यदि आप कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल करते होंगे तो आपके मन में ये सवाल जरूर आया होगा की यह कैसे काम करता है तो हम आपको बता दे की इसमें एक प्रकार का सॉफ्टवेयर कार्य करता है जिसे टेक्निकल भाष में OS कहते है और जिसका फुल फॉर्म (OS Full Form)ऑपरेटिंग सिस्टम होता है
आज हम जिस टॉपिक के बारे में आपको बताने वाले है आज के टेक्नोलॉजी के ज़माने में आपको इसके बारे में जानकारी होना ही चाहिए जैसे की सॉफ्टवेयर क्या है और सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे की computer , TV, Smartphone, Freeze, Ac और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इसका उपयोग क्यों किया जाता है
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में जानेगे की OS क्या होता है , इसका फुल फॉर्म (OS full form ) क्या होता है , इसे कब डेवेलोप किया गया था , यह कितने प्रकार के होते है और इसके क्या कार्य होते है। तो दोस्तों इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़े और ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी तथ्यों को जाने जो आपके आने वाले भविष्य में बहुत काम आने वाली है।
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है and OS Full Form
OS का पूरा नाम यानी की फुल फॉर्म Operating system होता है इसे डेवेलोप करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जाता है इसका उपयोग कंप्यूटर , लैपटॉप , मोबाइल , टीवी, वीडियो गेम किया जाता है । ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर और उपयोग करने वाले यूजर की बीच इंटरफ़ेस का कार्य करता।
कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब कोई कार्य करता है तो वह उस कार्य को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का सॉफ्टवेयर का समूह है और यूजर के उपयोगिता के अनुसार अन्य सभी प्रकार के सॉफ्टवेयर इसी कार्य करते है यह कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का सबसे important और इंटेलिजेंट पार्ट होता है।
कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे की कंप्यूटर , लैपटॉप , मोबाइल इत्यादि बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के कोई भी कार्य नहीं कर सकता है और सिर्फ हार्डवेयर बिना किसी ऑपरेटिंग सिस्टम के कोई कार्य नहीं कर सकता है सिस्टम द्वारा किसी कार्य को कराने के लिए दोनों का होना आवशयक है जैसे बिना जान के इंसान की बॉडी कार्य नहीं कर सकती है और बिना बॉडी के इंसान की आत्मा या जान कोई कार्य नहीं कर सकती है तो ऑपरेटिंग सिस्टम भी सिस्टम में जान या आत्मा के जैसे कार्य करता है
ऑपरेटिंग सिस्टम का अविष्कार किसने किया था
आर्टिकल में हम OS full form के साथ साथ इसके कार्य और इतिहास के बारे में जानेगे। ऑपेरेटिंग सिस्टम का अविष्कार 1950 के आस पास हो गया था जिसको पहले सिंपल डिवाइस के लिए किया जाता था जैसे की कैलकुलेटर लेकिन जैसे जैसे कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का अविष्कार हुआ ऑपरेटिंग सिस्टम का कार्य क्षेत्र बढ़ते गया आज के समय में अधितकर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल होता है जिसे प्रत्येक डिवाइस की आवश्यकता और जरुरत के अनुसार अलग होते है जैसे की कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम अलग होता है और मोबाइल , टीवी, AC , फ्रीज में उपयोग होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम अलग होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य
मेमोरी मैनेजमेंट Memory management
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर या अन्य डिवाइस जिसमे ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है मेमोरी को मैनेज करने का कार्य करता है। जब यूजर द्वारा किसी प्रोग्राम को execute करने का आदेश दिया जाता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम उस प्रोग्राम के अनुसार सिस्टम में उपयोग होने वाली प्राइमरी या main मेमोरी को allot करने का कार्य करता है
प्रोसेसर मैनेजमेंट Processor management
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में Execute होने वाली सभी प्रकार के प्रोग्राम को सही समय पर Execute करने का कार्य Operating system करता है। प्रोसेसर द्वारा process करने वाले प्रोगाम को मैनेज करने का कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम करता है जैसे की किस प्रोग्राम को execute करने के लिए कितना मेमोरी चाहिए और प्रोग्राम को एक्सेक्यूटे करने के लिए कितना समय लगेगा इत्यादि।
आउटपुट /इनपुट मैनेजमेंट Output / Input Management
इनपुट आउटपुट module के द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर या अन्य एक्सटर्नल डिवाइस में डाटा send और receive करने का कार्य करता है। जैसे की किस डिवाइस को कितनी स्पीड से और कितना डाटा सेंड करना है सिस्टम में कितने devices कनेक्ट किये गए है और किसका क्या कार्य है इत्यादि कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किये जाते है।
सिस्टम इंटर कनेक्शन system inter connection
सिस्टम इंटर कनेक्शन के द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में कनेक्ट किये गए इंटरनल डिवाइस से जैसे की प्रोसेसर , स्टोरेज डिवाइस , मैन मेमोरी इत्यादि से कम्युनिकेशन करने का कार्य करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम इंटर्नल कनेक्ट किये गए सभी डिवाइस के कार्य और प्रॉसेस को मैनेज करने का कार्य करता है।
सिक्योरिटी Security
सिक्योरिटी किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य और important फीचर होता है ऑपरेटिंग सिस्टम सिस्टम में System में स्टोर डाटा और इनस्टॉल एप्लीकेशन को बाहरी अटैक से हमेशा बचाने का कार्य करता है। सिक्योरिटी का फीचर और वर्क ऑपरेटिंग सिस्टम और Device के अनुसार अलग हो सकता है , सिक्योरिटी का फीचर कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में एक तरह के गॉर्ड के जैसे कार्य करता है जो बहार से आने वाले डाटा और जाने वाले डाटा को मॉनिटर करता है।
ऑपेरेटिंग सिस्टम के प्रकार
ऑपरेटिंग सिस्टम अधिकतर कंप्यूटर में पहले से इनस्टॉल होकर आता है सिस्टम में पहले से इनस्टॉल किये गए ऑपरेटिंग सिस्टम को कुछ लोग इस्तेमाल कर लेते है तो कुछ लोग इसे अपने जरुरत के अनुसार अपग्रेड करके इस्तेमाल करते है या फिर चेंज कर लेते है। दुनिया में जिन ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कंप्यूटर या अन्य डिवाइस में सबसे अधिक उपयोग किया जाता है उनके नाम कुछ इस प्रकार है Microsoft Windows, macOS, Linux और एंड्राइड है।
आज के समय में जिस तरह के ऑपरेटिंग का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है उसे GUI (graphical user interface) कहते है जिसमे सब कुछ आपको क्लियर और साफ साफ आपके स्क्रीन में दिखाई देता है जिसमे कंप्यूटर को इस्तेमाल करने के लिए माउस , बटन, ऑप्शन और Menu इत्यादि का इस्तेमाल करते है। अभी के अधिकतर ऑपरेटिंग सिस्टम आपको GUI के रूप में देखने को मिलेंगे जिसमे आपको सब कुछ टेक्स्ट और इमेज के रूप में दिखाई देगा है।
ऑपरेटिंग सिस्टम में मुख्य दो प्रकार की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है
- GUI Graphical User interface
- CLI Command line user interface
ऊपर बताये गए दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम में लोग अपने जरुरत के अनुसार Technology इस्तेमाल करते है नीचे हम आपको कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम बता रहे है जिनका उपयोग अधिकतर कंप्यूटर में किया जाता है।
General-purpose operating system
नीचे कुछ अन्य प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम को देख सकते है।
- Windows OS
- Mac OS
- Linux OS
- Android OS
- Ubuntu
- iOS
- MS-DOS
- Symbian OS
Microsoft Windows Operating System
विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया जाता है जिसका मालिक विल गेट है।इस ऑपरेटिंग सिस्टम को माइक्रोसॉफ्ट ने 1981 के आस पास डेवेलोप किया गया था। पहले इस कंपनी के ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने के लिए सिर्फ कमांड का उपयोग किया जाता था जिसे DOS कहते थे , लेकिन अब इस कम्पनी में ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम का निर्माण होने लगा है जिसे आप कमांड और ग्राफिकल दोनों तरह से ऑपरेट कर सकते है।
यह दुनिया में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है इसे सबसे अधिक उपयोग करने का सबसे बड़ा कारण है ये है की इसका यूजर इंटरफ़ेस मतलब की इस ऑपरेटिंग सिस्टम को ग्राफिकल में इतने अच्छे से डिज़ाइन किया गया है की कोई भी यूजर इसके ऑप्शन और फीचर को आसानी से समझ सकता है और आसानी से इस्तेमाल कर सकता है
और दूसरा सबसे बड़ा कारण है इसका attractive लुक और फीचर। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एडिटिंग जैसे कार्य बहुत ही आसानी और सरल तरीके से किये जा सकते है जिसके लिए आपको इंटरनेट में बहुत सारे एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर उपलब्ध है।
- windows XP
- Windows 7
- Windows 8
- windows 10
- Windows Vista
अभी 2021 में माइक्रोसॉफ्ट का लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम windows 10 चल रहा है लेकिन माइक्रोसॉफ्ट ने windows 11 को रिलीज़ करने की तैयारी कर रहा है जिसके फीचर और हार्डवेयर requirement को इंटरनेट में Announce कर दिया है शायद इस साल के अंत तक इसे रिलीज़ भी किया जा सकता है। नीचे हम आपको माइक्रोसॉफ्ट के कुछ प्रसिद्द ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम दे रहे है।
macOS Operating System
macOS एक तरह का ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे apple कंपनी ने डेवेलोप किया था। इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम को Macintosh computers, or Macs कंप्यूटर में पहले से इनस्टॉल करके दिया जाता है जिसे यूजर अपने जरूरत के अनुसार इस्तेमाल कर सकता है या फिर अपग्रेड या चेंज कर सकता है। StatCounter Global Stats रिपोर्ट के अनुसार पूरे दुनिया में सिर्फ 10 % कंप्यूटर में Apple द्वारा बनाये गए ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है जिसका सबसे बड़ा कारण ये है Apple के कंप्यूटर का चार्ज अन्य कंप्यूटर की तुलना में अधिक रहता है लेकिन कुछ लोग इसे अच्छा लुक , सिक्योरिटी और स्टैण्डर्ड के लिए इस्तेमाल करते है। नीचे हम आपको कुछ macOS ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम दे रहे है।
- High Sierra (2017),
- Sierra (2016
- Mojave (released in 2018),
Linux Operating System
दुनिया में सर्वर के लिए लिनक्स सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग है और डेस्कटॉप कंप्यूटर में विंडोज के बाद सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को Linus Torvalds के द्वारा डेवेलोप किया था यह एक तरह का ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे आप फ्री में हमेशा के लिए इस्तेमाल कर सकते है।
दुनिया में इसके 300 से अधिक वर्शन है (Distro ) है जिसे आप अपने जरूरत के अनुसार एडिट करके उपयोग कर सकते है लेकिन आपको बता दे की ऑपरेटिंग सिस्टम को एडिट करने की परमिशन लिनक्स के आलावा अन्य कोई कंपनी नहीं देता है इस ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी सोर्स कोड ओपन है जिसे आप एडिट कर के अपने नाम से भी बना सकते है लेकिन उसके लिए आपको लैंग्वेज होनी चाहिए ।इसको सबसे अधिक उपयोग करने का कारण ये है की ये फ्री में उपलब्ध है और इसे अपने अनुसार एडिट किया जा सकता है। और इसमें सिक्योरिटी के लिए अच्छे फीचर दिए गए।
Mobile operating system
मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम का निर्माण छोटे स्मार्ट मोबाइल डिवाइस के लिए किया जाता है जैसे की स्मार्टफोन , टेबलेट्स इत्यादि। मोबाइल डिवाइस का ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में उपयोग होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम से रिसोर्स ,परफॉरमेंस,साइज और फीचर कम होते है। mobile ऑपरेटिंग सिस्टम के रूप में अधिकतर Apple का IOS और गूगल द्वारा डेवेलोप किया गया Google Android ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जाता है जिसके द्वारा calling , डाटा storing , मीडिया streaming, इत्यादि जैसे कार्य किये जाते है। आज के समय के एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम में कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के जैसे एडवांस फीचर
दिए जा रहे है
Embedded operating system
Embedded ऑपेरेटिंग सिस्टम एम्बेडेड सिस्टम के लिए के लिए ब्रेन के जैसे कार्य करता है। इसमें अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में लिमिटेड फीचर होते है। embedded ऑपेरेटिंग सिस्टम को एक अन्य नाम real-time operating system से भी जाना जाता है। embedded operating system डिज़ाइन करने का मुख्य उदेश्य होता है कंप्यूटर के अन्य डिवाइस के लिए specific टास्क को परफॉर्म करना। इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को मिला कर बनाया जाता है।
इसके द्वारा प्राप्त रिजल्ट को मनुष्यो द्वारा आसानी से समझा और पढ़ा जा सकता है जैसे की Image , text , ऑडियो इत्यादि। Embedded operating को programming code की सहायता से डेवेलोप किया जाता है जो hardware language को software languages में बदलने का कार्य कार्य करता है जैसे की c और C ++ .
Network operating system
नेटवर्क ऑपरेटिंग एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जिसका मुख्य कार्य होता है नेटवर्क में एक से अधिक डिवाइस और कंप्यूटर के साथ कम्यूनिकेट करना जिससे उनके साथ डाटा शेयर और सर्विस शेयर करना , यूजर और ग्रुप बनाना ,Applications की सर्विस को नेटवर्क से कनेक्ट यूजर को प्रोवाइड कराना , सिक्योरिटी और अलर्ट की सेटिंग को इम्प्लीमेंट करना इत्यादि काम किये जाते है ।नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम को सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम भी कहा जाता है. कुछ नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम को उदाहरण के रूप में देख सकते है
- Microsoft Windows Server 2016
- Microsoft Windows Server 2019
- UNIX,
- Linux
- Mac OS X
- Novell NetWare
- BSD
नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के मुख्य कार्य को नीचे समझ सकते है ।
- नेटवर्क में यूजर अकाउंट को बनाना और उसे मैनेज करना
- नेटवर्क में सभी डिवाइस के साथ कम्युनिकेशन सर्विस की सुविधा देना।
- नेटवर्क से हुए सभी डिवाइस और उनकी सर्विस को Monitor और troubleshoot करना।
- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम में एप्लीकेशन के साथ साथ डिवाइस जैसे की प्रिंटर , फैक्स इत्यादि को यूजर के साथ शेयर और मैनेज कर सकते है।
- सभी तरह के रिसोर्स नेटवर्क में मैनेज और configure करना।
- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम में सिक्योरिटी सम्बंधित कार्य और सर्विस लगायी जाती है जिससे बाहर के unauthorize अटैक से बचाया जा सके
OS के कुछ अन्य फुल फॉर्म Other OS full form
Out Station | Indian Railways |
Open Source | Information Technology |
Operating System | Information Technology |
Optical fiber Singlemode category | Computer and Networking |
Online Services | Networking |
Overhead Sending | Networking |
Open Server | Networking |
Optimize for Size | Softwares |
Open Sockets | Softwares |
On Sheet | Accounts and Finance |
Outer Space | Space Science |
On-orbit Station | Space Science |
Optics Subsystem | Space Science |
Orbital Servicing | Space Science |
Orbiter Specification | Space Science |
Other Singer | Job Title |
Ordinary Seaman | Job Title |
Off-street Parking | Real Estate |
Outside Shot | Sports |
Optimal Strategy | Sports |
On Service | Military and Defence |
Operations Specialist | Military and Defence |
Opportunity To Serve | Military and Defence |
On Station | Military and Defence |
Ordnance Survey | Military and Defence |
Overtly Similar | Military and Defence |
Other Specifications | Military and Defence |
Outer Sensor | Military and Defence |
Operating Strength | Military and Defence |
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने जाना की OS क्या होता है , OS full form क्या होता है इसका कंप्यूटर में क्या कार्य होता है ,कितने प्रकार का होता है और कैसे कार्य करता है इत्यादि बातो पर डिटेल्स में चर्चा किया उम्मीद करते है की OS full form आर्टिकल को पढ़ने के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम से सम्बंधित सभी डाउट दूर हो जायेंगे यदि हमसे OS से सम्बंधित कोई पॉइंट छूट गया होगा तो आप अपने प्रश्न को कमेंट करे हमारी टीम आपके प्रश्न का उत्तर देगी और यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया में अधिक से अधिक शेयर करे जिससे आपके फ्रेंड को इसके बारे में जानकरी मिल सके।
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