स्त्री शिक्षा का परिवार, समाज, और देश पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, आज की शिक्षित भारतीय नारी चिकित्सा, इंजीनियरिंग, शिक्षण, मीडिया जैसे अनेक क्षेत्रों में बहुत बेहतरीन काम कर रही हैं। आज भारतीय महिलाएं अपने ज्ञान, कौशल से देश और विश्व में सफलता का डंका बजा रही है तो इसके पीछे उनका शिक्षित होना सबसे बड़ा कारण हैं। आज इस लेख में हमने नारी शिक्षा पर निबंध (nari shiksha par nibandh) लिखा है जिसमें नारी (स्त्री) शिक्षा की वर्तमान स्थिति, नारी शिक्षा की आवश्यकता, इसका समाज पर प्रभाव, नारी शिक्षा को प्रभावित करने वाले कारण और नारी शिक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताया है।
प्रस्तावना
किसी भी देश को तरक्की करना है तो उस देश की महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी है, नारी शक्ति के शिक्षित हुए बिना देश का भविष्य उज्जवल बनाना संभव नहीं है, एक शिक्षित स्त्री परिवार, समाज और देश की उन्नति में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पहले के जमाने में महिलाओं को शिक्षा से दूर रखा जाता था लेकिन आज जो भी देश तरक्की की राह में सबसे आगे हैं, उसकी इस तरक्की के पीछे महिलाओं का भी बहुत बड़ा योगदान है। एक शिक्षित नारी को जीवन में आगे बढ़ने के ज्यादा अवसर मिल पाते हैं, वह आत्मनिर्भर होती है, वह समाज में आदर पाती है और अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा बनती है।
नारी की वर्तमान स्थिति
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, हमारे देश में महिला साक्षरता दर 64.46 प्रतिशत है जो कि पहले कि तुलना में काफी बढ़ चुकी है। आज के समय में महिलाएं पुलिस, आर्मी, चिकित्सा, अंतरिक्ष, टेक्नोलॉजी , राजनीति आदि जैसे लगभग हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। नारी के शिक्षित होने से आज दहेज प्रथा, पर्दा प्रथा और शिशु हत्या जैसी कुरीतियों से मुक्ति मिली है। लेकिन अभी भी नारी शिक्षा अभियान की सफलता में कुछ बाधाएं हैं जैसे कई लड़कियां बीच में ही स्कूल छोड़ देती हैं या शिक्षा पूर्ण कर लेने के बाद भी उन्हे नौकरी नहीं मिल पाती है वे बेरोजगार रहती है , उन्हें समाज और परिवार में सम्मान नहीं मिलता है।
स्त्री शिक्षा की आवश्यकता
nari shiksha par nibandh लिखते समय हमको शिक्षा नारी के लिए क्यों आवश्यक है इन विषय पर जरूर चर्चा करना चाहिए। हमारे देश में महिलाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता के निम्न प्रमुख कारण होते है।
- कन्या भ्रूण हत्या, दहेज़ प्रथा, बाल विवाह, आदि सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिये स्त्री शिक्षा बहुत जरूरी है।
- नारियां जितनी अधिक शिक्षित होती हैं वे अपने बच्चों का रखरखाव और उनकी शिक्षा व्यवस्था भी उतनी अच्छे से कर पाती हैं।
- महिलाओं के शिक्षित होने से पूरा समाज और देश शिक्षित बनता है।
- शिक्षित महिलाएं आत्मनिर्भर होती है जिससे परिवार और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत बनती है।
- शिक्षित नारी का समाज में अधिक आदर होता है।
- एक शिक्षित और सफल महिला अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होती है।
स्त्री शिक्षा का समाज पर प्रभाव
शिक्षित नारी का समाज पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बच्चे की पहली शिक्षक माँ होती है, एक शिक्षित महिला अपने बच्चों की शिक्षा का भी ध्यान रखती है। वह बच्चे को बचपन से ही भाषा ज्ञान, प्रारंभिक शिक्षा अच्छे से करवा पाती है जिससे बच्चा आगे चलकर सफलता की ऊचाइया चढ़ता है। शिक्षित और आत्मनिर्भर नारी परिवार की आय कि वृद्धि में योगदान देती है।
देश में नारी शिक्षा को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारण
भारत देश में नारी शिक्षा को प्रभावित करने वाले सामाजिक और आर्थिक अनेको कारण है जिससे नारी शिक्षा पर गहरा असर पढ़ रहा है। नारी शिक्षा को प्रभावित करने वाले कुछ कारणों को नीचे देख सकते है।
- परिवार की आर्थिक स्थित ख़राब होना
- बालविवाह
- बाल मजदूरी
- लैंगिक असमानता
- सामाजिक असुरक्षा
- स्कूल या कॉलेज का घर से दूरी होना
- सरकारी स्कूलों की खराब शिक्षा व्यवस्था
- समाज की नकारात्मक धारणा
- शिक्षा पूरी होने के बाद नौकरी न पाना
नारी शिक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम
हमारे देश में नारी शिक्षा के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के द्वारा समय समय पर कई कदम उठाए हैं जिससे देश में नारी शिक्षा को बढ़ावा मिल सकें। नीचे आप नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सर्कार द्वारा उठाये गए कदमो को देख सकते है।
- माध्यमिक शिक्षा आयोग 1952-53 के अनुसार महिलाओं के लिये भी पुरुषों के सामान हर प्रकार की शिक्षा के अवसर उपलब्ध करवाना
- वर्ष 2009 के अधिनियम के अनुसार कक्षा 1 से 8 तक की प्रारंभिक शिक्षा अनिवार्य और निःशुल्क होना
- सरकारी स्कूल में मुफ्त शिक्षा, मध्यान्ह भोजन, ड्रेस, पाठ्य पुस्तकें और निःशुल्क साइकल मिलना
- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम योजना का विस्तार करना
- बालिकाओ को सही वातावरण देने के लिए विद्यालय में न्यूनतम 50 प्रतिशत महिला अध्यापिका की नियुक्त करना।
- बालिकाओ की सही शिक्षा के लिए प्राइवेट स्कूलों में भी बीपीएल कोटे से निःशुल्क पढ़ाई करना
- बालिका समृद्धि योजना जिसके अंतर्गत बालिका के जन्म और उसकी शिक्षा पूरी होने के बाद सरकार द्वारा वित्तीय सहायता मिलना
- गांव की बेटी योजना के तहत उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना
- विद्यालय में बालिकाओं के लिये शौचालय और खेल कूद आदि की समुचित व्यवस्था करना
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना की शुरुआत जिसके तहत कठिन परिस्थितियों में जीवन-यापन करने वाली बालिकाओं के लिए प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराना
इस आर्टिकल में हमने आपको nari shiksha par nibandh लिखा और नारी शिक्षा के महत्त्व को समझाने का प्रयास किया उम्मीद करते है की आर्टिकल में बतायी जाने वाली जानकारी से आप खुश होंगे। किसी तरह के फीडबैक और सवाल के लिए नीचे कमेंट करें।
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