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Internship क्या होता है? इंटर्नशिप क्यों किया जाता है ? और इंटर्नशिप कैसे करें

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अगर आप किसी इंस्टिट्यूट या कॉलेज से प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं तो आपने इंटर्नशिप के बारे में सुना जरूर होगा। आज के दौर में सिर्फ डिग्री और कोर्स कर लेने से केवल किताबी ज्ञान मिलता है लेकिन प्रोफेशनल ज, प्रैक्टिकल ज्ञान और अच्छी नौकरी पाने के लिए आपको कोर्स के अनुसार काम का कुछ अनुभव और ज्ञान होना चाहिए। यही शुरूआती अनुभव और ज्ञान को सीखने के लिए छात्रों को पढ़ाई के आखरी साल में इंटर्नशिप करने की सलाह दी जाती है। इंटरशिप को लेकर आपने मन में अनेको सवाल होंगे जिसनहे आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि इंटर्नशिप क्या होता है ( internship kya hota hai ) इंटर्नशिप कितने प्रकार की होती है, इंटर्नशिप करने के फायदे और इंटर्नशिप कैसे करें जैसे सवालों के जवाब देंगे। ताकि आप इंटर्नशिप का महत्त्व समझ सकें और अपनी पढ़ाई ख़त्म होने तक अनुभव भी प्राप्त कर सकें।

इंटर्नशिप क्या होता है? internship kya hota hai

प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद यह आवश्यक है कि आपको कोर्स से सम्बंधित शुरुवाती प्रैक्टिकल ज्ञान हो जिससे आप संस्थान के कार्य को कम समय में और जल्दी से समझ सके । पढाई के दौरान कुछ समय के लिए किसी कंपनी या संस्थान में काम का अनुभव लेने के लिए इंटर्नशिप कोर्स करना होता है।

आज के समय में जल्दी से और अच्छी जॉब पाने के लिए स्टूडेंट को किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से प्रोफेशनल कोर्स को करते समय इंटरशिप करना करना होता है अगर आप MBA, BBA, इंजीनिरिंग, MBBS, जर्नलिज्म आदि कोर्स कर रहे हैं तो उसमें आपको इंटर्नशिप करना बेहद ज़रूरी माना जाता है।

इंटर्नशिप 1 महीने, 2 महीने, 6 महीने या साल भर की अवधि में किये जाते है। इंटर्नशिप पूरा होने पर संस्थान द्वारा आपको इंटरशिप सर्टिफिकेट भी दिया जाता है जिसे आप जॉब और रिज्यूमे में मेंशन कर सकते है। कॉलेज या यूनिवर्सिटी आप जिन टेक्नोलॉजी , मशीनो आदि के बारे में थ्योरेटिकल जानकारी लेते है इंटरशिप में आपको उनका रियल वर्किंग , कार्य और फंक्शन को देखने और समझने को मिलता है   

इंटर्नशिप कितने प्रकार की होती हैं?

इंटर्नशिप फील्ड के अनुसार कई प्रकार की हो सकती है। मुख्य तौर पर इंटर्नशिप 5 प्रकार की होती है जिसे ज़्यादातर छात्र करते है।  इंटरशिप के प्रकार को आप नीचे समझ सकते है।  

पेड इंटर्नशिप

इस इंटर्नशिप को उन छात्रो द्वारा किया जाता हैं जो काम के अनुभव को सीखने के साथ-साथ उससे कुछ पैसे भी कमाना चाहते है । वह चाहते हैं कि उन्हें काम सीखने और काम करने के पैसे भी मिल जाए। ज़्यादातर नेशनल और मल्टीनेशनल कम्पनियाँ कॉलेज स्टूडेंट को पेड इंटर्नशिप का ऑफर प्रोवाइड करती हैं ताकि छात्र कंपनी से सीखे और जो भी समय और मेहनत कंपनी के कार्यो पर लगाते है उसके लिए उसे आवश्यक पैसे भी मिले ।

अनपेड इंटर्नशिप

यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, सरकारी संस्थान आदि में ज़्यादातर अनपेड इंटर्नशिप ही ऑफर की जाती है।  इसमें आपको काम का अच्छा अनुभव तो मिलता है लेकिन इसके बदले आपको किसी तरह के पैसे नहीं मिलते है , लेकिन इंटर्नशिप कोर्स करने के बाद आपको सर्टिफिकेट दिया जाता है, ताकि आप भविष्य में उस सर्टिफिकेट को दिखाकर किसी अच्छे कंपनी या संस्थान में स्टार्टिंग जॉब पा सकें। 

समर इंटर्नशिप

जैसा कि नाम से ही समझ आ रहा है कि इंटर्नशिप गर्मियों की छुट्टियों के समय पर छात्रों द्वारा की जाती है। समर इंटर्नशिप में छात्रों को पार्ट टाइम या फुल टाइम जॉब भी ऑफर किया जाता है। इससे स्टूडेंट समर सीजन का अच्छा उपयोग इंटर्नशिप कोर्स में होता है और छात्र अपनी फील्ड की स्किल भी सीखते है ।  

वर्क रिसर्च इंटर्नशिप

कुछ प्रोफेशनल कोर्स में कॉलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा ग्रेजुएशन के अंतिम साल में छात्र वर्क रिसर्च इंटर्नशिप करते हैं। इसमें इंस्टिट्यूट की तरफ से छात्र को रिसर्च करने के लिए टॉपिक दिया जाता है ताकि स्टूडेंट अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर उस टॉपिक पर पूरी रिसर्च करके एक अच्छी रिपोर्ट तैयार कर सके ।

वर्चुअल इंटर्नशिप

कोविड के प्रकोप के बाद से इस इंटर्नशिप की शुरुआत हुई है। इसमें छात्र घर से ही अपने लैपटॉप या स्मार्टफोन पर ऑनलाइन इंटर्नशिप कर कंपनी और इंस्टिट्यूट से काम का अनुभव लेते हैं। 

इंटर्नशिप कैसे करें?

उम्मीद करते है की अभी तक आपको इंटरशिप के बारे में सही जानकारी मिली होगी और अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की इंटरशिप का ट्रेनिंग कोर्स कैसे और कहा से करे तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है क्योकि यहाँ पर हम आपकी पूरी हेल्प करेंगे। इंटरशिप शुरू करने के लिए आप नीचे बताये गए तरीको को आज़मा सकते हैं।  

  • कॉलेज और यूनिवर्सिटी की मदद लें

यदि स्टूडेंट किसी अच्छे कॉलेज , यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट से कोर्स करते है तो स्टूडेंट को इंटर्नशिप सर्च की जरूरत नहीं होती। संस्थान स्वयं ही अपने स्टूडेंट के लिए अच्छे कंपनियों से इंटरशिप कराने के लिए टाई अप रहती है और उन्हें ट्रेनिंग दिलवाती हैं। आप अपने कॉलेज , संस्थान के प्लेसमेंट डिपार्टमेंट , ट्रेनर , या फिर सीनियर स्टूडेंट से भी इंटर्नशिप पाने के लिए मदद ले सकते हैं। 

  • ऑनलाइन इंटर्नशिप खोजें

ऑनलाइन अनेको जॉब पोर्टल और वेबसाइट , फोरम उपलब्ध है जहाँ आप बड़े संस्थानों में ट्रेनिंग , इंटर्नशिप और पार्ट टाइम वर्क सर्च कर सकते हैं और उन्हें आवेदन के लिए ई-मेल भी कर सकते हैं।     

  • खुद से कंपनी में आवेदन करें

आप खुद ही अपनी फील्ड की कंपनी में जाकर इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं जहाँ इंटरव्यू पास करने के बाद आप इंटर्नशिप शुरू कर सकते हैं। स्वयं से इंटरशिप कोर्स पाने के लिए आप जॉब पोर्टल जैसे की Naukari .Com , Indeed.com ,LinkedIn.Com में सर्च कर सकते है या फिर अपने कोर्स से सम्बंधित कंपनी की वेबसाइट में जाये और Career विकल्प में अपनी एप्लीकेशन और रिज्यूमे सबमिट करे या फिर डायरेक्ट ऑफिस में जाकर एप्लीकेशन और रिज्यूमे जमा करे।

इंटर्नशिप करने के फायदे 

अभी तक आपने जाना की internship kya hota hai कर इसे कितने प्रकार से कर सकते है। कई छात्रों को मालूम नहीं होता कि इंटर्नशिप से उन्हें भविष्य में जॉब पाने , बुसिनेस प्लानिंग आदि में कितना लाभ हो सकता है। तो आइये आपको बताते हैं कि कोर्स के दौरान इंटर्नशिप करने से क्या और कितना उपयोगी हो सकता है । 

  • इंटर्नशिप करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको उस कोर्स का थ्योरी और लाइव कार्य करने का थोड़ा अनुभव हो जाता है जो आगे चलकर इंटरव्यू में आपके चयन की सम्भावना को बढ़ा देता है ।   
  • इंटर्नशिप करने से आपको एहसास होता है कि आप के अंदर कौन सी खूबिया और कमियां हैं, जिनपर आपको सुधार करने की ज़रूरत है।
  • इंटर्नशिप से आप किताबी ज्ञान के आलावा रियल और प्रैक्टिकल ज्ञान सीखते हैं जो आपके सेल्फ कॉन्फिडेंस को बढ़ाते है ।   
  • कई छात्र जल्द से जल्द इनकम पाना चाहते हैं और इसी कारण उन्हें पेड इंटर्नशिप करके पढ़ाई और अनुभव दोनों को सीखने का अवसर मिलता है जिससे उनकी थोड़ी इनकम के अवसर भी मिलते है
  • यदि आपने इंटर्नशिप कोर्स किया है तो कंपनियों को समझ आता है कि आपको उस कोर्स से सम्बंधित काम का थोड़ा अनुभव है और इससे आपकी नौकरी की सम्भावना भी बढ़ती है।   
  • इंटर्नशिप करने से आपको असल ज़िंदगी में ऑफिस के वातावरण, टीम वर्क, बॉस बिहेवियर आदि के बारे में समझ आती है जो एक कॉर्पोरेट ऑफिस में कार्य करने के लिए बेहद ज़रूरी है।   
  • प्रैक्टिकल ज्ञान मिलने के बाद छात्र का अपनी फील्ड में आत्मविश्वास बढ़ जाता है और छात्र को लगने लगता है कि आवश्यकता होने पर वह कार्य को अच्छी तरह से कर सकता है

इंटर्नशिप के दौरान ध्यान रखने वाली बातें 

internship kya hota hai जानने के बाद आपको इंटर्नशिप करने के दौरान कई बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए तभी आपको इंटर्नशिप का पूरा लाभ मिल पायेगा आपको छोटी से गलती आपकी इंटर्नशिप रिपोर्ट को ख़राब कर सकती है। इंटरशिप को करते समय आपको जिन बातो को समझने की जरुरत है उनके कुछ पॉइंट्स को नीचे देख सकते है। 

  • इंटरशिप के दौरान ऑफिस , वर्कशॉप , कंपनी में आदि जगह आप प्रोफेशनल लुक और भाषा का इस्तेमाल करें। 
  • सभी को पता रहता है की आप इंटरशिप कर रहे है इसलिए अपनी सही इमेज और कार्य में हेल्प पाने के लिए ऑफिस के कर्मचारियों , बॉस से अपना व्यवहार सही बना कर रखे।
  • ऑफिस में जितना हो सके नशीले पदार्थ का सेवन और दूसरो को बुराई और पक्षपात न करे
  • ऑफिस , वर्कशॉप , संस्थान आदि में अपने सीनियर की बातों को सुने और समझे और उनके दिए गए कार्यो को सही समय पर करने की कोशिश करे।
  • जहा पर इंटरशिप कर रहे है वह के सभी पॉलिसी, अनुशासन को समझे और उन्हें ईमानदारी से पालन करे क्योकि सब की नज़र आप पर रहती है और आपकी एक गलती से आपका इंटरशिप ख़राब हो सकता है ।
  • कंपनी प्रोग्राम , कल्चर , मीटिंग आदि में अनुमति मिलने पर शामिल हो वातावरण को समझे। इंटरशिप पीरियड तक अपने कार्य का हिस्सा समझे और खुद को उसमे ढ़ालने का प्रयास करें। 
  • इंटरशिप ट्रेनिंग पीरियड में किये जाने वाले कार्यो , तरीको आदि को अपने अनुभवों के आधार पर नोट्स बनाए ताकि एक ही काम आपको बार बार पूछना न पड़े और आगे चलकर उनका रिवीजन कर सके ।  
  • टीम और सीनियर के सामने अपनी अच्छी छवि बनाने का प्रयास करें।  आगे बढ़कर काम को करने का उत्साह रखें और इंटरशिप में आप वैलिड सवाल और डाउट पूछने से न कतराएं।  
  • अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह से निभाए और दिए गए काम को गंभीरता के साथ पूरा करें।  
  • कंपनी के कर्मचारियों के साथ अच्छे सम्बन्ध बना कर रखे जिससे आप ऑफिस कर्मचारियों और बॉस को इम्प्रेस कर सके जिससे आगे चलकर आप उसी कंपनी में नौकरी भी अवसर मिल सकें।

उम्मीद करते हैं कि आपको इस पोस्ट से इंटर्नशिप के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला होगा जैसे इंटर्नशिप क्या होता है (internship kya hota hai ), इंटर्नशिप कितने प्रकार की होती है, इंटर्नशिप करने के फायदे और इंटर्नशिप कैसे करें आदि। अब आपके लिए इंटर्नशिप शुरू करना आसान हो जाएगा और आप काम का अनुभव लेने के लिए तैयार होंगे। किसी तरह के सवाल और डाउट के लिए कमेंट करे हमारी टीम आपके सवालों का जवाब देगी।

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siya

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