुद का बिजनेस या सर्विस सेंटर खोलते हैं, तो कमाई और अधिक हो सकती है।
Related Article: Computer Engineer Kaise Bane? कोर्स, विषय, आवश्यक कौशल
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर जॉब प्रोफाइल्स
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कोर्स को करने के बाद व्यक्ति को विभिन्न जॉब प्रोफाइल पर कार्य करने का अवसर मिल सकता है। एक हार्डवेयर इंजीनियर की जॉब प्रोफाइल व्यक्ति द्वारा किये गए कंप्यूटर कोर्स, नॉलेज और अनुभव के आधार प्राप्त होते है। नीचे आप कंप्यूटर हार्डवेयर कोर्स करने के बाद मिलने वाले जॉब प्रोफाइल को देख सकते है।
- कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर (Computer Hardware Engineer)
- सिस्टम इंजीनियर (System Engineer)
- आईटी एडमिनिस्ट्रेटर (IT Administrator)
- नेटवर्क इंजीनियर (Network Engineer)
- हार्डवेयर टेस्टिंग इंजीनियर (Hardware Testing Engineer)
- टेक्निकल सपोर्ट इंजीनियर (Technical Support Engineer)
- फील्ड सर्विस इंजीनियर (Field Service Engineer)
- हेल्प डेस्क इंजीनियर (Help Desk Engineer)
- प्रोडक्ट डिजाइन इंजीनियर (Product Design Engineer)
- डेटा सेंटर हार्डवेयर इंजीनियर (Data Center Hardware Engineer)
- नेटवर्क टेक्नीशियन (Network Technician)
- हार्डवेयर मेंटेनेंस इंजीनियर (Hardware Maintenance Engineer)
- प्रोजेक्ट मैनेजर – हार्डवेयर (Project Manager – Hardware)
Related Article: Computer Facts in Hindi कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी से सम्बंधित रोचक तथ्य
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर के बाद करियर स्कोप
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर बनने के बाद करियर को अच्छा स्कोप मिलता है। आज के डिजिटल युग में लगभग हर कंपनी, स्कूल, बैंक और सरकारी ऑफिस को हार्डवेयर इंजीनियर की जरूरत होती है। आप इस कोर्स को करने के बाद आईटी कंपनियों, कंप्यूटर मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों, नेटवर्किंग फर्म्स, डेटा सेंटर और सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों में जॉब पा सकते हैं।
इसके अलावा, आप टेक्निकल सपोर्ट, नेटवर्किंग, सिस्टम मेंटेनेंस, और हार्डवेयर डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कोर्स करने के बाद आप अपना खुद का कंप्यूटर रिपेयरिंग बिजनेस या सर्विस सेंटर बिज़नेस स्टार्ट कर करते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप चाहें तो विदेशों में भी नौकरी के अच्छे अवसर देख सकते हैं।
Related Article: हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या हैं? प्रकार, उपयोग और महत्व
कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर के आवश्यक टूल्स और सॉफ्टवेयर
एक कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर के लिए कुछ आवश्यक टूल्स और सॉफ्टवेयर होना आवश्यक होता हैं, जिनकी मदद से वह आपने काम आसानी से कर सकता है। टूल्स में स्क्रूड्राइवर सेट, मल्टीमीटर, सोल्डरिंग आयरन, थर्मल पेस्ट, एंटी-स्टेटिक बैंड, और क्रिम्पिंग टूल शामिल होते हैं, जो हार्डवेयर को खोलने, चेक करने और रिपेयर करने में काम आते हैं।
इसके अलावा, कुछ ज़रूरी सॉफ्टवेयर भी होते हैं जैसे CPU-Z, HWMonitor, Speccy, और BIOS अपडेट टूल्स, जो कंप्यूटर की हार्डवेयर इनफार्मेशन और परफॉर्मेंस को चेक करने में मदद करते हैं। इन टूल्स और सॉफ्टवेयर की मदद से हार्डवेयर इंजीनियर कंप्यूटर में आने वाली प्रॉब्लम को समझ और उसे सॉल्व कर सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
यदि आप कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर में अपना करियर बनाना चाहते है तो यह आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है, खासकर उन लोगो के लिए जो टेक्निकल से लगाव रखते है और कंप्यूटर सिस्टम को समझने में रुचि रखते हैं। अगर आप computer hardware engineer kaise bane आर्टिकल में इसमें बताये गए कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कोर्स अच्छे से समझते है और उनमे से किसी कोर्स को करते है और प्रैक्टिकल का अनुभव लेते है , तो आप इस फील्ड में एक सफल प्रोफेशनल इंजीनियर बन सकते हैं। हार्डवेयर इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भविष्य में भी लगातार मांग बनी रहेगी।
- Multimedia क्या है? परिभाषा, इतिहास, प्रकार, उदाहरण और उपयोग

- कंप्यूटर डेटा क्या है? परिभाषा, प्रकार और महत्व



- कंप्यूटर फोल्डर क्या है ? कंप्यूटर फ़ोल्डर के प्रकार, कार्य, और विशेषताएँ



- कंप्यूटर फ़ाइल क्या है ? इतिहास, प्रकार, उदाहरण और उपयोग



- Computer Essay In Hindi – कंप्यूटर के उपयोग और महत्त्व पर निबंध



- Computer Basic Knowledge in Hindi – कंप्यूटर की बेसिक जानकारी



- कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर का इतिहास, प्रकार, उपयोग और फायदे



- लैपटॉप क्या हैं? परिभाषा, इतिहास और तथ्य



- लैपटॉप कंप्यूटर का इतिहास: 1970 से अभी तक का सफर





