smart card Kya Hai इस बात से तो आप सभी अच्छी तरह परिचित होंगे क्योकि इसको हम अपने दैनिक जीवन विभिन्न कार्यो को सरल तरीके से करने के लिए करते है फिर चाहे हमारे द्वारा की जाने वाली शॉपिंग हो , महत्वपूर्ण डाटा को स्टोर करना हो , बैंक ट्रांसक्शन करना हो इसका उपयोग करते है , लेकिन क्या आपको smart card के बारे में पूरी जानकारी है जैसे की इसको इसने अविष्कार किया , इसका इतिहास , प्रकार और कार्य और विशेषताएं क्या है। इस आर्टिकल में हम आपको smart card के बारे में विस्तार से बताने वाले है।
स्मार्ट कार्ड क्या है smart card kya hai
स्मार्ट कार्ड जिसे इंट्रीग्रेटेड सर्किट कार्ड , चिप कार्ड और अन्य नामो से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का फिजिकल कार्ड होता है जिसका आकार और साइज ATM में इस्तेमाल होने वाले Credit और Debit कार्ड के जैसे होता है जिसमे एक माइक्रो चिप लगी होती है। स्मार्ट कार्ड का मुख्य कार्य एक विशेष प्रकार के डाटा स्टोर और प्रोसेस करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। स्मार्ट कार्ड का उपयोग विभिन्न प्रकार के एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाता है जैसे की डाटा को सिक्योर करना , सुरक्षित तरीके से ट्रांसक्शन करना और ऑथेंटिकेशन करना आदि।
स्मार्ट कार्ड का उपयोग बैंकिंग, टेलीकम्यूनिकेशन , हेल्थ केयर , ट्रांसपोर्टेशन और सरकारी सेवाओं सहित विभिन्न इंडस्ट्री और एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाता है। स्मार्ट कार्ड पहले के मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित होता है क्योकि स्मार्ट कार्ड में एम्बेडेड चिप क्रिपोग्राफिक्स ऑपरेशन कर सकता है।
स्मार्ट कार्ड का उपयोग करने के लिए इसके उपयुक्त कार्ड रीडर का उपयोग करना पड़ता है जो कार्ड के अंदर इम्बेड चिप के साथ सही तरीके से कम्यूनिकेट करता है ।
स्मार्ट कार्ड का आविष्कार Invention Of Smart Card
स्मार्ट कार्ड के आविष्कार का श्रेय कई अविष्कारों को दिया जा सकता है नीचे आप स्मार्ट अविष्कार और इतिहास के बारे में अच्छे से जान सकते है। 1960 के दशक के अंत में इंट्रीग्रेटेड सर्किट कार्ड का कांसेप्ट लाया गया जो आगे चलकर स्मार्ट कार्ड को बनाने का मुख्य आधार बना । जर्मन इंजीनियर हेल्मुट ग्रोट्रुप को अक्सर कार्डों पर इंट्रीग्रेटेड सर्किट का उपयोग करने के और विचार और प्रस्ताव देने का श्रेय दिया जाता है।
1974 में फ्रांस के मिशेल उगोन ने स्मार्ट कार्ड के लिए एक पेटेंट फाइल किया था , जिसमें एक इंट्रीग्रेटेड सर्किट चिप और कम्युनिकेशन के लिए कांटेक्ट कार्ड का वर्णन किया गया था। 1977 में फ्रांसीसी इन्वेंटर रोलैंड मोरेनो और मिशेल उगोन ने एक पहला प्रैक्टिकल और उपयोगी कार्ड डेवलप किया जिसका नाम “CB” रखा था। Moreno को स्मार्ट कार्ड का मुख्य आविष्कारक माना जाता है। “CB” कार्ड का मुख्य रूप से उपयोग फ्रांस में पेमेंट एप्लीकेशन के लिए उपयोग किया जाता था।
1990 में टेक्नोलॉजी के एडवांस होने से स्मार्ट कार्ड का उपयोग पेमेंट सिस्टम , टेलीकम्यूनिकेशन , आइडेंटिटी कार्ड ,एक्सेस कण्ट्रोल और अन्य क्षेत्रों में किया जाने लगा था।
आज के समय में स्मार्ट कार्ड में एडवांस चिप डेवलप किया जा चुके है जिनमे कांटेक्ट लेस स्मार्ट कार्ड, जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) या नियर-फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) तकनीक का उपयोग करते हैं। स्मार्ट कार्ड के विकास और उपयोग में अनेको देश और एप्लीकेशन का महत्त्व योगदान है
स्मार्ट कार्ड काम कैसे करता हैं How Smart Card Works
स्मार्ट कार्ड में लगी माइक्रोचिप में स्टोर डाटा और प्रोग्राम एक्टिवेट करके विभिन्न प्रकार के कार्य किये जा सकते है। जब किसी भी स्मार्ट कार्ड को कम्पेटिबल कार्ड रीडर में इन्सर्ट किया जाता है तो कार्ड ऑन होकर एक्टिव हो जाता है। कार्ड एक्टिवेट होने के बाद ऑथेंटिकेशन के लिए पासवर्ड , वॉइस , या बिना ऑथेंटिकेशन के भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऑथेंटिकेशन और इसके विभिन्न प्रकार के कार्यो को करने लिए स्मार्ट कार्ड रीडर के माध्यम से वेबसाइट , सिस्टम और सर्वर आदि से कनेक्ट होता है और कार्ड प्रोग्रामिंग के अनुसार कार्य करता है। माइक्रोचिप रीडर से प्राप्त कमांड के आधार पर स्मार्ट कार्ड विभिन्न ऑपरेशन करता है, जैसे डेटा प्रोसेसिंग और क्रिप्टोग्राफ़िक कैलकुलेशन आदि ।
स्मार्ट कार्ड विभिन्न प्रकार के डाटा जैसे इंडेंटिफिकेशन , फिनेंशल डिटेल्स आदि इनफार्मेशन को सुरक्षित तरीके से स्टोर कर सकता है और अनऑर्थोरिज़ एक्सेस के बचने के लिए विभिन्न प्रकार के ऑथेंटिकेशन करता है। स्मार्ट कार्ड विशेष प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करके रीडर और एक्सटर्नल सिस्टम के साथ कम्यूनिकेट करता है और डाटा को एक्सचेंज करने के लिए सेक्यूर कनेक्शन बनाने का कार्य भी करता है। स्मार्ट कार्ड को सिक्योर ट्रांसक्शन करने के लिए हमेशा ऑथेंटिकेशन करना पड़ता है।
स्मार्ट कार्ड का उपयोग Usage Of Smart Card
अभी तक आपने जाना की Smart Card Kya Hai उम्मीद करते है की स्मार्ट कार्ड के बारे में दी जाने वाली जानकारी आपको पसंद आ रही होगी। अब हम smart card के उपयोग के बारे में बात करने वाले है।
- Banking : स्मार्ट कार्ड का सबसे अधिक उपयोग बैंकिंग में इस्तेमाल होने वाले Europay, Mastercard, Visa में सफल ट्रांसक्शन के लिए किया जाता है। बैंकिंग के ऑनलाइन ट्रांसक्शन को सिक्योर और स्ट्रांग बनाने के लिए चिप बेस स्मार्ट कार्ड का उपयोग किया जाता है।
- National ID Cards: दुनिया के बहुत से देशो ने नेशनल आइडेंटिटी कार्ड के रूप में स्मार्ट कार्ड का उपयोग किया है इस तरह के कार्ड व्यक्ति की पर्सनल और बायोमेट्रिक इनफार्मेशन को स्टोर करके रखते है और पहचान और प्रमाणिकता के लिए इस्तेमाल किये जाते है।
- Electronic Passports: आज के समय में देश और विदेश की यात्रा करने के लिए पासपोर्ट में एम्बेडेड चिप वाले स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इस तरह के कार्ड में व्यक्ति की पर्सनल इनफार्मेशन को स्टोर किया जाता है।
- SIM Cards: प्रत्येक मोबाइल फोन को सेलुलर नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए एक सिम (सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल) कार्ड की आवश्यकता होती है। सिम कार्ड में यूजर को जानकारी स्टोर रहती है और सिम कार्ड की मदद से यूजर सर्विस प्रोवाइडर की सर्विस को एक्सेस करने के लिए नेटवर्क से कनेक्ट हो पाता है।
- Health Insurance Cards: विभिन्न प्रकार के संस्थान और कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले हेल्थ इन्सुरेंस कार्ड में माइक्रो चिप का इस्तेमाल किया जाता है। इस तरह के स्मार्ट कार्ड में व्यक्ति की मेडिकल से सम्बंधित जानकारी , इन्सुरेंस और क्लेम से सम्बंधित अनेको जानकारी स्टोर रहती है।
- Access Control Cards: कई संस्थान में कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार का एक्सेस देने के लिए एक्सेस कण्ट्रोल कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। एक्सेस कण्ट्रोल कार्ड की मदद से ऑफिस , सस्थान , भवनों और अन्य स्थानों में इस्तेमाल किया जाता है।
- University/Student ID Cards: कॉलेज और यूनिवर्सिटी द्वारा में लाइब्रेरी और प्रयोग शाला में एंटर करने के स्मॉर्ट कार्ड की सुविधा दी जाती है। स्मार्ट कार्ड शैक्षणिक संस्थानों के भीतर सुरक्षा को बढ़ाने हैं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने में मदद करते हैं।
- Parking Card: स्मार्ट कार्ड का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग पेमेंट और पार्किंग सुविधाओं का लाभ लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता । यूज़र्से इस तरह के स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज करके पार्किंग एरिया में गाडी को पार्क करने और पार्किंग एरिया से गाड़ी को निकलने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।
- Hotel Key Cards: स्मार्ट कार्ड होटल की कार्ड के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता हैं, जिससे मेहमान अपने कमरे जाने , बहार जाने और होटल की अन्य सुविधाओं का लाभ आसानी से कर सकते हैं।
अभी तक आपने स्मार्ट इस्तेमाल के कुछ उदाहरण के बारे में जाना , स्मार्ट इस्तेमाल सिर्फ इन्ही उदाहरणों तक सीमित नहीं है। आज के एडवांस टेक्नोलॉजी में स्मार्ट का इस्तेमाल सुरक्षा , डाटा स्टोर , कम्युनिकेशन , आदि के क्षेत्र में किया जाता है।
स्मार्ट कार्ड के प्रकार
Smart Card Kya Hai , इसके इतिहास और इसके उपयोग को अच्छी तरह से जानने के बाद आपको इसके प्रकार के बारे में जानने की इच्छा हो रही होगी। नीचे आप स्मार्ट कार्ड के कुछ उदाहरण देख सकते है।
- कॉन्टैक्ट स्मार्ट कार्ड (Contact Smart Card)
- कॉन्टैक्टलेस स्मार्ट कार्ड (Contactless Smart Card)
- डुअल-इंटरफ़ेस स्मार्ट कार्ड (Dual-interface Smart Cards)
- हाइब्रिड स्मार्ट कार्ड (Hybrid Smart Card)
- मेमोरी स्मार्ट कार्ड (Memory Smart Card)
- माइक्रोप्रोसेसर स्मार्ट कार्ड (Microprocessor Smart Card)
स्मार्ट कार्ड के फायदे Advantages Of Smart Card
- बेहतर सुरक्षा : स्मार्ट कार्ड पहले इस्तेमाल किये जाने वाले मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड की तुलना में इस्तेमाल करने में बहुत आसान रहता है और उसकी अपेक्षा अधिक सुरक्षित भी रहता है।
- डेटा सुरक्षा: स्मार्ट कार्ड अन्य के मुकाबले सुरक्षित तरीके से डाटा को स्टोर कर सकता है। इसमें पर्सनल इनफार्मेशन , मेडिकल रिकॉर्ड ,फाइनेंसियल डाटा आदि से सम्बंधित डाटा को आसानी से स्टोर किया जा सकता है।
- बहुप्रयोगिता: इस एक कार्ड में अनेक सर्विस और एप्लीकेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है इसे पेमेंट , एंट्री , भुगतान प्रक्रिया, प्रवेश नियंत्रण,सार्वजनिक परिवाहन, आदि में इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे अनेक कार्ड को ले जाने की जरूरत नहीं होती।
- उपयोग में आसानी : स्मार्ट कार्ड को अन्य कार्ड की तुलना में इस्तेमाल करना बहुत आसान है, और इसे साथ में ले जाना और उपयोग करना बहुत आसान है।
स्मार्ट कार्ड के नुकसान Disadvantage Of Smart Card
अभी तक आपने जाना की smart card Kya hai और इसका इतिहास ,कार्य प्रकार और इसकी विशेषताओं के बारे में जाना। जैसे की हर किसी डिवाइस , टेक्नोलॉजी आदि फ़ायदे होते है तो उसके कुछ नुकसान भी होते है।
- Cost : स्मार्ट को बनाने , इसके रखरखाव , टेक्नोलॉजी को मैनेज और अपडेट करने के लिए खर्च होता है जिसका सारा भरा स्मार्ट कार्ड को उपयोग करने वाले को सहन करना पड़ता है।
- कम्पेटिबिलिटी : कुछ पुराने सिस्टम या पुराने कार्ड रीडर स्मार्ट कार्ड के साथ कम्पेटिबिलिट नहीं होते हैं। स्मार्ट कार्ड को नए टेक्नोलॉजी के साथ कम्पेटिबिलिट होने के लिए अपडेट या कार्ड को चेंज करना पड़ता है खर्चीला कार्य हो सकता है।
- कम्प्लेक्सिटी : पहले इस्तेमाल किये जाने वाले कार्ड की तुलना में स्मार्ट की तकनीक थोड़ी जटिल हो सकती है। स्मार्ट कार्ड में इस्तेमाल होने वाले तकनीक को समझना और मैनेज करना कठिन होता है।
FAQs अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
एक स्मार्ट कार्ड एक पोर्टेबल डिवाइस है जिसमें एम्बेडेड इंटीग्रेटेड सर्किट चिप लगा होता है। इसका उपयोग सिक्योर आइडेंटिफिकेशन ,ऑथेंटिकेशन ,ट्रांसक्शन , डाटा को स्टोर और प्रोसेस के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
स्मार्ट कार्ड में लगी चिप में डाटा या प्रोग्राम स्टोर रहता है , इस चिप में माइक्रोप्रोसेसर और मेमोरी भी लगी होती है जो स्टोर डाटा को प्रोसेस करने का कार्य करती है। स्मार्ट कार्ड कांटेक्ट लेस कार्ड रीडर के सम्पर्क में आने पर एक्टिव होकर स्टोर डाटा या प्रोग्राम के अनुसार कार्य करता है
स्मार्ट कार्ड विभिन्न प्रकार की इनफार्मेशन जैसे की पर्सनल , हेल्थ , फाइनेंसियल , कर्मचारियों की जानकारी आदि की जानकारी स्टोर रहती है। स्मार्ट कार्ड में स्टोर की जाने वाली इनफार्मेशन इस बात पर निर्भर करती है की इसका उपयोग किस उदेश्य के लिए किया जाना है।
स्मार्ट कार्ड मैग्नेटिक स्ट्रिप कार्ड की तुलना में अधिक सिक्योर और अधिक सुरक्षित है। इसमें कार्ड को इस्तेमाल करने के लिए ऑथेंटिकेशन और एन्क्रिप्शन मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया जाता जबकि स्ट्रिप कार्ड में मेग्नेटिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जो इसके मुकाबले कम सुरक्षित होता है।
स्मार्ट कार्ड का उपयोग विभिन्न प्रकार के इंडस्ट्री और एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाता है इसका अधिकतर उपयोग पेमेंट ,गवर्मेन्ट आइडेंटिटी कार्ड (जैसे, राष्ट्रीय आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस) हेल्थ केयर (पेशेंट रिकॉर्ड , हेल्थ इन्सुरेंस आदि ) और बहुत कुछ में उपयोग किए जाते हैं।
हा स्मार्ट कार्ड को सुरक्षा को ध्यान में रख कर बनाया गया है और इसके सिक्योरिटी फीचर को समय समय पर अपडेट भी किया जाता है। इसमें स्टोर किये जाने वाले डाटा को सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्ट्रांग न्क्रिप्शन एल्गोरिदम , सिक्योर प्रोग्राम और ऑथेंटिकेशन मैकेनिज्म इस्तेमाल किया जाता है। स्मार्ट कार्ड पहले इस्तेमाल होने वाले कार्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
स्मार्ट कार्ड को इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है जिससे अन्य इसके टेक्नोलॉजी और इसमें स्टोर डाटा को आसानी से हैक नहीं कर सकता है। इसमें लगे एम्बेडेड चिप्स में एडवांस एन्क्रिप्शन और ऑथेंटिकेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जिससे स्मार्ट कार्ड को क्लोन करना बेहद चैलेंज भरा टास्क हो सकता हैं।
हा स्मार्ट उपयोग मोबाइल डिवाइस के किया जा सकता है कुछ स्मार्टफोन नियर-फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करते है जिससे स्मार्ट कार्ड को कांटेक्ट लेस तकनीक के साथ कम्यूनिकेट कराया जा सकता है। यूजर अपने मोबाइल डिवाइस की मदद से पेमेंट करने ,सिक्योर सिस्टम को एक्सेस करने ,और अन्य बहुत सारे कार्य कर सकता है।
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