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आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस क्या है इसके इतिहास , कार्य और प्रकार को जाने

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आज के समय में इंसान ने अपने दिमाग की मदद से अनेको अविष्कार और खोज किये जिसके अनेको उदाहरण देखने और पढ़ने को मिलते है। मनुष्य के अविष्कार और टेक्नोलॉजी ने आज हमारी डेली की दिनचर्या को बहुत आसान बना दिया है। अविष्कार और तरक्की को समझाना इस छोटे से लेख में तो संभव नहीं है लेकिन आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको कंप्यूटर साइंस की एक विशेष शाखा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI ) के बारे में विस्तार से जरूर बताएंगे जैसे की AI क्या है, AI ka full Form ,AI का संक्षिप्त इतिहास , AI के प्रकार , भविष्य में इसकी सम्भावनाये और क्या AI मानव जीवन के लिए घातक हो सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI ) क्या है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द को सुनते ही अधिकतर लोगो के मन में रोबोट का ख्याल आता है ऐसा इसलिए है क्योंकि आज के समय में बड़े बजट की फिल्में , सीरीज और उपन्यास आदि में मशीनों के बारे में अधिक बताया और दिखाया जाता है जब की सच्चाई कुछ और है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य द्वारा बनाये गए कृतिम दिमाग को परिभाषित करता है ‘AI मनुष्य के दिमाग समझने , जटिल से जटिल कार्यो को तेजी से करने जैसे कार्यो की लिए उपयोग किया जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस की एक ब्रांच है जिसका मुख्य उदेश्य मनुष्य के दिमाग के जैसे कार्य करना होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी विज्ञान से तैयार किया जाने वाला एक प्रोग्राम है जो मनुष्य के जैसे सोचने और उसकी मिमिक्री करने जैसे अनेक कार्यो को करने में सक्षम होता है।

AI प्रोग्राम को किसी भी मशीन में उपयोग किया जा सकता है जो मानव दिमाग के जैसे कुछ सीखने , समस्या का समाधान निकलने जैसे कार्य कर सके। कंप्यूटर साइंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सफल और प्रसिद्दि दिलाने में अन्य विषय जैसे की मशीन लर्निंग , डीप लर्निंग , रोबोटिक जैसे विषय आते है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूरा नाम AI ka Full Form

AI Full Form – Artificial Intelligence

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का संक्षिप्त इतिहास

कंप्यूटर का आविष्कार वैसे तो आज से लगभग दो हजार साल पहले हो चुका था, जिसे हम Abacus के रूप में जानते हैं. लेकिन डिजिटल कंप्यूटर की शुरुआत 1642 में Blaise Pascal  द्वारा की गई. हम अगर बात करें मशीनों के बुद्धि विकास की तो 1943 के आस पास इसकी शुरुआत होती है लेकिन बात करें अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की, तो पहली बार इस शब्द का इस्तेमाल 1956 में जॉन मैकार्थी (John McCarthy) द्वारा डार्टमाउथ कांफ्रेंस (Dartmouth Conference) में किया गया.

और कहा गया कि विज्ञान और इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करके एक ऐसा कम्प्यूटर बनाया जा सकता है जो की खुद से ही सोचकर समझकर डिसीज़न ले सके; इसलिए हम जॉन मैकार्थी को ही Artificial Intelligence के जनक के रूप में जानते हैं.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार

आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के वैसे तो कई प्रकार हो सकते हैं लेकिन विशेष तौर पर इसके तीन प्रकार माने गए हैं.

कमजोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस :- जैसा कि नाम से ही मालूम पड़ रहा है कि ये मुख्यत: कमजोर ही होते होंगे. इनकी काम करने की क्षमता लिमिटेड होती है और ये सोचने समझने में भी उतने ताकतवर नहीं होते हैं जितना कि एक मशीन को होना चाहिए. इसलिए इन्हें जल्दी अपग्रेड भी नहीं किया जा सकता है लेकिन मौजूदा समय में पूरी दुनिया इसी बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल कर रही है. कुछ उदाहरण की बात की जाए तो…

  • Self Driving Car
  • Google Map
  • Smartwatch
  • Facial Recognition

स्ट्रॉन्ग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस :- अभी फिलहाल में इसकी कल्पना ही की जा रही है. अगर वैज्ञानिक इसे बनाने में कामयाब होते हैं तो ये इंसानों की तरह ही सोचने और समझने वाली एक विकसित मशीन होगी.

सुपर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस :- ये भी अभी मानव के गहरी कल्पना में पड़ा हुआ एक सपना है. हां.. इसे अगर वास्तव में बना लिया गया तो ये इंसानों की सोच से भी कहीं आगे निकल जाएगा. इसकी बुद्धि मानव बुद्धि से कई गुना ज्यादा होगी.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग लगभग आजकल हर उस जगह किया जा रहा है जहां तकनीक लोगों के मन को पढ़ सकने में कामयाब हो रही है और लोगों के लिए किसी उपचार का काम कर रही है. जैसे..

  • कंप्यूटर गेम (Computer Gaming)
  • प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (Natural Language Processing)
  • प्रवीण प्रणाली (Expert System)
  • दृष्टि प्रणाली (Vision System)
  • वाक् पहचान (Speech Recognition)
  • बुद्धिमान रोबोट (Intelligent Robot)

इसके अलावा, किसी बेहद जटिल सिस्टम को चलाने, नई औषधियां तैयार करने, नए केमिकल को खोजने, खनन इंडस्ट्री से लेकर स्पेस तक, शेयर बाज़ार से लेकर बीमा कंपनियां तक. मानव जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है, जिसमें आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस इंटरफेयर न कर रहा हो.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित कोर्स और करियर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कोर्स करने के लिए कंप्‍यूटर साइंस, आईटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स और इंस्ट्रूमेंटेशन का डिग्री होनी जरूरी है. इसके बाद ही आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI)  से जुड़े कुछ स्पेशलाइजेशन कोर्स कर सकते हैं, जैसे- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, एडवांस्‍ड रोबोटिक्स सिस्टम आदि.

देश में इस तरह के कोर्स कई इंजीनियरिंग कॉलेज में भी कराए जाते हैं.इसी में आगे चलकर आप पीएचडी भी कर सकते हैं. बात करें अगर करियर गाइडेंस की तो इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्‍स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 तक दुनियाभर की फैक्ट्रियों में लगभग 1.7 मिलियन नए इंडस्ट्रियल रोबोट इंस्‍टॉल किए जा चुके है.

रिपोर्ट की मानें, तो सर्विस रोबोट की बिक्री में भी लगभग 12 फीसदी की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है. गार्टनर की एक रिपोर्ट के अनुसार आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है जहां 23 लाख नई नौकरियां सामने आने की उम्मीद है. यानी आने वाला दौर तकनीक और इनोवेशन का ही है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लाभ

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) को फ्यूचर टेक्नोलॉजी इसलिए कहा जा रहा है कि इससे दुनिया में क्रांतिकारी परिवर्तन हो सकता है. गूगल और टेस्ला ने तो AI पर आधारित कारें बनाने पर रिसर्च भी शुरु कर दिया है. ये कारें बिना ड्राइवर के सड़कों पर दौड़ेंगी. ये कारें सेंसर की मदद से चलेंगी, जिससे एक्सीडेंट होने की संभावना बेहद कम हो जाएगी.  हालांकि अभी यह रिसर्च प्रोसेस में है और इसमें कुछ और वक्त लग सकता है.

इसके अलावा कम्यूनिकेशन, डिफेंस, हेल्थ आदि इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से क्रांति आ सकती है. जहां ऊर्जा और दक्षता दोनों ही बढ़ जाएगी.

Artificial Intelligence के कुछ उदाहरण

अभी तक हमने जाना की AI Kya Hai , इसका इतिहास और इसके प्रमुख कार्य। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त अनेको मशीन और डिवाइस का उपयोग करते है। लेकिन इसे अच्छे से समझाने के लिए हमने नीचे AI के कुछ उदाहरण दिए है जिससे आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को आसानी से समझ सकते है।

Siri

यदि आप टेक्नोलॉजी से थोड़ा भी अपडेट रहते है तो आपने siri का नाम जरूर सुना होगा क्योकि Siri डिवाइस को एप्पल द्वारा डेवेलोप किया गया है और यह एप्पल का सबसे प्रसिद्द personal assistant है। हालांकि इसका उपयोग सिर्फ एप्पल द्वारा संचालित IOS ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे की iPhone और iPad आदि में किया जाता है । सीरी AI का सबसे अच्छा उदाहरण है।

इस डिवाइस को चलाने के लिए आपको इंटरनेट की आवश्यकता होती है। siri डिवाइस के द्वारा आप मैसेज सेंड करने , टाइम , कैलेंडर , अलार्म टाइम सेट करने , किसी समस्या का समाधान पाने , गाना , न्यूज़ आदि को सुनने के लिए उपयोग कर सकते है।

Google AI

आपने गूगल असिस्टेंट का नाम तो सुना होगा आज के समय में इस डिवाइस का उपयोग मोबाइल , टेबलेट , स्मार्ट टीवी आदि डिवाइस में बहुत किया जाता है क्योकि यह डिवाइस भी Siri के जैसे कार्य करता है जिसे गूगल द्वारा डेवेलोप किया गया है।

Tesla

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दो उदाहरण जाने जिनका उपयोग स्मार्ट डिवाइस में किया जाता है लेकिन आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी बहुत किया जाता है। आपने tesla का नाम तो सुना ही होगा क्योकि ऑटोमोबाइल में इसने अनेको उपलब्धिया प्राप्त की है । tesla कार में सेल्फ ड्राइविंग और अन्य इंटेलिजेंस जैसे फीचर के दिए जाते है जो इसके ब्रांड को पॉपुलर बनाते है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की हानि

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर सबसे बड़ा डर उसके निगेटिव किरदार का है. दरअसल ये डर इसलिए बना हुआ है; क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिल जाने के बाद मशीनें अगर खुद से डिसीज़न लेने लगी तो उनकी मानवों पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी.

ऐसे में वह ह्यूमन बॉडी के लिए खतरा बन सकती हैं. इसके साथ ही इंसानों और मशीनों में कंपीटिशन भी हो सकता है और ये कंपीटिशन मानव सभ्यता के लिए दुर्दशा का कारण बन सकता है. बता दें कि हाल ही में फेसबुक की टीम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रिसर्च कर रही थी,

इसी दौरान दो मशीनों ने इत्तेफ़ाक से आपस में कम्यूनिकेट करना शुरु कर दिया जिसके चलते मशीनों ने कोई खास कोडिंग भाषा डेवलेप कर ली और आपस में बातें करना शुरु कर दिया . अब ये भाषा इंसानी मन से अगर परे हो जाए तो आप समझ सकते है कि ये एक दूसरी दुनिया होगी.

Conclusion

इस आर्टिकल में हमने आपको बताया की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पूरा नाम (AI Ka Full Form )इसका संक्षिप्त इतिहास ,इसके कार्य और AI के प्रकार के बारे में जाना। उम्मीद करते है की आर्टिकल पसंद आया होगा तो इसे अधिक से अधिक शेयर करे और अपना फीडबैक दे.

siya ram

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