इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया (Computer Ka Avishkar Kisne Kiya) है। आज के समय में कंप्यूटर का इस्तेमाल सभी जगह किया जाता है और आप कंप्यूटर की मदद से कठिन से कठिन काम को कम समय में और बिना किसी तरह की गलती के कर सकते है। इस आर्टिकल में हम आपको सभी तरह के कंप्यूटर अविष्कार , के बारे में विस्तार से बताने वाले है जो आपको आगे आने एग्जाम , इंटरव्यू और कंप्यूटर से नॉलेज को बढ़ाने में मदद करेंगे ।
कंप्यूटर का अविष्कार
जब भी कंप्यूटर विषय पर चर्चा किया जाता है तो इसके अविष्कारक का नाम जरूर पुछा जाता है वैसे तो कंप्यूटर के अविष्कार में अनेको वैज्ञानिको का योगदान है। आज के समय में अलग अलग प्रकार के कंप्यूटर देखने को मिलते है इसलिए किसी एक व्यक्ति को कंप्यूटर का जनक कहा जाना सही नहीं है।
अगर हम कंप्यूटर के जनरेशन को देखते है तो सबसे पहला कंप्यूटर अबेकस (Abacus ) को कहा जाता है जिसमे गणना करने के लिए स्लाइड में गोलियों का इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन कुछ लोग अंग्रेजी गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज के एनालिटिकल इंजन को आज का मॉर्डन कंप्यूटर मानते है लेकिन यह कुछ हद तक सही भी है
दुनिया का सबसे पहला मकेनिकल कंप्यूटर का अविष्कार Charles Babbage ने 1822 में किया था इसलिए इन्हे कंप्यूटर का जनक भी कहा जाता है। 1822 में चार्ल्स बैबेज ने कुछ काम्प्लेक्स मैथमेटिकल ऑपरेशन्स को सही से परफॉर्म करने के लिए एक डिवाइस बनाया था जिसे उन्होंने नाम डिफरेंस इंजन रखा। इसका एडवांस वर्शन ही आज कल सभी लोग इस्तेमाल करते है।
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कंप्यूटर शब्द का पहली बार उपयोग कब किया गया था?
कंप्यूटर शब्द का सबसे पहला इस्तेमाल रिचर्ड ब्रेथवेट की पुस्तक द योंग मैन्स ग्लीनिंग्स (the Yong Mans Gleanings) में किया गया था। इस पुस्तक में कंप्यूटर को मूल रूप से एक मानव एक रूप में वर्णन किया गया था जो कैलकुलेशन सम्बंधित सभी कार्य कर सकता था। 119वीं शताब्दी के अंत तक कंप्यूटर को इस परिभाषा से जाना जाता था जिसका कार्य सिर्फ गणना करना होता था।
सबसे पहला मकेनिकल या ऑटोमैटिक कंप्यूटर
1822 में, चार्ल्स बैबेज ने सबसे पहला डिफरेंस इंजन का कांसेप्ट तैयार किया जिसे सबसे पहला आटोमेटिक कंप्यूटिंग मशीन माना गया है। Difference Engine सभी प्रकार के गणनाओ को सही से करने और रिजल्ट को हार्ड कॉपी देने में सक्षम था। 1837 में चार्ल्स बैबेज ने पहला जनरल कंप्यूटर Analytical Engine विकसित किया जिसमे अर्थमैटिक लॉजिक , फ्लो कण्ट्रोल , पंच कार्ड और इंटीग्रेटेड मेमोरी का इस्तेमाल किया गया था। यह पहला जनरल पर्पस कंप्यूटर था जिसमें सभी सामान्य कार्य किये जा सकते थे। लेकिन असौभग्य वस् इस कप्यूटर को चार्ल्स बैबेज के जीते जी सभी बनाया नहीं गया। 1910 में हेनरी बैबेज जो चार्ल्स बैबेज के बेटे थे उन्होंने इसे कम्पलीट किया और बेसिक कैलकुलेशन के कार्य किये।
Programmable Computer को किसने , कब और कहा बनाया?
जर्मन वैज्ञानिक Konrad Zuse ने 936 और 1938 के बीच दुनिया का सबसे पहला इलेक्ट्रो मैकेनिकल बाइनरी प्रोग्राम वाला कंप्यूटर बनाया था जो अभी के मॉर्डन कंप्यूटर की तरह कार्य करता था जिसका नाम Z1 रखा था। Konrad Zuse ने बाद में पहला प्रोग्राम कंप्यूटर Z3 को भी बनाया जो पूरी तरह से ऑटोमैटिक कार्य कर सकता था।
Commercial Computer को किसने किसने , कब और कहा बनाया?
दुनिया का सबसे पहला कमर्शियल कंप्यूटर UNIVAC (Universal Automatic Computer) था जिसे यूनाइटेड स्टेट अमेरिका में निर्मित किया गया है। जिसे कंप्यूटर इंजीनियर J. Presper Eckert और फिजिसिस्ट John Mauchly ने 1951 में डेवेलप किया था। UNIVAC पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था जिसमे 5000 वैक्यूम ट्यूब और 1000 12-Bit वर्ड मेमोरी लाइन का इस्तेमाल किया गया था जिसमे 10 मेग्नेटिक टेप ड्राइव भी थे।
Electronic Digital Computer को किसने किसने , कब और कहा बनाया?
पहला डिजिटल कंप्यूटर एक ऐसा सवाल है जिस पर हमेशा वैज्ञानिको और कंप्यूटर के प्रति उत्साही लोगों द्वारा बहस होती रहती है। लेकिन ऐसा माना जाता है की पहले डिजिटल कंप्यूटर का अविष्कार 1937 में, आयोवा स्टेट कॉलेज में एक प्रोफेसर और ग्रेजुएट स्टूडेंट जॉन अटानासॉफ़ और क्लिफ बेरी (John Atanasoff and Cliff Berry,)ने पहले इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटिंग डिवाइस का आविष्कार और निर्माण किया इस तरह अटानासॉफ़-बेरी कंप्यूटर (एबीसी) दुनिया का सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। इस कंप्यूटर को शार्ट में एबीसी के नाम से भी जाना जाता था। एबीसी एक डेस्क के साइज का कंप्यूटर का था जो केवल सीरीज ऑफ़ लीनियर एक्वेशन्स को सॉल्व कर सकता था। यह किसी प्रोग्राम को रन नहीं कर सकता था
Personal Computer को किसने किसने , कब और कहा बनाया?
MITS नाम की एक छोटी सी कंपनी ने सबसे पहला पर्सनल कंप्यूटर Altair को 1974 में बनाया था । उस समय इसका साइज और आकार एक किट की तरह होता था। इस कंप्यूटर, में Intel Corporation के 8080 माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया गया था, Altair कंप्यूटर कमर्शियल यूज़र्से के बीच बहुत लोकप्रिय था। ऐसा माना जाता है की बिल गेट्स और पॉल एलन ने Altair कंप्यूटर के लिए एक बेसिक कंपाइलर लिखा और माइक्रो-सॉफ्ट का गठन किया था । दुनिया के प्रमुख कंप्यूटर निर्माता IBM Corporation ने 1981 के बाद IBM पर्सनल कंप्यूटर, या IBM PC नाम के कंप्यूटर मार्किट में लांच किये थे ।
लैपटॉप को सबसे पहले किसने , कब और कहा बनाया ?
एडम ओसबोर्न (Adam Osborne) द्वारा सबसे पहला कमर्शियल और पोर्टेबल लैपटॉप कंप्यूटर Osborne 1 को 1980 में बनाया गया था। उस समय इस लैपटॉप कंप्यूटर का वजन लगभग 10 KG (24 pounds) था और इसमें पांच इंच की डिस्प्ले स्क्रीन थी और इसमें डाटा स्टोर करने के लिए सिंगल साइड 5-inch फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था। उस समय इस लैपटॉप की कीमत लगभग $1,795 डॉलर थी। जिसमे यूजर को इस्तेमाल करने के लिए कई सारे एप्लीकेशन इनस्टॉल किये गए थे। Osborne 1 लैपटॉप में एक स्प्रेडशीट, वर्ड प्रोसेसर, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक्सेस और एक इंटरनल डेटाबेस था। दुर्भाग्य वस पहला लैपटॉप बनाने वाली कंपनी Osborne Computer Corporation अब अस्तित्व में नहीं है।
सुपर कंप्यूटर को किसने , कब और कहा बनाया?
आज के समय में इंडिया और अन्य देशो के पास अनेको सुपर कंप्यूटर है लेकिन जब सवाल दुनिया के सबसे पहले सुपर कंप्यूटर का नाम आता है तो दुनिया का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर CDC 6600 (Control Data Corporation 6600 ) को माना जाता है जिसे Seymour Cray के द्वारा 1964 में बनाया गया था। CDC 6600 सुपर कंप्यूटर में सिंगल CPU का इस्तेमाल किया गया था और उस समय इसकी कीमत 8 मिलियन डॉलर थी।
भारत में पहला कंप्यूटर कब कहां और क्यों स्थापित किया गया था?
अब अगर चर्चा कंप्यूटर के अविष्कार किसने किया (computer ka avishkar kisne kiya) इस पर हो रही है तो हम भारत में कंप्यूटर अविष्कार को बताने से पीछे कैसे रह सकते है। भारत में पहला कंप्यूटर TIFRAC (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च ऑटोमैटिक कैलकुलेटर) था जिसे मुंबई में TIFR (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च) संस्थान में किया गया था। इसे पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा इसका नाम TIFRAC दिया गया था। डिजिटल कंप्यूटर विकसित करने से पहले भारतीय वैज्ञानिकों ने एक एनालॉग कंप्यूटर भी बनाया था। इसे भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI), कोलकाता में विकसित किया गया था।
भारत का Super Computer किसने , कब और कहा बनाया?
भारत का सुपर कंप्यूटर Param 8000 है जिसे 1991में महाराष्ट्र के Pune शहर में स्थित C-DAC ( सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस कंप्यूटिंग ) इंस्टिट्यूट में भारत के कंप्यूटर साइंटिस्ट पदम् श्री वजेता Vijay P Bhaktar द्वारा बनाया गया था। उस समय PARAM यूनाइटेड स्टेट अमेरिका के बाद दुनिया का सबसे पॉवरफुल सुपर कंप्यूटर था। सुपर कंप्यूटर का नाम संस्कृत शब्द के Param से लिए गया है जिसका अर्थ “सर्वोच्च।” होता है। PARAM Siddhi AI भारत का सबसे लेटेस्ट और फ़ास्ट सुपर कंप्यूटर है जिसे 2020 में लांच किया गया है। इस समय में यह दुनिया का 63rd रैंक का सुपर कंप्यूटर है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया की कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया (computer ka avishkar kisne kiya) . यदि आप कंप्यूटर में रूचि रखते है या फिर कंप्यूटर से सम्बंधित कोर्स कर रहे है तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत काम आने वाला है क्योकि कंप्यूटर जनरेशन और इतिहास से अक्सर सवाल पूछे जाते है। इस आर्टिकल से सम्बंधित किसी तरह के फीडबैक और सवाल के लिए कमेंट करे।
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