मेरा भारत महान क्यों है? आसान शब्दों में मेरा भारत महान पर निबंध  

मेरा भारत महान क्यों है? आसान शब्दों में मेरा भारत महान पर निबंध  

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आज इस लेख में हम आपको मेरा भारत महान क्यों है? भारत की विशेषताएं, उपलब्धियां, गौरवशाली संस्कृति, महत्त्वपूर्ण देन और अन्य विशेषताओं के साथ मेरा भारत महान पर निबंध लिखने वाले है (mera bharat mahan essay in hindi) जो जिसका उपयोग आप स्कूल परीक्षा और अन्य कार्यो में कर सकते है।

मेरा भारत देश बहुत महान है। इसके पीछे कई कारण हो सकते है । भारत में विभिन्न धर्मो के लोग रहते हैं। देश के प्रत्येक राज्य में आपको जातिया , भाषा ,पहनावा और खान -पान अलग देखने को मिलेगा । देश में सभी प्रकार की विभिन्नता होने के कारण भी देश के लोगों मिल जुलकर रहना ही भारत को महान बनाता है। वसुधैव कुटुम्बकम् भारत की मूल विचारधारा है।

प्रस्तावना 

भारत देश की महानता के कई कारण है। आज पूरी दुनिया भारत देश को एक गौरान्वित अलग नज़र से देखती है । यहाँ वसुधैव कुटुंबकम की संस्कृति है जो सभी लोगों को एकजुट करती है।

भारत देश में अनेकों ऐतिहासिक पर्यटक ,समृद्ध मूर्तीकला और वास्तुकला और विभिन्न के प्रकार के खोज , ग्रन्थ और ऐतिहासिक स्थल देखने को मिलते है जिन्हे देखने के लिए करोडो लोग आते है। भारत देश महान संतों, कवियों, ज्ञानियों, महापुरुषों की धरती है। प्राचीन समय में भारत धन सम्पदा, शिक्षा, निर्यात आदि क्षेत्रों में अग्रणी देश माना जाता था। 

एक बार अल्बर्ट आइंस्टीन ने भारत को लेकर कहा था कि “हम भारतीयों के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने हमें गिनना सिखाया, इसके बिना कोई भी अर्थपूर्ण वैज्ञानिक खोज नहीं हो सकती थी.”  

भारत की महान कला और संस्कृति

भारत, दुनिया की प्राचीनतम संस्कृतियों में से एक है। भारत के हर राज्य में लोग अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं, अलग-अलग तरह के कपडे़ पहनते हैं, भिन्न-भिन्न धर्मों का पालन करते हैं, सभी का खान-पान , रहन सहन अलग है , इतनी सारी विविधताओं के होने के बाबजूद भी सभी लोग आज भी एकता के सूत्र में बंधे हुए हैं।

यहाँ सभी धर्म, जाति और भाषा के लोग एक साथ मिल जुलकर रहते हैं। एक दुसरे के त्योहारों को ख़ुशी से मनाते हैं। कई बाहरी आक्रमणकारियों के द्वारा भारतीय संस्कृति को तबाह करने की तमाम कोशिशों के बाबजूद हमारी संस्कृति पहले की तरह अभी भी जीवंत है तो यह हमारी भारतीय संस्कृति की महानता है।

प्राचीन समय से ही भारत में वास्तुकला, मूर्तिकला,चित्रकला आदि कलाओं का भरपूर विकास हुआ है। प्राचीन सिन्धु/हड़प्पा घाटी सभ्यता, कोणार्क का सूर्य मंदिर, सोमनाथ मन्दिर, ताजमहल, लालकिला भीमबेटका और अजंता-एलोरा की गुफाएं भारतीय कला के प्रामाणिक उदाहरण है।

भारतसंतों की धरती 

भारत में अनेकों महान कवियों, संतों, महापुरुषों की जन्मस्थली रही है। यहाँ वाल्मीकि, वेदव्यास, कालिदास, तुलसीदास, रवींद्रनाथ टैगोर, सूरदास, मीराबाई, कबीर जैसे महाकवि पैदा हुए हैं। वेद दुनिया के सबसे प्राचीनतम ग्रन्थ हैं जो भारत में ही लिखे गये हैं।

रामायण, महाभारत जैसे महाकाव्य और गीता भारत के गौरव हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, श्रीकृष्ण, भगवान महावीर, गौतम बुद्ध, चंद्रगुप्त, शंकराचार्य, महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों ने इस पावन धरती पर ही जन्म लिया।

गुरुनानक, तुकाराम, ज्ञानदेव, चैतन्य महाप्रभु, रामकृष्ण परमहंस आदि साधू संतों ने यहाँ भक्ति और ज्ञान की दिव्य नदी बहाई हैं।
ओशो रजनीश,स्वामी रामतीर्थ, कृष्णमूर्ती, स्वामी विवेकानंद,महर्षि रमण, श्रील प्रभुपाद जैसे भारत के संतों ने देश और विदेश में भारतीय दर्शन, ज्ञान और भक्ति का प्रचार प्रसार किया और विश्व में भारत को लेकर विदेश के लोगों का नजरिया बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भारतसोने की चिड़िया 

एक समय था जब पूरी दुनिया भारत को सोने की चिड़िया और स्वर्ण भूमि के नाम से जानती थी। प्राचीन काल में भारत वैश्विक व्यापार का केंद्र था। उस समय भारत कई अन्य देशों को मसाला,कपास, रत्न, हीरे इत्यादि का निर्यात करता था। भारत में उस समय अपार धन सम्पदा थी। कोहिनूर हीरा जिसकी वर्तमान कीमत करीब 1 अरब डॉलर आंकी जाती है वह हीरा गोलकुंडा आँध्रप्रदेश की खदान से मिला था। उस समय पूरी दुनिया में विश्वगुरू के तौर पर भारत अपनी एक अलग पहचान रखता था और पूरा विश्व भारत को सोने की चिड़िया कहकर संबोधित करता था। 

भारत की विशेषताएं

भारत देश को कई नामो से सम्बोधित किया जाता हैं। जैसे जम्बूद्वीप, भारतखण्ड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, भारतवर्ष, आर्यावर्त, हिन्द, हिन्दुस्तान और इंडिया। विविधता में एकता भारत की एक प्रमुख विशेषता है।

भारत, दुनिया के चार प्रमुख धर्मों हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख का उदय स्थल है। इस देश में सभी लोगो को अपने धर्म को चुनने और उनका पालन करने की पूर्ण स्वतंत्र रहती हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।

दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान इसी देश का है, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश माना जाता है। इस देश ने इतिहास में कभी भी किसी भी देश पर पहले हमला नहीं किया है क्योकि यह देश सब को एक साथ लेकर चलना चाहता है

लेकिन सुरक्षा की दृष्टि भारत में अनेको परमाणु , अन्य आधुनिक हथियार और मजबूत और इंटेलिजेंट सैन्य शक्ति उपलब्ध है जिनसे बाहरी आक्रमण करियो से बचाव और उन्हें आसानी से ध्वस्त किया जा सकता है । भारतीय रेलवे परिवाहन के लिए एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क माना जाता है।

भारत की बड़ी उपलब्धियां 

भारत ने इतिहास से लेकर आज वर्तमान तक कई उपलब्धियां हासिल की हैं। दुनिया का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला 700 ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था। संस्कृत सभी यूरोपीय भाषाओं की जननी है। नालंदा विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक था। मंगल ग्रह पर अपने पहले ही प्रयास में सफलता पूर्वक पहुँचने वाला पहल देश भारत है।

भारत देश आज अंतरिक्ष में अपने सैटेलाइट के आलावा कई अन्य देशों के लिए भी सैटेलाइट छोड़ता है। ई हरित क्रांति की बदौलत ही आज भारत अपने देश में अन्न पूर्ती के साथ साथ कई देशों को भी अनाज एक्सपोर्ट करता हैं।

11 मई सन 1998 को पोखरण में किया गया परमाणु बमों परिक्षण भारत की महान उपलब्धियो में से एक थी। आज हम परमाणु शक्ति सम्पन्न देश की श्रेणी में आते हैं। कोरोना महामारी के दौरान सबसे कम समय में 100 करोड़ वैक्सीन लगाकर भारत ने  एक ऐतिहासिक उपलब्धिक हासिल कर ली। भारत आज टेक्नोलॉजी , मेडिकल , व्यापार आदि में एडवांस होता जा रहा है

भारत की गौरवपूर्ण देन

हमारे देश भारत की कई महत्वपूर्ण देन हैं। शतरंज की उत्पत्ति भी भारत में ही गुप्त वंश के दौरान हुई थी। उच्च गुणवत्ता वाले स्टील का उत्पादन सबसे पहले भारत में शुरू हुआ था। कबड्डी खेल की उत्पत्ति भी भारत में हुई है।

कश्मीरी ऊन, कपास की खेती, इंडिगो डाई, जूट की खेती और चीनी शोधन की उत्पत्ति हमारे देश भारत में ही सबसे पहले हुई। भारत ने ही दुनिया को संख्या प्रणाली, शून्य, साइन, कोसाइन दिये हैं।

शून्य और दशमलव प्रणाली की खोज भारतवर्ष में हुई। भास्कराचार्य ने खगोलविद स्मार्ट से सैकड़ों साल पहले ही पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने में लगने वाले समय (365.258756484 दिन) की गणना की थी। “पाई” (π) के मान की गणना सबसे पहले बुधायन ने की थी जो की भारत के प्राचीन गणितज्ञ थे। हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है जो कि भारत की ही देन है। आयुर्वेद का ज्ञान भारत ने दुनिया में फैलाया है।

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siya

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