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Virus क्या है? कितने प्रकार के होते है?

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वायरस क्या है?

आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे की Virus Full Form क्या है और ये कितना प्रकार का होता है. वायरस का Virus Full Form होता है “Vital Information Resource Under Seize”. वायरस एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम (Computer Program) होता है जो यूजर यानि उपयोगकर्ता की जानकारी के बिना कंप्यूटर में upload and Install हो जाता है और बिना यूजर के सहमति से चलता है. ये वायरस कंप्यूटर के संचालन के तरीके को बदलने के लिए डिज़ाइन किया जाता है और इसे इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है कि यह एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में अपने आप फैलकर कंप्यूटर के software , program important data ,और ऑपरेटिंग सिस्टम को नुकसान पहुँचता है.

Virus Full Form क्या होता है

V – Vital

I – Information

R – Resource

U – Under

S – Seize

वायरस को मानव के द्वारा निर्मित किया जाता है जिसका उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाता है जो उपयोगकर्ता की निजी जानकारी, उसका Important Data चुराने का इरादा रखता हो. यदि कोई वायरस कंप्यूटर में Enter जाता है तो यह काफी नुकसान पहुंचा सकता है. ये हर साल लगभग अरबों डॉलर का नुकसान कर सकता है अगर इसे किसी ऐसे कंप्यूटर में डाला जाए जो अत्यधिक महत्वपूर्ण डेटा के लिए उपयोग किया जाता हो.

Computer वायरस का इतिहास

सबसे पहला कंप्यूटर वायरस Creeper system था जो अपने को दोहराने का कार्य करता था। इसे सबसे पहले BBN technologies के द्वारा 1971 में US (United State) बनाया गया था। सबसे पहला कंप्यूटर वायरस जिसे Brain नाम दिया गया था इसे पाकिस्तान में रहने वाले दो भाइयो ने मिलकर 1986 में Create किया गया था यह कॉम्पटर वायरस MS-DOS के लिए बनाया गया था

MS -DOS का पूरा नाम Microsoft disk operating system है जैसे की अभी हम विंडोज के ऑपरेटिंग सिस्टम को mouse और keyboard दोनों की सहायता से चलते है पहले इसे सिर्फ कमांड से चलते थे

कंप्यूटर वायरस के प्रकार

वैसे तो कंप्यूटर वायरस बहुत प्रकार के होते है और ये सभी अलग-अलग तरीकों से कंप्यूटर के प्रोग्राम को प्रभावित करते है. वायरस तकनीक के साथ विकसित होते रहते हैं और नए नए रूप लेते रहते हैं. नीचे कुछ computer virus के प्रकर को बताया गया है

  1. File Infector Virus
  2. Boot Sector Virus
  3. Multipartite Virus
  4. Resident Virus
  5. Armored Virus
  6. Macro Virus
  7. Program viruses
  8. Stealth viruses
  9. Polymorphic viruses
  10. Active X viruses
  11. Browser hijacker

नीचे कुछ malware की सूची दी गयी है जिसे एक कंप्यूटर वायरस की categories में शामिल किया गया है वायरस के जैसे की काम करते है

  • Computer Worms
  • Trojan horse
  • Spam virus
  • Spyware
  • Zombies

File Infector Virus

इसे Parasitic Virus (पैरासिटिक वायरस) के नाम से भी जानते है. ये आमतौर पर executable file (.exe एक्सटेंशन ) वाली फ़ाइलों को प्रभावित करता है. इस वायरस के अंजाम का पता ही नहीं चल पाता है. ये वायरस मूल रूप से प्रोग्राम की कार्य प्रणाली को बदल देता है जिस सॉफ्टवेयर को ये वायरस प्रभावित करता है वो अच्छे से काम नहीं कर पता है. यदि यह वायरस आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर जाता है तो कंप्यूटर में इनस्टॉल अन्य सॉफ्टवेयर, Important document या फिर Complete ऑपरेटिंग सिस्टम को भी infected कर देता है

Boot Sector Virus

ये वायरस कंप्यूटर के Boot System को प्रभावित करता है. इस प्रकार का वायरस हर बार सिस्टम के पुनः लोड होने या बूट होने पर निष्पादित (Executed) होता है. इसे Memory Virus के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ये फाइल सिस्टम को प्रभावित नहीं करते हैं.

यह वायरस कंप्यूटर के boot Sector या Hard disk जिसमे आपका ऑपरेटिंग सिस्टम इंसटाल है उसके MBR (Master Boot record ) को प्रभावित करता है। यह वायरस तभी प्रभावित होता है जब आपका सिस्टम किसी boot sector virus
से infected floppy disk या फिर pen drive से Boot होता है

Multipartite Virus

ये वायरस बूट सेक्टर, मेमोरी और फाइलों सहित सिस्टम के कई हिस्सों को एक साथ प्रभावित करता है. कंप्यूटर में आसानी से फैल सकता है. यह एक साथ कंप्यूटर के boot sector और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को एक साथ एक साथ infected करता है यह अन्य वायरस की तुलना में बहुत खतरनाक होता है।

Resident Virus

इस प्रकार का वायरस कंप्यूटर की मेमोरी में अपने आप को छुपा कर रहता है और कंप्यूटर प्रोग्राम के execute होने पर अपने आप को स्टार्ट कर लेता है और फाइलों और को संक्रमित करता रहता है .यदि Computer Memory द्वारा कोई प्रोग्राम Execute नहीं होता तो stop रहता है यह वायरस Program Corruption का कारण बनता है और ऑपरेटिंग सिस्टम में हस्तक्षेप करता है.

Armored Virus

वायरस का यह रूप Coded होता है और एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर के लिए इसका पता लगा पाना मुश्किल होता है. इसमें एंटीवायरस प्रोग्राम को बेवकूफ बनाने के लिए कई तरह की तकनीकें होती है.

Macro Virus

computer को infected करने वाला Computer macro virus खुद macro language द्वारा Create किया जाता है। इस प्रकार का वायरस ज्यादातर application सॉफ्टवेयर को प्रभावित करता है जैसे की Microsoft word और Microsoft excel अन्य डाटा फाइल. ये वायरस आमतौर पर तब फैलता है जब कोई File एक कंप्यूटर में open की जाती है या फिर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर की जाती है.

Program viruses

इस तरह के वायरस को boot वायरस भी कहा जाता है ये अधिकतर प्रोग्राम (executable code ) की तरह कार्य करते है और सिस्टम के boot सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन में छुप कर रहते है और Operating system को infected करते है।

Stealth viruses

यह एक तरह का malware कंप्यूटर वायरस होता है जो कंप्यूटर के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर , system software ,boot sector, important files, Partition इत्यादि में बिना सिस्टम और Users के information से छुप कर रहता है जिसे किसी तरह के एंटीवायरस और antimalware के द्वारा भी पहचान करना मुश्किल होता है. यह system में कुछ यूजर की गलतियों से सिस्टम इन में enter करता है यूजर इंटरनेट से कोई फाइल या Software को डाउनलोड करता है malicious email attachment को Open करता है या फिर किसी unauthorize वेबसाइट से सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करता है।

कंप्यूटर वायरस कैसे काम करता है

ये एक तरह का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो की उपयोगकर्ता की जानकारी के बिना कंप्यूटर पर Upload या Transfer होता है और बिना किसी user या कंप्यूटर के सहमित से चलता है. Virus Coding के द्वारा यह यूजर की कुछ गलतियों या फिर स्वयं तैयार हो जाता है

इसकी ख़ास बात यह है की ये अपने ही Copies बनाने में पूरी तरह सक्षम होता है और साथ ही नेटवर्क के माध्यम से ये Copies करके दूसरे कंप्यूटर पर अटैक करती है और इसी तरह ये आसानी से फ़ैल जाती है.

इसे वायरस के नाम से बोलने का कारण ये भी है की इसका काम भी बिलकुल Biological Virus से मिलता जुलता है. Biological Virus पहले किसी व्यक्ति पर अटैक करता है उसे सक्रमित करता है फिर उसकी बॉडी को कमजोर बना देता है और कोई अन्य व्यक्ति उस सक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो उसे भी अपनी चपेट में ले लेता है. दोनों में फर्क बस इतना है की Biological Virus Nature यानि प्रक्रति से उत्पन्न हुआ है जबकि कंप्यूटर वायरस इंसान द्वारा बनाया जाता है.

कंप्यूटर वायरस के लक्षण

यदि आपके कंप्यूटर या मोबाइल या फिर अन्य डिवाइस Virus से Infected है की नहीं इसका पता लगाना थोड़ा कठिन होता है वायरस के कुछ symptoms को देख कर पता लगा सकते है लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे वायरस है जिनका पता लगाना बहुत मुश्किल होता है नीचे कुछ ऐसे बेसिक तरीके बताएँगे जिसके आप कंप्यूटर में वायरस के होने का संदेह लगा सकते है।

कंप्यूटर वायरस के कुछ महत्वपूर्ण लक्षण है

  • यदि आपका कंप्यूटर या लैपटॉप अचानक से Hang होना शुरू हो जाता है या फिर बहुत slow काम कर रहा हैं तो इसका मतलब है की आपके कंप्यूटर में वायरस है.
  • आपके कंप्यूटर या लैपटॉप में कोई डॉक्यूमेंट फाइल Corrupt हो गयी है या फिर आप उसे open करने की कोशिश कर रहे हैं पर वो open नहीं हो रही हैं.
  • इसके आलावा कंप्यूटर में कोई अनचाहा Folder अपने आप create हो जाएं और Multiple Copies बनती चली जाएं और डिलीट करने पर भी डिलीट न हो.
  • कंप्यूटर boot न हो या फिर boot होने में कुछ ज्यादा ही Time लगा रहा हो.

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कंप्यूटर को वायरस से कैसे बचाये

  • वायरस से बचने के लिए सबसे पहले अपने कंप्यूटर में एकअच्छा Antivirus को इनस्टॉल करे. आप किसी भी कंपनी का एंटीवायरस Use कर सकते है ये market में आपको आसानी से मिल जाएगा.
  • हमेशा ऑफिसियल वेबसाइट से ही सॉफ्टवेर डाउनलोड करे. Crack या Mudded Software का इस्तेमाल करने से बचें.
  • अपने कंप्यूटर या लैपटॉप के Operating System (ऑपरेटिंग सिस्टम) को हमेशा अपडेट रखें.
  • Email Attachments (ईमेल अटैचमेंट्स) को Open करने से पहले उसे Scan करना न भूलें.
  • Pop Up Advertisements पर Click करने से बचे.
  • अपने Important डाटा का बैकअप हमेशा किसी बाहरी डिवाइस जैसे की pen drive हार्डडिस्क में ले कर रखे ले
  • बाहरी डिवाइस जैसे की USB पेन ड्राइव , हार्डडिस्क , नेटवर्क से से डाउनलोड फाइल को ओपन करने से पहले Antivirus से scan कर ले

Computer के सबसे अच्छे Antivirus Software

यदि आप अपने कंप्यूटर , मोबाइल या फिर अन्य डिवाइस को वायरस से बचाना चाहते है तो उसके लिए सबसे अच्छा उपाय है की आप सिस्टम में एक अच्छा एंटीवायरस का इस्तेमाल करे जिससे आपका डाटा और सॉफ्टवेयर दोनों सुरक्षित रह सके। नीचे हम सबसे अच्छे एंटीवायरस के बारे में बताएँगे जो दुनिया से सबसे अच्छे antivirus होते है जिन्हे आप अपने सिस्टम में इनस्टॉल कर सकते है।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Virus Full Form समझने की कोशिश किया और यह कैसे काम करता है और यह कितने प्रकार के होते है, और last में कुछ सबसे अच्छे Antivirus के बारे में दी गई जानकारी आपको समझ आ गई होगी. अगर Virus Full Form से सम्बंधित कोई भी जानकारी आपको चाहिए तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं. और अगर आपको हमारा आर्टिकल पंसद आया है तो इसे ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों और सोशल मीडिया में शेयर शेयर करें।

siya ram

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