आज के आधुनिक जीवन में कंप्यूटर हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। कंप्यूटर का उपयोग जितना अहम् हो गया है उसकी जानकारी रखना भी उतना ही आवश्यक हो गया है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट, कंप्यूटर एग्जाम और इंटरव्यू को तैयारी करने वाले कैंडिडेट या फिर कंप्यूटर या टेक्नोलॉजी में रूचि वाले व्यक्ति सभी के लिए कंप्यूटर के बारे में जानकारी रखना आवश्यक हो जाता है। इस आर्टिकल में हमने कंप्यूटर से पूछे जाने वाले कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण क्वेश्चन एंड आंसर (Basic Computer Questions in Hindi) दिए है जो आपको कंप्यूटर एग्जाम , इंटरव्यू आदि में बहुत उपयोगी साबित हो सकते है।
बेसिक कंप्यूटर प्रश्नोत्तर (Basic Computer Questions in Hindi)
ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को मैनेज और कण्ट्रोल करता है। OS यूजर को प्रोग्राम चलाने और फाइल्स स्टोर करने में मदद करता है।
डेस्कटॉप सपोर्ट इंजीनियर का मुख्य कार्य कंपनी या ऑफिस में उपयोग किये जाने वाले कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, नेटवर्क और सॉफ्टवेयर से सम्बंधित समस्याओं को हल करना। डेस्कटॉप सपोर्ट इंजीनियर सुनिश्चित करना होता है कि सभी यूजर्स बिना किसी रुकावट के अपने सिस्टम पर आसानी से काम कर सकें।
कंप्यूटर बूटिंग प्रोसेस प्रोसेस में कंप्यूटर के स्टार्ट बटन प्रेस करने से डेस्कटॉप में लॉगिन स्क्रीन आने तक की प्रोसेस शामिल रहती है। जिसमें कंप्यूटर स्टार्ट होने पर सबसे पहले BIOS या UEFI वर्क्स करता है, फिर ऑपरेटिंग सिस्टम लोड होता है और आखिर में यूजर के लिए डेस्कटॉप स्क्रीन दिखती है।
BIOS और UEFI कंप्यूटर के स्टार्ट होने पर हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम को स्टार्ट और कनेक्ट करने का कार्य करता हैं। BIOS पुराना सिस्टम है, जबकि UEFI नया, फ़ास्ट, अधिक सिक्योर और लार्ज हार्ड डिस्क को सपोर्ट करता है।
POST (Power On Self Test) कंप्यूटर के स्टार्ट होने के समय की प्रोसेस होती है जो कंप्यूटर से कनेक्ट जरूरी हार्डवेयर जैसे कीबोर्ड, मेमोरी, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क को चेक करता है की ये सभी हार्डवेयर कंप्यूटर में सही तरह से काम रह रहे है या नहीं।
SMPS का फुल फॉर्म है Switched Mode Power Supply। यह कंप्यूटर को जरूरी वोल्टेज में पावर सप्लाई करता है। SMPS एसी (AC) करंट को डीसी (DC) करंट में बदलता है जिससे कंप्यूटर ठीक से चल सके।
मदर बोर्ड के कई प्रकार होते है जिन्हे मदर बोर्ड फॉर्म फैक्टर भी कहा जाता है। मदर बोर्ड का साइज और फीचर्स अलग-अलग होते हैं। बड़े मदरबोर्ड में अधिक पोर्ट्स और स्लॉट्स जबकि छोटे मदर बोर्ड कॉम्पैक्ट या छोटे सिस्टम के लिए होते हैं।
HDD और SSD दोनों डिवाइस का उपयोग कंप्यूटर या लैपटॉप में डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। HDD में मूविंग डिस्क होती है, जबकि SSD में कोई मूविंग पार्ट नहीं होता। SSD फ़ास्ट , हल्का और टिकाऊ होता है, लेकिन HDD से महंगा होता है।
RAM और ROM दोनों कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार हैं। RAM अस्थायी मेमोरी है जो कंप्यूटर के चलने पर काम करती है, जबकि ROM स्थायी मेमोरी होती है जिसमें जरूरी निर्देश पहले से स्टोर रहते हैं।
डेस्कटॉप और लैपटॉप दोनों कंप्यूटर होते हैं। डेस्कटॉप का साइज बड़ा और टेबल पर रखने वाला सिस्टम है, जबकि लैपटॉप छोटा, हल्का और बैटरी से चलने वाला पोर्टेबल कंप्यूटर होता है जिसे चलते हुए उपयोग कर सकते कही भी आसानी से ले जा सकते हैं।
कंप्यूटर फॉर्मेट करने के लिए सबसे पहले बूटेबल पेनड्राइव से कंप्यूटर स्टार्ट करें। इसके बाद Windows इंस्टॉलेशन सेटअप में जाकर ड्राइव सेलेक्ट करे और फॉर्मेट का ऑप्शन चुनें।
Windows के प्रमुख OS वर्शन में Windows 95, Windows XP, Windows 7, Windows 8, Windows 10 और Windows 11 शामिल हैं। windows के हर नए वर्शन में बेहतर फीचर्स, सिक्योरिटी और यूजर इंटरफेस मिलता है।
Windows 10 और Windows 11 में मुख्य फर्क डिजाइन और परफॉर्मेंस का है। Windows 11 में नया लुक, सेंटर्ड स्टार्ट मेन्यू, बेहतर गेमिंग सपोर्ट और टच फीचर्स शामिल हैं, जबकि Windows 10 पुराने सिस्टम्स के लिए उपयुक्त है।
Disk Management टूल का उपयोग कंप्यूटर की हार्ड डिस्क को मैनेज करने के लिए होता है। इससे आप ड्राइव बना सकते हैं, डिलीट कर सकते हैं, फॉर्मेट कर सकते हैं और स्टोरेज को री-साइज या पार्टिशन भी कर सकते हैं।
Safe Mode विंडोज का एक खास मोड है जिसमें कंप्यूटर सिर्फ जरूरी फाइल और ड्राइवर के साथ स्टार्ट होता है। इसका इस्तेमाल कंप्यूटर की प्रॉब्लम को समझने और उन्हें ठीक करने के लिए किया जाता है।
msconfig एक विंडोज टूल है जिसका उपयोग सिस्टम की स्टार्टअप सेटिंग्स को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। इससे आप स्टार्टअप प्रोग्राम्स, सर्विसेस और बूट ऑप्शन को मैनेज करके सिस्टम की परफॉर्मेंस को बेहतर कर सकते हैं।
Windows Registry कंप्यूटर की एक स्पेशल फाइल होती है जिसमें सिस्टम की सेटिंग्स, सॉफ्टवेयर की इनफार्मेशन और यूजर की प्रेफरेंस सेव होती है। यह फाइल विंडोज OS को सही तरीके से चलने में अहम भूमिका निभाती है।
IP Address (Internet Protocol Address) नंबरो का एक सेट होता है जो कंप्यूटर , या अन्य डिवाइस को नेटवर्क या इंटरनेट से कनेक्ट करने में मदद करता है।
Driver Rollback विंडोज OS का एक फीचर है जिससे आप किसी डिवाइस के ड्राइवर पिछले वर्शन में वापस ला सकते हैं। यह तब उपयोगी होता है जब नया ड्राइवर सिस्टम में दिक्कतें पैदा करता है।
WSUS (Windows Server Update Services) Microsoft का एक टूल है जो नेटवर्क में मौजूद सभी कंप्यूटरों को अपडेट देने का काम करता है। इससे एडमिन एक ही जगह से सभी सिस्टम्स को विंडोज अपडेट भेज सकता है।
Boot Loader कंप्यूटर का एक खास प्रोग्राम होता है जो सिस्टम ऑन होते ही सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम को लोड करने का काम करता है। इसके बिना कंप्यूटर स्टार्ट नहीं हो सकता।
Disk Quota ऑपरेटिंग सिस्टम का एक फीचर है जिससे कंप्यूटर में प्रत्येक यूजर के लिए हार्ड डिस्क के उपयोग की सीमा तय की जाती है। इससे एक यूजर दिए गए डिस्क स्पेस से ज्यादा हार्ड डिस्क स्पेस को उपयोग नहीं कर सकता है।
Windows Update माइक्रोसॉफ्ट द्वारा दी जाने वाला एक फीचर है जिससे Microsoft समय-समय पर कंप्यूटर के लिए नए फ़ीचर, सिक्योरिटी अपडेट आदि भेजता है। इससे सिस्टम फ़ास्ट, सिक्योर और बेहतर तरीके से काम करता है।
Disk Cleanup एक टूल है जो कंप्यूटर से बेकार फाइलें हटाकर स्टोरेज खाली करता है। Defragment टूल फाइलों को व्यवस्थित करता है ताकि हार्ड डिस्क तेजी से काम करे और सिस्टम की स्पीड बढ़े।
MFA (Multi-Factor Authentication) एक सिक्योरिटी प्रोसेस है जिसमें लॉगिन करते समय दो या अधिक तरीकों से पहचान की पुष्टि की जाती है, जैसे पासवर्ड के साथ मोबाइल OTP या फिंगरप्रिंट का उपयोग। इससे अकाउंट ज्यादा सुरक्षित रहता है।
Batch files ऐसी फाइलें होती हैं जिनमें कई कमांड्स एक साथ लिखे होते हैं। इन्हें चलाने पर कंप्यूटर एक-एक करके सभी कमांड्स को अपने आप चला देता है। ये ऑटोमेशन के लिए उपयोगी होती हैं।
Domain और Workgroup दोनों कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार हैं। Domain में एक सर्वर होता है जो सभी कंप्यूटरों को कंट्रोल करता है, जबकि Workgroup में हर कंप्यूटर स्वतंत्र होता है और सभी एक-दूसरे से जुड़े होते हैं।
Hyper-V और VMware दोनों वर्चुअल मशीन सॉफ़्टवेयर हैं। Hyper-V माइक्रोसॉफ्ट का टूल है जो Windows OS में रहता है, जबकि VMware एक अलग कंपनी का टूल है जो ज़्यादा फीचर्स और प्लेटफॉर्म को सपोर्ट देता है।
Backup का मतलब होता है ज़रूरी डेटा की कॉपी बनाना ताकि उसे सुरक्षित रखा जा सके। Restore का मतलब है बैकअप से डेटा को दोबारा वापस लाना, जब असली डेटा खो जाए या डिलीट हो जाए
POP3 और IMAP दोनों ईमेल पढ़ने के तरीके हैं। POP3 ईमेल को सर्वर से डाउनलोड करके कंप्यूटर पर रखता है, जबकि IMAP ईमेल को सर्वर पर ही रखता है और हर डिवाइस से सिंक करता है।
NAT (Network Address Translation) नेटवर्किंग में एक टेक्नोलॉजी है जो प्राइवेट IP एड्रेस को पब्लिक IP में बदलती है। इससे कई डिवाइस एक ही पब्लिक IP से इंटरनेट कनेक्शन को एक्सेस कर पाते हैं।
Telnet और SSH दोनों नेटवर्क प्रोटोकॉल हैं जो रिमोट कंप्यूटर को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। Telnet डेटा को बिना सुरक्षा भेजता है, जबकि SSH डेटा को एन्क्रिप्ट करके सुरक्षित तरीके से भेजता है।
Disk Partition हार्ड डिस्क को अलग-अलग हिस्सों में बाँटने की प्रक्रिया है, जबकि Volume उन हिस्सों को कहा जाता है जिन पर फाइल सिस्टम बनाकर डेटा स्टोर किया जाता है। हर वॉल्यूम एक ड्राइव की तरह दिखता है।
Outlook में PST फाइलें तब बनती हैं जब आप ईमेल को लोकल सिस्टम में सेव करते हैं, जबकि OST फाइलें तब बनती हैं जब आप ईमेल को ऑफलाइन एक्सेस करने के लिए सिंक करते हैं।
चैटबॉट एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो इंसानों की तरह बातचीत करता है। यह टेक्स्ट या वॉइस के माध्यम से सवालों के जवाब देता है और कस्टमर सर्विस , वेबसाइट या ऐप में मदद करता है।
सर्च इंजन एक ऑनलाइन टूल है जो इंटरनेट पर जानकारी ढूंढ़ने में मदद करता है। जब हम कोई शब्द या सवाल टाइप करते हैं, तो यह हमें उससे जुड़ी वेबसाइटों और पेजों की लिस्ट दिखाता है।
सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का वह भाग होता है जिसे हम छू नहीं सकते, लेकिन यह कंप्यूटर को चलाने और काम करने में मदद करता है। जैसे—MS Word, ब्राउज़र, गेम्स, ये सभी सॉफ्टवेयर के उदाहरण हैं।
बाइट (Byte) कंप्यूटर में डाटा नापने की एक यूनिट है। 1 बाइट में 8 बिट होते हैं। इसे हम लेटर , नंबर या अन्य जानकारी को स्टोर करने के लिए उपयोग करते हैं।
हार्ड ड्राइव कंप्यूटर का एक स्टोरेज डिवाइस है जिसमें सभी फाइलें, सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम सेव रहते हैं। यह कंप्यूटर की मेमोरी की तरह काम करता है और डाटा को लंबे समय तक सुरक्षित रखता है।
कंप्यूटर वायरस एक हानिकारक प्रोग्राम होता है जो कंप्यूटर में बिना परमिशन से आकर फाइलें खराब करता है, सिस्टम को धीमा करता है या डेटा चुरा सकता है। यह दूसरे कंप्यूटरों में भी फैल सकता है।
पिक्सल (Pixel) किसी भी डिजिटल इमेज या स्क्रीन का सबसे छोटा हिस्सा होता है। हर पिक्सल में एक कलर होता है, और लाखों पिक्सल मिलकर एक साफ और कलर पिक्चर बनाता है।
नेटवर्क मोडेम एक डिवाइस है जो इंटरनेट कनेक्शन को आपके कंप्यूटर या वाई-फाई राउटर से कनेक्ट करता है। यह डिजिटल सिग्नल को ट्रांसलेट करके डाटा सेंड और रिसीव करने में मदद करता है।
कंप्यूटर नेटवर्क दो या दो से अधिक कंप्यूटरों का आपस में कनेक्ट करने का कार्य करता है, जिससे वे डेटा, फाइल, प्रिंटर या इंटरनेट जैसी चीज़ें एक-दूसरे के साथ शेयर कर सकते हैं। नेटवर्क वायर या वायरलेस हो सकता है।
VPN (Virtual Private Network) टेक्नोलॉजी में यूजर अपनी आइडेंटिटी और डाटा को हाईड करके इंटरनेट एक्सेस कर सकता है। VPN यूजर की ओरिजिनल लोकेशन बदलने और पब्लिक नेटवर्क को सुरक्षित करने में मदद करता है।
मैलवेयर (Malware) एक खतरनाक सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस को नुकसान पहुँचाने, डेटा चुराने या सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए बनाया जाता है। यह वायरस, स्पायवेयर, ट्रोजन आदि का रूप ले सकता है।
एल्गोरिदम (Algorithm) इंस्ट्रक्शन का एक क्रम होता है जिसे किसी समस्या को हल करने या किसी काम को स्टेप-बाय-स्टेप तरीके से करने के लिए बनाया जाता है। कंप्यूटर प्रोग्राम इन्हीं एल्गोरिदम से काम करते हैं।
फिशिंग (Phishing) एक ऑनलाइन धोखाधड़ी होती है जिसमें हैकर नकली ईमेल, वेबसाइट या मैसेज भेजकर लोगों से पासवर्ड, बैंक डिटेल जैसी प्राइवेट जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। इससे आपकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
ब्लूटूथ एक वायरलेस टेक्नोलॉजी है जिससे दो डिवाइस, जैसे मोबाइल और लैपटॉप, आपस में बिना केबल के डेटा, फोटो, म्यूजिक या फाइल्स भेज और प्राप्त कर सकते हैं। यह सीमित दूरी तक काम करता है।
एन्क्रिप्शन एक सुरक्षा तकनीक है जिसमें डेटा को कोड में बदला जाता है ताकि कोई अनजान व्यक्ति उसे पढ़ न सके। इसे सिर्फ अधिकृत व्यक्ति ही पासवर्ड या कीस से डिकोड करके पढ़ सकता है।
ब्लॉग एक ऑनलाइन पेज या वेबसाइट होती है जहाँ कोई व्यक्ति अपने विचार, जानकारी, अनुभव या खबरें लिखता है। इसे कोई भी इंटरनेट पर पढ़ सकता है और यह अक्सर नियमित रूप से अपडेट किया जाता है।
ग्राफिक कार्ड एक हार्डवेयर डिवाइस है जो कंप्यूटर में इमेज, वीडियो और गेम्स को अच्छी क्वालिटी में दिखाने का काम करता है। यह खासकर गेमिंग, डिजाइन और वीडियो एडिटिंग के लिए अधिक उपयोग किया जाता है।
डेटाबेस एक तरह को टूल होता है जहा डाटा को व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से स्टोर किया जाता है। इसमें डाटा को आसानी से सर्च , ऐड और अपडेट किया जा सकता है
Bit (बिट) कंप्यूटर की सबसे छोटी डाटा यूनिट होती है। यह केवल दो वैल्यू 0 या 1 को रीप्रेजेंट को कर सकता है। कंप्यूटर इन्हीं बिट्स को जोड़कर हर तरह की जानकारी को प्रोसेस करता है।
पिंग (Ping) एक कमांड होता है जिसका उपयोग नेटवर्क में डिवाइस या वेबसाइट की कनेक्टिविटी चेक करने के लिए किया जाता है। इससे नेटवर्क की स्पीड और कनेक्शन की स्थिति पता चलती है।
LAN (Local Area Network) एक छोटा नेटवर्क होता है जो घर, स्कूल या ऑफिस जैसी सीमित लोकेशन में कंप्यूटरों को जोड़ता है। WAN (Wide Area Network) बड़ा नेटवर्क होता है जो शहरों या देशों तक फैला होता है।
नेटवर्क गेटवे एक डिवाइस या सॉफ्टवेयर होता है जो दो अलग-अलग नेटवर्क को आपस में जोड़ता है। यह डेटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में सही तरीक़े से डाटा भेजने का काम करता है।
Switch कंप्यूटरों को एक ही नेटवर्क के कनेक्ट करने का कार्य करता है ताकि वे एक-दूसरे से डेटा शेयर कर सकें। वहीं Router अलग-अलग नेटवर्क को आपस में कनेक्ट करने का कार्य करता है
Task Manager एक Windows टूल है जो कंप्यूटर में चल रहे सभी प्रोग्राम, प्रोसेस और सिस्टम की जानकारी दिखाता है। इससे हम किसी स्लो, अनावश्यक या हैंग हुए प्रोग्राम को बंद भी कर सकते हैं।
CMOS बैटरी कंप्यूटर के मदरबोर्ड में लगी होती है जो सिस्टम की तारीख, समय और BIOS सेटिंग्स को पावर जाने के बाद भी स्टोर रखने का कार्य करता है । CMOS बैटरी एक छोटी, गोल और सिल्वर रंग की होती है।
BitLocker एक Windows फीचर है जो आपके कंप्यूटर की ड्राइव को पासवर्ड या एन्क्रिप्शन से सुरक्षित करता है। यह डेटा को अनजान लोगों से बचाता है, खासकर अगर कंप्यूटर चोरी या खो जाए।
निष्कर्ष
आज के समय में कंप्यूटर हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। यदि हमने कंप्यूटर इस्तेमाल करना और इसके बारे में जानकारी नहीं रखते है तो हम आज की दुनिया और टेक्नोलॉजी में पीछे रह जाएंगे। फिर चाहे आप पढ़ाई कर रहे हो, नौकरी की तैयारी कर रहे हो सभी जगह कंप्यूटर का उपयोग उपयोग होता है ।
इस आर्टिकल में हमने कंप्यूटर के बेसिक क्वेश्चन और आंसर (Basic Computer Questions in Hindi) को समझाया है ताकि कोई भी व्यक्ति चाहे वह कंप्यूटर साइंस स्टूडेंट हो या सामान्य कंप्यूटर यूज़र्स बताये गए सवालों को आसानी से समझ सके। अगर आप कंप्यूटर से सम्बंधित जॉब या इंटरव्यू की तैयारी कर रहे हैं, तो ये प्रश्न आपके लिए और भी उपयोगी साबित हो सकता है
अगर आप चाहें तो मैं इस Article का PDF फॉर्मेट या प्रैक्टिस क्विज़ शेयर कर सकता है , डिटेल्स कमेंट करें
- Related Article: Complete course related to computer hardware
- Related Article: Complete course related to computer hardware
- Related Article: Complete course related to Software & Security
- Reference Website: https://simitech.in/basic-computer-questions/
- Computer MCQ in Hindi – कंप्यूटर सामान्य MCQ प्रश्न उत्तर
- Basic Computer Questions in Hindi: इंटरव्यू और एग्ज़ाम के लिए उपयोगी
- TCP/IP प्रोटोकॉल क्या है? इतिहास, उपयोग और कैसे काम करता है
- NAT (Network Address Translation) क्या है? नेटवर्किंग में इसका उपयोग
- IPv4 Address क्या है? संरचना और उदाहरण और कैसे काम करता है?
- कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर कैसे बनें : योग्यता, कोर्स और करियर
- हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या हैं? प्रकार, उपयोग और महत्व
- Computer Facts in Hindi कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी से सम्बंधित रोचक तथ्य
- कंप्यूटर के 15 प्रमुख नुकसान: आपको जरूर जानना चाहिए