प्रिंटर एक हार्डवेयर डिवाइस है जिसका उपयोग डिजिटल डाटा (Soft copy ) को फिजिकल (hard copy) डॉक्यूमेंट में ट्रांसलेट करने के लिए उपयोग किया जाता है। प्रिंटर से प्रिंट किया जाने वाला डाटा कोई भी फॉर्मेट में हो सकता, जिसमें टेक्स्ट, इमेज या इनका संयोजन शामिल हो सकता है। डाक्यूमेंट्स को प्रिंट करने के लिए प्रिंटर को कंप्यूटर से प्रिंट कमांड लेना पड़ता है। इस आर्टिकल में हम जानने की printer Kya Hai, इसका इतिहास, इसके प्रकार, उपयोग और प्रिंटर से सम्बंधित अन्य जानकारी।
प्रिंटर क्या है? (Printer Kya Hai)
प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर या मोबाइल जैसे डिवाइस में मौजूद डिजिटल डाटा को पेपर पर प्रिंट करके हमें हार्ड कॉपी देने का कार्य करता है। प्रिंटर को हम डिजिटल इनफार्मेशन को फिज़िकल फॉर्मेट में बदलने वाला डिवाइस भी कह सकते हैं। किसी प्रकार के डिजिटल डॉक्युमेंट, फोटो, बिल, रिपोर्ट या अन्य कोई इनफार्मेशन को प्रिंट करने के लिए हम प्रिंटर का इस्तेमाल करते है। प्रिंटर कंप्यूटर से USB केबल, वाई-फाई या ब्लूटूथ से कनेक्ट होकर उसमें मौजूद डाटा को पेपर पर Ribbon Ink या Tonner की मदद से प्रिंट करने का कार्य करता है। प्रिंटर कई प्रकार के होते हैं जैसे इंकजेट, लेज़र, डॉट मेट्रिक्स आदि।
कुछ प्रिंटर सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट करते हैं जबकि कुछ कलर प्रिंट भी करते हैं। आजकल कई प्रिंटर स्कैनिंग, फोटोकॉपी और फैक्स जैसी फीचर्स के साथ भी आते हैं। प्रिंटर का उपयोग घर, स्कूल, ऑफिस और बिज़नेस सभी जगह उपयोग किया जाता है।
Features of a Printer (प्रिंटर की विशेषताएँ)
- Print Data : प्रिंटर का मुख्य कार्य डिजिटल डाटा को कलर या बैकऑउट फॉर्मेट में प्रिंट निकलना
- Speed: एक प्रिंटर प्रति मिनट कितने पेज प्रिंट कर सकता है, यह इसकी स्पीड कहलाती है।
- Print Quality: DPI (Dots Per Inch) के आधार पर प्रिंट की गुणवत्ता तय होती है। जितनी अधिक DPI, उतनी साफ़ प्रिंटिंग।
- Resolution: यह बताता है कि प्रिंटर कितनी बारीकी से तस्वीर या टेक्स्ट को प्रिंट कर सकता है।
- Connectivity : वायर्ड (USB) और वायरलेस (Wi-Fi, Bluetooth) विकल्पों के साथ आते हैं।
- Multifunctional : कुछ प्रिंटर स्कैनर, ज़ेरॉक्स और फैक्स के साथ आते हैं जिन्हें मल्टीफंक्शन प्रिंटर कहा जाता है।
- Colour/Black & White : कुछ प्रिंटर सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंटिंग करते हैं, जबकि कुछ कलर प्रिंटिंग भी कर सकते हैं।
प्रिंटर का इतिहास
प्रिंटर का इतिहास बहुत पुराना है, जो तकनीकी विकास के साथ बदलता रहा है। सबसे पहला प्रिंटर लगभग 1938 में आया था, जिसे चार्ल्स बी. कार्लसन ने विकसित किया। इसे इलेक्ट्रोफोटोग्राफी कहा गया, जिसे आगे चलकर जेरॉक्स (Xerox) टेक्नोलॉजी में उपयोग किया गया । 1960 और 1970 के दशक में IBM और Epson जैसी कंपनियों ने डॉट मेट्रिक्स प्रिंटर पेश किए, जो नीडल (सुई) और रिबन की मदद से पेपर पर प्रिंट करने का कार्य करते थे। इसके बाद 1970 में इंकजेट प्रिंटर और लेज़र प्रिंटर को डेवलप किया गया, जो पहले की तुलना में फ़ास्ट और क्लियर प्रिंट करने का कार्य करते थे ।
Hewlett-Packard (HP), Canon, और Epson जैसी कंपनियों ने बाजार में सस्ते और बेहतर प्रिंटर लाकर प्रिंटिंग का उपयोग करना को आम लोगों के लिए आसान बना दिया । 1990 के बाद प्रिंटर में USB और Wi-Fi जैसे फीचर्स दिए गए जिससे प्रिंटर को कंप्यूटर और मोबाइल जैसे डिवाइस से प्रिंट करना आसान हो गया । आज के समय में 3D प्रिंटर भी आ चुके हैं जो किसी भी डिज़ाइन को थ्री डायमेंशन में प्रिंट कर सकते हैं। आज के समय में प्रिंटर का उपयोग ऑफिस तक सीमित न होकर ,स्कूल, घर और इंडस्ट्री में उपयोग किया जाने लगा हैं।
प्रिंटर के भाग (Parts of Printer)
Printer कई प्रकार के कॉम्पोनेन्ट से मिलकर बना होता है। प्रिंटर में उपयोग होने वाले component प्रिंटर के टाइप्स , ब्रांड्स, मॉडल, साइज और टेक्नोलॉजी पर निर्भर करते है। नीचे आप प्रिंटर में उपयोग होने वाले मुख्य कॉम्पोनेन्ट को समझ सकते है।
- Paper Feeder : यहाँ पर प्रिंटिंग के लिए पेपर रखा जाता है।
- Print Head : यह प्रिंटर का मुख्य कॉम्पोनेन्ट होता है जो पेपर पर डाटा प्रिंट करता है
- Chipset : चिपसेट प्रिंटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह कंप्यूटर को बताता है कि कौन सा डेटा प्रिंट करना है और उसे कैसे प्रिंट करना है।
- Toner cartridge : इसमें प्रिंट इंक होती है जो पेपर पर प्रिंट करने में उपयोग होती है। इसका उपयोग आमतौर पर पेपर प्रिंट करने में किया जाता है।
- Rollers : यह प्रिंट किये जाने वाले पेपर को अंदर और बहार ले जाने का कार्य करता है
- Control Panel : यहां से प्रिंटर की सेटिंग्स और प्रिंट फंक्शन को कण्ट्रोल किया जाता है।
- Connectivity : कंप्यूटर से कनेक्शन के लिए USB, Wi-Fi, or Ethernet का उपयोग होता है।
- Drums : इस प्रिंटर का इस्तेमाल ज़्यादातर लेज़र प्रिंटर में किया जाता है। इसका इस्तेमाल टोनर थ्रेड को कोट करने के लिए किया जाता है जो प्रिंट हेड को प्रिंटिंग के लिए तैयार करता है।
प्रिंटर कैसे काम करता है?
जब हम कंप्यूटर या अन्य डिवाइस से किसी डॉक्यूमेंट या फ़ोटो को प्रिंट करने के लिए प्रिंट कमांड देते है तो प्रिंट डाटा डिजिटल फॉर्मेट में प्रिंटर के पास पहुँचता है। प्रिंटर का प्रोसेसर प्रिंट डाटा जो समझ कर प्रिंट करने योग्य फॉर्मेट में बदल देता है। अगर इंकजेट प्रिंटर है, तो प्रिंट हेड छोटे-छोटे नोज़ल से इंक की बूँदें पेपर पर गिराता है, जिससे लेटर और इमेज बनती हैं।
वहीं लेज़र प्रिंटर में लेज़र बीम और ड्रम यूनिट की मदद से टोनर पाउडर को पेपर पर पेस्ट किया जाता है, और फिर फ्यूज़र यूनिट हीट से इंक को ड्राई कर देता है। प्रिंटर के रोलर्स प्रिंट पेपर को अंदर ले जाने का कार्य करते हैं। ये पूरी प्रोसेस कुछ सेकंड में कम्पलीट हो जाती है, जिससे हमें क्लियर प्रिंट मिलता है। इस प्रकार प्रिंटर हार्ड कॉपी को पेपर पर प्रिंट करने का कार्य करता है।

प्रिंटर के प्रकार (Types of Printers)
प्रिंटर के कई प्रकार होते है। प्रिंटर को टेक्नोलॉजी, आकार, उपयोग के अनुसार विभिन्न प्रकारो में देखा जा सकता है। प्रिंटर को इनके फंक्शन के अनुसार मुख्य रूप से दो केटेगरी Impact Printer और None Impact में बांटा गया है।

Impact Printer
इम्पैक्ट प्रिंटर एक प्रकार का प्रिंटर है जो प्रिंट हेड में बने पिन को इंक रिबन पर स्ट्राइक करके लेटर नंबर या इमेज को प्रिंट करता है। यह एक प्रकार से टाइप राइटर की तरह कार्य करता है। डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर और लाइन प्रिंटर इम्पैक्ट प्रिंटर के कुछ सामान्य उदाहरण है। हालाँकि ये मॉर्डन प्रिंटर की तुलना में स्लो और आवाज़ करने वाले होते है। इम्पैक्ट प्रिंटर का इस्तेमाल ऑफिस में बांड्स या डाटा रिकॉर्ड करने में किया जाता है जहा लगातार पेपर पर प्रिंटिंग की ज़रूरत होती है।
- Dot Matrix Printer
- Daisy Wheel Printer
- Line Printer
- Drum Printer
- Chain Printer

Non-impact printer
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर एक प्रकार का प्रिंटर होता है जिसमे पेपर को फिजिकली टच किये डाटा प्रिंट किया जाता है। non-impact प्रिंटर में रिबन पर इंक स्प्रींक करने के बजाय, पिक्चर और टेक्स्ट बनाने के लिए हीट या लेज़र टेक्नोलॉजी का उपयोग जाता है। ये प्रिंटर इम्पैक्ट प्रिंटर की तुलना में फ़ास्ट, शांत और बेहतर प्रिंट क्वालिटी प्रदान करते हैं। इंकजेट प्रिंटर, लेज़र प्रिंटर और थर्मल प्रिंटर नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर के कुछ उदाहरण है । नॉन-इम्पैक्ट का उपयोग घरों, ऑफिस और दुकानों में व्यापक रूप से किया जाता है क्योंकि इनकी प्रिंट क्वालिटी हाई और आवाज नहीं करते है।
- Inkjet Printers
- Laser Printers
- 3D Printers
- LED Printers
- Solid Ink Printers
- Multifunction or All-in-One Printers
- Thermal printer

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प्रिंटर का उपयोग (Use of Printer)
- डॉक्यूमेंट प्रिंट : प्रिंटर का सबसे अधिक उपयोग स्टूडेंट और प्रोफेशनल द्वारा डॉक्यूमेंट को प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- शैक्षिक संस्थानों में: प्रिंटर का उपयोग स्कूल कॉलेज में स्टूडेंट की प्रोजेक्ट रिपोर्ट, असाइनमेंट, नोट्स आदि प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है ।
- प्रोजेक्ट बनाने : स्टूडेंट अपने प्रोजेक्ट और प्रेजेंटेशन के लिए पिक्चर , डायग्राम, और अन्य विसुअल मटेरियल को प्रिंट करने के लिए प्रिंटर का उपयोग करते है।
- बिज़नेस और ऑफिस उपयोग : ऑफिस में प्रिंटर का उपयोग डॉक्यूमेंट, मार्केटिंग मटेरियल, इनवॉइस , कांटेक्ट और अन्य बिज़नेस डाटा को प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- बैंकों में : बैंको में प्रिंटर का उपयोग कस्टमर डाटा, पासबुक प्रिंटिंग, ट्रांजैक्शन स्लिप्स आदि को प्रिंट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
- फोटोग्राफी में: पर्सनल और प्रोफेशनल पिक्चर्स को कलर प्रिंटिंग के लिए प्रिंटिंग का उपयोग किया जाता है
- घरों में : घरो में स्कूल वर्क, टिकेट, रेसिपी, डॉक्युमेंट्स आदि में प्रिंटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- अस्पतालों में : मरीजों की रिपोर्ट, पर्ची, बिल आदि प्रिंट करने के लिए प्रिंटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- कुछ विशेष कार्यो : प्रिंटर का उपयोग विशेष कार्यों के लिए भी किया जाता है, जैसे बारकोड, लेबल और 3D ऑब्जेक्ट को प्रिंट करना।
Top Printer Manufacturer Brands
प्रिंटर क्या है? (Printer Kya Hai) जानने के बाद आपको प्रिंटर बनाने वाली कंपनी के बारे में जानना आवश्यक हो जाता है। वर्ल्ड में कई कंपनियाँ है जो पर्सनल और प्रोफेशनल उपयोग के लिए कई तरह के प्रिंटर का निर्माण करती है। नीचे आप कुछ टॉप प्रिंटर बनाने वाली कंपनियों के बारे में जान सकते है।
- HP
- Canon
- Epson
- Brother
- Samsung
- Xerox
- Lexmark
- Ricoh
प्रिंटर कहाँ से खरीदें? (Where Can I Buy a Printer?)
प्रिंटर खरीदना बहुत आसान है, इन्हे आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों जगह से खरीद सकते है। यदि आपको ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद है तो इसके लिए आप Amazon, Flipkart, Croma, Reliance Digital, Vijay Sales जैसी ई- कॉमर्स वेबसाइटें या HP, Canon, Epson जैसे ब्रांड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अपने जरुरत के अनुसार प्रिंटर मॉडल को खरीद सकते है।
प्रिंटर को ऑफलाइन खरीदने के लिए आप अपने आस पास के इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर या कंप्यूटर एक्सेसरी स्टोर में जाकर अपने पसंद और जरुरत के अनुसार प्रिंटर खरीद सकते है। ऑनलाइन खरीदारी में आप कस्टमर रिव्यू और रेटिंग पढ़कर खरीददारी कर सकते है, जबकि ऑफलाइन खरीददारी में आप प्रिंटर को फिजिकल देख और समझ सकते हैं। दोनों तरीको से प्रिंटर खरीदने के बाद आपको आमतौर पर वारंटी और सेल्स के बाद की सर्विस मिलती हैं, इसलिए आप निश्चिंत होकर खरीदारी कर सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
प्रिंटर आज हमारे जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन चुका है , प्रिंटर का उपयोग घर, स्कूल और ऑफिस सभी जगह किया जाने लगा है । यह डिजिटल इनफार्मेशन को हार्ड कॉपी में बदलने का सबसे आसान तरीका है। प्रिंटर के कई प्रकार हैं जैसे Inkjet, laser, thermal आदि जिसमे प्रत्येक की अपनी विशेषता है। अगर आप एक प्रिंटर खरीदने की सोच रहे हैं तो अपनी जरूरत, बजट और उपयोग को ध्यान में रखते हुए सही विकल्प चुनना चाहिए। यहाँ पर में हमने प्रिंटर की परिभाषा, इतिहास, फंक्शन , प्रकार, उपयोग और प्रमुख ब्रांड्स के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद करते है कि Printer Kya Hai आर्टिकल आपको प्रिंटर को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा।
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