बायोडाटा का सम्बन्ध व्यक्ति के जीवन से सम्बंधित होता है इसमें व्यक्ति के पर्सनल जानकारी को विस्तृत रूप में दर्शाया जाता है। बायोडाटा में व्यक्ति की योग्यता, कौशल, शौक, कार्य अनुभव, और व्यक्तिगत जानकारी को समलित किया जाता है। इसका अधिकतर उपयोग वैवाहिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि को उल्लेखित करने के लिए किया जाता है।
बायोडाटा क्या होता है?
biodata kaise likhe इसके बारे में जानने से पहले यह जान लेना आवश्यक है की बायोडाटा क्या होता है। बायोडाटा में व्यक्ति की पर्सनल जानकारी को विस्तृत रूप में दर्शाया जाता है जैसे की व्यक्ति का नाम, व्यक्ति की जन्म-तारीख , व्यक्ति का जेंडर, व्यक्ति की लम्बाई , धर्म, पता , फैमिली बैकग्राउंड आदि।
बायोडाटा किसी भी व्यक्ति का हो सकता है फिर चाहे उसने हायर स्टडी किया हो या नहीं , नौकरी के योग्य हो या नही। बायोडाटा की मांग उस समय की जाती है जब व्यक्ति के बारे में पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों प्रकार जानकारी को जनाना होता है जैसे की वैवाहिक सम्बन्ध इत्यादि बनाने के समय में ।
कुछ लोग CV, Resume, Biodata, Portfolio सभी को एक जैसे समझते है लेकिन इन में बहुत अंतर होता है और प्रत्येक में दी जाने वाली जानकारी और इनका उपयोग भी अलग होता है।
बायोडाटा का उददेश्य क्या है?
बायोडाटा एक प्रकार का शब्द होता है जिसमे किसी व्यक्ति के जीवन सम्बंधित जानकारी को समलित किया जाता है। बायोडाटा का उदेश्य उपयोग के आधार पर अलग अलग हो सकता है।
- सामान्य तौर पर बायोडाटा का उपयोग व्यक्ति की व्यापक जानकारी को जानने के लिए किया जाता है जैसे की नाम, आयु, लिंग, शिक्षा, कार्य अनुभव, कौशल , उपलब्धियां , व्यक्तिगत और व्यावसायिक जानकारिया आदि।
- बायोडाटा का उपयोग अक्सर नौकरी के आवेदनों में किया जाता है, जहाँ यह नियोक्ताओं को किसी विशेष पद के लिए उम्मीदवार की योग्यता और उपयुक्तता का मूल्यांकन करने में मदद करता है।
- बायोडाटा का उचित उपयोग वैवाहिक सम्बन्ध बनाने के प्रथम चरण में किया जाता है जहा पर व्यक्ति की पर्सनल और प्रोफेशनल जानकारी को अच्छी तरह से जांचा जा सके।
बायोडाटा में कौन सी बातें होना चाहिए
बायोडाटा में व्यक्ति के पर्सनल और प्रोफेशनल सभी प्रकार जानकारी को विस्तृत रूप में बताने का प्रयास किया जाता है , जिससे बायोडाटा देखने वाला व्यक्ति उस व्यक्ति के बारे में सभी कुछ अच्छे से जान सके। नीचे आप एक बायोडाटा में समलित की जाने वाली मुख्य जानकारी को समलित कर सकते है।
- व्यक्ति का पूर्ण नाम
- शारीरिक जानकारी जैसे की लम्बाई , रंग , वजन आदि की जानकारी
- व्यक्ति का व्यवसाय , नौकरी आदि से कमाए जाने वाली अनुमानित राशि
- माता पिता , भाई बहन का नाम
- व्यक्ति की धर्म , जाति , गौत्र आदि
- वैवाहिक स्थित (जैसे की विवाहित , अविवाहित , तलाकशुदा आदि )
- सम्पूर्ण शैक्षिक योग्यता और कार्य अनुभव
- परिवार के सदस्यों की संख्या
- संपर्क विवरण (एड्रेस , मोबाइल नंबर , ईमेल एड्रेस )
- व्यक्ति की भाषा और जीवन शैली
- व्यक्ति के खान पान (शाकाहारी , मांसाहारी )
- आदि जानकारी
बायोडाटा कहा इस्तेमाल किया जाता है
जब हम बायोडाटा के बारे में जान रहे है तो हमें इसके उपयोग के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। नीचे आप जान सकते है की बायोडाटा का इस्तेमाल प्रमुख रूप से कहा किया जाता है।
- नौकरी के लिए बायोडाटा
- शादी के लिए बायोडाटा
- मेडिकल बायोडाटा
- पर्सनल बायोडाटा
- गुमशुदा का बायोडाटा
विवाह बायोडाटा कैसे लिखा जाए
बायोडाटा का सबसे अधिक उपयोग अरेंज मैरिज के प्रथम पड़ाव किया जाता है जहा वर और वधु दोनों पक्षो के लोगो रिश्ता बनाने के लिए एक दूसरे के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास करते है। वैवाहिक संबध में बायोडाटा इतना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि , यदि आपका बायोडाटा बहुत ही आकर्षित और उचित जानकारी से निहित होता है तो दोनों पक्षों में काफी अच्छा प्रभाव पड़ता है और वैवाहिक सम्बन्ध तय होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
इसलिए बायोडाटा बनाते समय आपको व्यक्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां लिखी जानी चाहिए जो रिश्ते बनाने में मदद गार साबित हो सके। अब सवाल आता है की वैवाहिक बायोडाटा कैसे बनाया जाए और उसमे किस तरह की जानकारी शामिल होनी चाहिए तो इसके लिए आप निम्नलिखित पॉइंट्स को अपने बायोडाटा में समलित करे।
शादी के लिए बायोडाटा कैसा होना चाहिए
अगर आप वैवाहिक संबध के लिए एक अच्छा सा बायोडाटा तैयार करना चाहते है तो इसके लिए आपको नीचे बताये गए पॉइंट्स को समलित करना चाहिए।
- नाम
- जन्म तारीख़
- माता पिता का नाम
- धर्म व् जाति
- जीवन शैली
- परिवारिक विवरण
- शैक्षिक योग्यता
- पेशा व आय का स्रोत
- संपर्क विवरण
- साथी से अपेक्षा
- शारीरिक संरचना , आदि
बायोडाटा बनाते समय कुछ ध्यान रखने योग्य बातें
अभी तक आपने जाना की बायोडाटा क्या है और biodata kaise likhe . बायोडाटा डाटा बनाते समय कुछ आवश्यक बातो पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिससे आपका बायोडाटा बहुत ही आकर्षित और प्रोफेशन बन सके। नीचे आप बायोडाटा बनाते समय कुछ ध्यान देने योग्य बातों को समझ सकते है।
- बायोडाटा में समलित की जाने वाली जानकारी संक्षिप्त और अनावश्यक जानकारी को समलित नहीं करना चाहिए
- बायोडाटा को अधिकतम 3 पेज से अधिक नहीं होनी चाहिए
- बायोडाटा में संपर्क सम्बंधित जानकारी पूर्णतः सही होनी चाहिए जैसे की मोबाइल नंबर , एड्रेस , ईमेल आईडी आदि।
- किसी भी उदेश्य से बनाये गए बायोडाटा में सभी जानकारी पूर्णतः सही होनी चाहिए
- बायोडाटा बनाते समय ग्रामर और अन्य त्रुटियों को सही से चेक करना चाहिए हो सके तो इसके लिए एक्सपर्ट की सलाह लेना बेहतर होता है।
- एक प्रोफेशनल बायोडाटा बनाते समय फॉण्ट स्टाइल साइज , डिजाइन और कलर का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए
- बायोडाटा में आपको व्यक्ति के रंगीन और पासपोर्ट साइज फोटो को लगाना चाहिए
biodata kaise likhe
बायोडाटा क्या है इसके बारे में सही जानकारी हासिल करने के बाद आप आपके पास एक सवाल जरूर आया होगा की biodata kaise likhe . तो किसी भी प्रकार के एडिटिंग और फॉर्मेटिंग जैसे कार्य कंप्यूटर और लैपटॉप से सही तरह से किये जाते है क्योकि इनमे बड़ी स्क्रीन और सॉफ्टवेयर की सही उपलब्धता होती है। कंप्यूटर से बायोडाटा बनाने के लिए आप निम्न तरीके इस्तेमाल कर सकते है।
- MS Office
- Canva
- BiodataMaker.com
- Google Docs आदि
Mobile से बायोडाटा कैसे बनाये
आज के समय में कंप्यूटर पर किये जाने वाले अधिकतर कार्य मोबाइल पर भी आसानी से किये जा सकते है तो बायोडाटा को भी हम मोबाइल में आसानी से बना सकते है। मोबाइल से बायोडाटा बनाने के अनेको तरीके है जिनमे से कुछ के बारे में आप नीचे देख सकते है।
वेबसाइट द्वारा : इंटरनेट पर अनेको ऐसी वेबसाइट है जहा से आप पहले से डिजाइन बायोडाटा मिल जाते है । यहाँ पर आप अपने अनुसार डिजाइन सेलेक्ट करके अपनी जानकारी को फील कर सकते और बायोडाटा बनने के बाद मोबाइल में डाउनलोड और शेयर भी कर सकते है

एंड्राइड एप्लीकेशन द्वारा : प्ले स्टोर में आपको अनेको Resume और बायोडाटा मेकर ऐप्स मिल जायेंगे।एंड्राइड ऐप्स को एंड्राइड स्मार्टफोन में इनस्टॉल करने के बाद पहले से बने टेम्पलेट को एडिट करके अपने जरुरत के अनुसार बायोडाटा को डिजाइन कर सकते है।

गूगल-डॉक्स द्वारा बायोडाटा : गूगल-डॉक्स द्वारा बायोडाटा : ऊपर बताये दोनों तरीको में आपको बायोडाटा बनाने के लिए पहले से तैयार डिजाइन मिल जाता है जिसमे हमें सिर्फ एडिट करके अपनी जानकारी को एंटर करना होता है लेकिन कभी कभी हमें वो डिजाइन पसंद नहीं आती है और हमें बायोडाटा को अपने अनुसार डिजाइन देना चाहते है तो इसके लिए आप Google Docs या word फाइल आदि सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते है।
अधिकतर स्मार्टफोन में Google Docs का ऐप्स पहले से इनस्टॉल रहता है और यदि Google Docs आपके मोबाइल में नहीं है तो इसे प्ले स्टोर में डाउनलोड और इनस्टॉल कर सकते है।
Google Docs ऐप स्मार्टफोन में इनस्टॉल होने के बाद इसे ओपन करें और ऊपर बताये गए फॉर्मेट के अनुसार डाटा इंसर्ट कर सकते है।
बायोडाटा तैयार होने के बाद इसे Google Drive में सेव कर सकते है , प्रिंट कर सकते है या फिर इसे लोकल कंप्यूटर या स्मार्टफोन में डाउनलोड भी कर सकते है।
अंतिम शब्द
आशा करते है की अन्य आर्टिकल की भांति biodata kaise likhe आर्टिकल भी आपको जरूर पसंद आया होगा। आज के इस लेख में हमने बायोडाटा बनाने से सम्बंधित सभी प्रकार की जानकारी आपके साथ शेयर करने का प्रयास किया जो आपको बायोडाटा बनाने में हर सम्भव मदद करेगी। उम्मीद करते है आर्टिकल पसंद आया होगा। किसी तरह के सवाल और डाउट के लिए फीडबैक शेयर कर सकते है।
FAQs अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बायोडाटा, जिसे बायोग्राफिकल डेटा के रूप में भी जाना जाता है, एक प्रकार का डॉक्यूमेंट होता ह है जिसमें किसी व्यक्ति के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है। इसमें आमतौर पर नाम, आयु, लिंग, संपर्क जानकारी, शिक्षा, कार्य अनुभव, कौशल, उपलब्धियां और व्यक्तिगत रुचियां जैसे जानकारी शामिल की जाती हैं
रिज्यूमे बनाते समय व्यक्ति की प्रोफेशनल जानकारियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए बनाया जाता है जैसे की शिक्षा ,कार्य अनुभव और स्किल के बारे में जानकारी शामिल होती है। जब की बायोडाटा को बनाते हुए व्यक्ति की पर्सनल जानकारी को विस्तृत रूप से समलित किया जाता है जैसे की शौक, रुचियां और पारिवारिक जानकारी आदि।
बायोडाटा का उपयोग अक्सर नौकरी , वैवाहिक संबध बनाने , मेडिकल सम्बंधित रिकॉर्ड रखने ,पर्सनल जानकारी को दूसरो के साथ शेयर करने ,गुमशुदा सम्बंधित रिपोर्ट करने में किया जाता है , जहां किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी की आवश्यकता होती है।
एक बायोडाटा में व्यक्ति के पर्सनल जानकारी जैसे नाम, आयु, धर्म जाति ,लिंग , संपर्क जानकारी , शैक्षिक योग्यता, कार्य अनुभव, कौशल, उपलब्धियां जैसे जानकारी शामिल होनी चाहिए।
बायोडाटा के लिए कोई निश्चित फॉर्मेट नहीं है लेकिन बायोडाटा का फॉर्मेट इस तरह होना चाहिए जिसमे सभी जानकारिया व्यवस्थित और पढ़ने में आसान हो। बायोडाटा में दी जाने वाली सभी जानकारिया संक्षिप्त और व्यक्ति से सम्बंधित होना चाहिए।
नहीं बायोडाटा और CV एक सामान नहीं है जबकि दोनों दस्तावेजों में व्यक्ति के बारे में व्यक्तिगत जानकारी होती है। सीवी में आमतौर पर किसी व्यक्ति की शैक्षणिक और प्रोफेशनल योग्यता और उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करके बनाया जाता है, जब की बायोडाटा में व्यक्ति की पर्सनल जानकारी को शामिल किया जाता है। आम तौर पर बायोडाटा की अपेक्षा CV लम्बा होता है
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