यदि आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते है तो Windows ऑपरेटिंग से आप अच्छी तरह परिचित होंगे और इसका इस्तेमाल भी किया होगा लेकिन क्या आपको माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के बारे में पूरी जानकारी है जैसे की Windows Kya hai और windows का इतिहास , इसके प्रमुख संस्करण और इसको उपयोग करने के फायदे और नुकसान। विंडोज के बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो चिंता न करे क्योकि आज के Windows Kya hai आर्टिकल में हम इसी टॉपिक पर विस्तार से चर्चा करने वाले है।
विंडोज क्या है windows kya hai
विंडोज जिसे सामान्य रूप से MS Windows के नाम से भी कहा जाता है। यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डेवलप किया गया ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका इस्तेमाल पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर आदि में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। Windows एक ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस ऑपरेटिंग सिस्टम है जो यूज़र्स को Mouse और Keyboard की मदद से आइकन, इमेज और मेनू का उपयोग करके कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने की सुविधा देता है।
windows में कई प्रकार के एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयरो को शामिल हैं जो यूजर को कंप्यूटर में विभिन्न कार्यों को करने में मदद करते हैं, जैसे वेब ब्राउज़ करना, ईमेल , विभिन्न डॉक्यूमेंट पर काम करना ,वीडियो देखना और गेम खेलना आदि। आज के समय में Windows दुनिया के 70% डेस्कटॉप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका उपयोग पर्सनल कंप्यूटर, सर्वर टैबलेट और स्मार्टफ़ोन सहित विभिन्न प्रकार के डिवाइसों में किया जाता है।
Windows का इतिहास : History Of Windows
window kya hai जानने के बाद आपको इसके इतिहास और इसके प्रमुख वर्शन को भी समझना चाहिए।माइक्रोसॉफ्ट विंडोज का अपना एक इतिहास है। windows को सबसे पहले 1985 में MS DOS ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस के रूप में रिलीज़ किया गया था। 1985 में सबसे पहले Windows 1.0 को पब्लिक के लिए इंट्रोड्यूस किया गया था , आप ऐसा मान सकते है की उस समय या उसके पहले किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) का फ़ीचर नहीं होता था। यह ऑपरेटिंग सिस्टम कमर्शियल के लिए अधिक पॉपुलर नहीं हुआ लेकिन इसने भविष्य में आने वाले windows के अन्य संस्करणों के लिए मार्ग प्रशस्त किया था ।
विंडोज के प्रकार : Verison Of Windows
माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना से लेकर कंपनी ने Windows नाम से कई ऑपरेटिंग सिस्टम को लांच कर चूका है। नीचे आप माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ महत्वपूर्ण वर्शन को देख सकते है :

Windows 1
इसे विंडोज के इतिहास में सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम से जानते है। इसे MS-DOS के टॉप पर एक शेल प्रोग्राम के रूप में बनाया गया था जिसे MS-DOS एक्जीक्यूटिव के नाम से जाना जाता है। विंडोज के इस ऑपरेटिंग सिस्टम ने GUI को जन्म दिया क्योकि इसने माउस को एक इंटरफ़ेस डिवाइस के रूप में इंट्रोड्यूस किया, और इसके साथ कैलकुलेटर, पेंट और नोटपैड जैसे क्लासिक विंडोज प्रोग्राम लॉन्च किए थे ।
Windows 2
1987 में Windows 2.0 को रिलीज़ किया गया था जिसे Windows 1. 0 की तुलना में अधिक एडवांस बनाया गया और इसमें के नए फ़ीचर भी शामिल किये गए । यह विंडोज Windows 1 का अपडेटेड वर्शन था। इसमें 16-color VGA और डेस्कटॉप आइकन को सपोर्ट करता था । इसने विंडोज़ 1 के “iconize” और “Zoom ” कमांड को के स्थान पर maximum और minimum जैसी महत्वपूर्ण जैसे शब्दो का उपयोग किया जाने लगा था।
Windows 3.0
विंडोज़ 3.0 माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम का एक हिस्टोरिकल वर्शन था जिसे 22 मई 1990 को रिलीज़ किया गया था। माइक्रोसॉफ्ट के इस ऑपरेटिंग सिस्टम ने पर्सनल कंप्यूटर के इतिहास में बहुत बड़ा योगदान दिया है । इस ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख फीचर को नीचे देख सकते है।
- इसमें इम्प्रूव और एडवांस ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस का इस्तेमाल किया गया।
- विंडोज़ 3.0 ऑपरेटिंग सिस्टम में पहली बार Virtual Memory का इस्तेमाल किया गया।
- Multimedia का सपोर्ट दिया गया।
- फाइल और डायरेक्टरी को मैनेज करने के लिए File Manager दिया गया।
- Text और ग्राफ़िक्स को बेहतर डिस्प्ले के लिए अधिक फॉण्ट और कलर का इस्तेमाल किया गया।
- सिस्टम सिस्टम को कॉन्फ़िगर और मैनेज करने के लिए Control Panel दिया गया।
Windows 95
24 अगस्त 1995 को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विंडोज़ 95 की रिलीज़ किया गया था। विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम का एक एडवांस वर्शन था था जिसने पर्सनल कंप्यूटिंग के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें प्रमुख फीचर दिए गये थे।

- Start Menu का फ़ीचर दिया गया
- विंडोज में Taskbar का फीचर दिया गया
- प्लग एंड प्ले का फीचर दिया गया
- 32-Bit आर्किटेक्चर को सपोर्ट करता था
- फाइल को बड़ा नाम दिया जा सकता था
- पहली बार Internet Explorer का इस्तेमाल
- मल्टीमीडिया और CD ROM का इनबिल्ड सपोर्ट
Windows 98
विंडोज़ 98 माइक्रोसॉफ्ट द्वारा डेवलप एक ऑपरेटिंग सिस्टम था जिसे 25 जून 1998 को रिलीज़ किया गया था। यह विंडोज़ 95 का विकसित वर्शन था और कुछ नए और पहले के फीचर को एडवांस किया गया था।

- इंटरफ़ेस को और अधिक एडवांस किया गया
- USB और AGP ग्राफ़िक्स कार्ड का सपोर्ट
- प्लग एंड प्ले फीचर को अधिक एडवांस किया गया
- FAT32 File System का सपोर्ट
- CD के साथ साथ DVD का सपोर्ट दिया गया
- Quick Launch Bar का उपयोग दिया गया।
Windows 2000
विंडोज़ 2000, जिसे शार्ट में Win2K के नाम से भी जाना जाता है। विंडोज के इस ऑपरेटिंग सिस्टम को 17 फरवरी 2000 को माइक्रोसॉफ्ट रिलीज़ किया गया था । इसे विशेष रूप से बिज़नेस और एंटरप्राइज उपयोग के लिए एक स्टेबल और स्ट्रांग ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में डिज़ाइन किया गया था। यह विंडोज का सबसे महत्वपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम था जिसके प्रमुख फीचर को नीचे देख सकते है।

Windows XP
Windows XP microsoft द्वारा डेवलप किया जाने वाला पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम था जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने 2001 में रिलीज़ किया था। Windows XP 2000 के दशक की शुरुआत में सबसे पॉपुलर और सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक बन था । माइक्रोसॉफ्ट ने windows XP से Windows XP Home Edition और Windows XP Professional एडिशन को रिलीज़ किया था।

Windows Vista
विंडोज़ विस्टा माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित एक अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे विंडोज़ एक्सपी के बाद रिलीज़ किया गया था । इसे आधिकारिक तौर पर 30 जनवरी 2007 को पब्लिक उपयोग के लिए रिलीज़ किया गया था। माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज़ विस्टा में कई बदलाव और सुधार पेश किए, जिनमें एडवांस सिक्योरिटी , एडवांस और लेटेस्ट ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस और हाई सिस्टम परफॉरमेंस जैसे फीचर शामिल थे ।
- इसे 30 जनवरी 2007 को रिलीज़ किया गया था
- इसमें ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस का एडवांस वर्शन था
- यह इंस्टालेशन के लिए DVD-ROM का उपयोग करने वाला पहला ऑपरेटिंग सिस्टम था

Windows 2007
- इसे 22 अक्टूबर 2009 को रिलीज़ किया गया था
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में पुराने फीचर को अपडेट किया गया और कुछ अन्य फ़ीचर भी शामिल किये गए
- फाइल मैनेजमेंट में लाइब्रेरी को ऐड किया गया
- पिछले विंडोज़ से कुछ फ़ीचर रिमूव किया गए
- हार्डवेयर का सपोर्ट बढ़ाया गया

Windows 2008
- टच बेस सिस्टम के साथ ऑप्टिमाइज़ किया गया
- नए डिवाइस जैसे की लैपटॉप , मोबाइल फ़ोन , टेबलेट्स में इस्तेमाल किया या
- क्लाउड सर्विस के साथ इंटेग्रेट किया गया
- सॉफ्टवेयर डिस्ट्रीब्यूशन के लिए विंडोज स्टोर सर्विस दिया गया
- टास्क मैनेजर को पुनः डिज़ाइन किया गया था
- सिक्योरिटी के नए फ़ीचर को इंट्रोडूस किया गया
- ऑनलाइन एप्लीकेशन डायरेक्ट डाउनलोड किए जा सकते हैं

Windows 2010
Windows 10 ऑपरेटिंग सिस्टम को 2015 में रिलीज़ किया गया था। यह माइक्रोसॉफ्ट वर्शन का एक महत्वपूर्ण वर्शन है , इसमें विंडोज 7 और विंडोज 8 के मुख्य फीचर को कंबाइन करके डिजाइन किया गया है। विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पुराने फीचर के साथ कुछ नए फ़ीचर भी लाया है।

- सबसे पहले विंडोज 8 के साथ इंट्रोडूस किए गए यूजर इंटरफेस की कमियों को दूर किया गया है
- वॉइस से एक्टिवेट होने वाले Cortona फीचर को ऐड किया गया।
- मल्टीप्ल वर्चुअल डेस्कटॉप क्रिएट करने का फ़ीचर दिया गया।
- विंडोज़ 10 में कॉन्टिनम फीचर शामिल किया गया है।
- टच एंड पेन फ़ीचर ऐड किया गया जिसे 2-in-1 लैपटॉप और टेबलेट्स में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इंटरनेट एक्सप्लोरर की जगह पर माइक्रोसॉफ्ट एज को डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र बनाया गया।
Windows 2011
windows 7 को माइक्रोसॉफ्ट ने 2009 में रिलीज़ किया था। यह windows vista का एडवांस वर्शन था जो लोगो द्वारा सबसे अधिक उपयोग किया गया था। ऑपरेटिंग सिस्टम में के नए और एडवांस फ़ीचर शामिल किये गए थे।
- Windows 2000 को पर्सनल कंप्यूटिंग और सर्वर दो एडिशन में लॉन्च किया गया था।
- सिक्योरिटी और एन्क्रिप्शन जैसे फ़ीचर शामिल किये गए थे।
- FAT32 और के साथ साथ NTFS फाइल सिस्टम का सपोर्ट दिया गया
- इसमें DHCP, DNS, aऔर VPN जैसे एडवांस नेटवर्किंग फीचर दिए गए
- Dynamic Disk सपोर्ट जैसे की RAID ,Extend और Span Volumes का फीचर दिया गया
- हार्डवेयर कंपैटिबिलिटी का बेहतर सपोर्ट दिया गया

windows अन्य OS से किस तरह अलग और यूनिक है।
आज विंडोज़ दुनिया का सबसे लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसका उपयोग दुनिया भर में करोडो लोगों द्वारा ऑफिस वर्क ,पर्सनल वर्क , स्कूल , मनोरंजन और गेम्स सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।Windows ने MS-DOS से लेकर GUI तक बहुत लम्बा सफर तय किया है जहा पर इसको अनेको असफलताएं और सफलताओ का सामना करना पडा। आज के समय में मार्किट में के ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध है जो फ़्री और अन्य एडवांस फीचर के लिए जाने जाते है लेकिन Windows में अभी भी कुछ ऐसे फ़ीचर दिए जाते है जो इसको अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम से अलग करते है। जिनमे से कुछ प्रमुख विशेषताओं और फीचर को नीचे देख सकते है।
यूजर फ्रेंडली ग्राफिकल इंटरफ़ेस
Windows ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रत्येक एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) के अनुसार डिजाइन किया जाता है। विंडोज के इस फीचर की वजह से एक्सपर्ट और समान्य यूजर भी इसे आसानी से उपयोग कर सकता है । इसके प्रत्येक एप्लीकेशन की कीबॉर्ड और माउस की मदद से ऑपरेट किया जा सकता है।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के साथ कम्पेटिबल
windows ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के लिए कम्पेटिबल है। कई पॉपुलर एप्लिकेशन और गेम मुख्य रूप से विंडोज़ के लिए डेवलप किए गए हैं। यह अधिकतर एप्लीकेशन के साथ अच्छी तरह से कम्पेटिबल हैं, जिससे इसको उपयोग करने वाले यूज़र्स की संख्या अधिक रहती है।
हार्डवेयर सपोर्ट
विंडोज को विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर के साथ कार्य करने लिए डिजाइन किया गया है जिसमे यूजर अपने बजट के अनुसार विभिन्न डिवाइस के साथ कनेक्ट करके आसानी से उपयोग कर सकता है।
सॉफ्टवेयर की बड़ी उपलब्धता
विंडोज के पास प्रोडक्शन और मनोरंजन के लिए एक विशाल एप्लीकेशन लाइब्रेरी है। यूजर अपनी जरुरत के अनुसार विभिन्न सॉफ्टवेयर , एप्लीकेशन और गेम्स आदि कुछ क्लीक से डाउनलोड और इनस्टॉल कर सकता है।
बैकवर्ड कम्पेटिबिलिटी
माइक्रोसॉफ्ट टीम अपने प्रत्येक एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर को बैकवर्ड कम्पेटिबिलिता को बनाए रखने पर विशेष ध्यान देती है, यह सुनिश्चित करती है कि यूजर पुराने सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर का विंडोज के नए वर्शन के साथ काफी हद तक उपयोग कर सके ।
एंटरप्राइज़ इंटीग्रेशन :
विंडोज एंटरप्राइज उपयोग के लिए अनेको फीचर और एप्लीकेशन उपलब्ध कराता है जैसे की माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस , Azure , और माइक्रोसॉफ्ट के अन्य एप्लीकेशन। विंडोज के इस फीचर से डेस्कटॉप को सर्वर के साथ कनेक्ट और उपयोग करना आसान हो जाता है।
गेमिंग सपोर्ट
विंडोज गेम लवर के लिए विशेष प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है। विंडोज का प्रत्येक ऑपरेटिंग सिस्टम गेमिंग और गेमिंग एक्सेसरीज को अच्छी तरह से एक्सेप्ट करता है जिसके कारण यह गेमिंग यूजर के लिए बहुत उपयोगी OS बन जाता है।
रेगुलर अपडेट
Microsoft विभिन्न प्रकार की सिक्योरिटी प्रॉब्लम से निपटने और अपने परफॉरमेंस को बेहतर बनाने के लिए समय समय पर नए पैच और अपडेट उपलब्ध कराता है। विंडोज़ अपडेट फ़ीचर ओएस को रनिंग और सिक्योर बनाने में मदद करता है।
कस्टमाइजेशन
विंडोज सिस्टम को अपने अनुसार मैनेज और व्यवस्थित करने के लिए कस्टमाइजेशन का फीचर देता है जिससे यूजर डेस्कटॉप बैकग्राउंड , start , Taskbar ,डाटा आदि को अपने अनुसार व्यवस्थित कर सकता है।
Windows ऑपरेटिंग सिस्टम के नुक़सान
हालांकि विंडोज सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला वर्सटाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है। लेकिन इसको उपयोग करने के भी कुछ डिसएडवांटेज है। नीचे आप विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ डिसएडवांटेज को समझ सकते है।
- सुरक्षा की कमी : विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में मैलवेयर, वायरस और सिक्योरिटी सम्बंधित समस्याएं हमेशा बानी रहती है। यदि यूजर इसे इस्तेमाल करता है तो उसे एक अच्छे एंटीवायरस और सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ती है।
- Update और Patch इनस्टॉल करने का झंझट: सिस्टम को स्टेबल और वायरस , मैलवेयर और हैकिंग से बचाने के लिए OS को समय समय पर अपडेट और पैच को इनस्टॉल करना पड़ता है जिससे यूजर का समय समय और वर्क फ्लो डिस्टर्ब।
- उपयोग के लिए Paid Licence का खर्च: माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन को इस्तेमाल करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता होती है जिससे यह पर्सनल और एंटरप्राइज उपयोग में एक अतिरिक्त खर्च बढ़ जाता है।
- ब्लोटवेयर: कुछ विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में पहले से इंस्टॉल किए गए सॉफ़्टवेयर (ब्लोटवेयर) के साथ आते हैं जिन्हे यूज़र्स को आवश्यकता नहीं होती है और इन्हे अन इनस्टॉल करना संभव नहीं होता । जिसके कारण सिस्टम स्लो और स्टोरेज का अनावश्यक स्टोरेज उपयोग होता है।
- उपयोग करने में समस्या : जो लोग टेक्नोलॉजी में अधिक एक्सपर्ट नहीं है उनके लिए windows को इस्तेमाल ऑपरेटिंग सिस्टम या एप्लीकेशन को इस्तेमाल करना एक चैलेन्स भरा टास्क हो सकता है।
- कंपैटिबिलिटी समस्या : विंडोज़ के नए वर्शन में अपग्रेड करने से कभी-कभी पुराने हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर के साथ कंपैटिबिलिटी जैसी प्रॉब्लम फेस करना पड सकता है । जिसके बाद यूजर को हार्डवेयर अपग्रेड करने के लिए अतिरिक्त खर्चा करना पड सकता है।
- कस्टमाइजेशन की समस्या : विंडोज यूजर को बेसिक या समान्य कस्टमाइजेशन की सुविधा देता है लेकिन अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे की लिनक्स की तुलना में इसमें एडवांस लेवल पर सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन को कस्टमाइज नहीं किया जा सकता है। यह विंडोज का सबसे बड़ा डिसएडवांटेज जा सकता है।
- लिमिटेड ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर का उपयोग: विंडोज़ में लिनक्स की तुलना में कम ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर उपलब्ध हैं, जिससे ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करने वालो के लिए एक यहा समस्या हो सकती है।
FAQ :Windows Kya Hai से सम्बंधित कुछ सवाल
Windows Kya Hai को अच्छी तरह से जान लेने के बाद आपको इससे सम्बंधित कुछ ऐसे सवाल या डाउट समझना बेहद जरूरी है जो अक्सर पूछे जाते है। इस सेक्शन में हमने Windows ऑपरेटिंग सिस्टम से पूछे जाने वाले कुछ सवालों के बारे में चर्चा किया है।
Ans : Microsoft द्वारा डेवलप किया गया एक पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका उपयोग पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर सिस्टम में उपयोग किया जाता है। विंडोज यूज़र्स को कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने और सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन चलाने के लिए एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI ) इंटरफ़ेस उपलब्ध कराता है।
Ans : विंडोज़ के कई versions हैं, जिनमें से Windows 1.0, Windows 95, Windows 98 ,Windows 2000 Windows XP,Windows vista , Windows 7, Windows 10, और Windows 11 आदि शामिल हैं।
Ans : सिस्टम में Windows का वर्शन चेक करने कीबोर्ड से Windows key + R प्रेस करने के बाद “winvar” टाइप करने के बाद एंटर करे। इससे आप सिस्टम के विंडोज वर्शन और अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते है।
Ans :विंडोज के कुछ वर्शन लिमिटेड फीचर के साथ फ्री में उपलब्ध है लेकि अधिकांश और प्रोफेशनली इस्तेमाल करने के लिए पैड लाइसेंस की आवश्यकता पड़ती है।
Ans : आप “Settings ” > “Update & Security” > “Windows Update” पर जाकर विंडोज़ को अपडेट कर सकते हैं। यहाँ पर जाने पर विंडोज़ ऑटोमैटिक तरीके से अपडेट की जांच करेगा और अपडेट उपलब्ध होने पर सिस्टम में इंसटाल कर देगा।
अभी के समय Windows 10 और windows 11 माइक्रोसॉफ्ट के लेटेस्ट और प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम है। माइक्रोसॉफ्ट नए वर्शन और नए अपडेट को समय समय पर रिलीज़ करता रहता है . आज के समय में उपयोग किया जाने वाला Windows पहले की तुलना में बहुत एडवांस और लेटेस्ट फीचर के साथ आता है। Windows Kya Hai आर्टिकल में हमने विंडोज के बारे में विस्तृत जानकारी शेयर किया है किसी तरह के सवाल और डाउट के लिए कमेंट करे।
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