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Bharat Ke Bandargah – भारत के प्रमुख बंदरगाह के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी

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किसी महान व्यक्ति ने कहा था की किसी भी देश की उन्नति में व्यापार का बहुत बड़ा हाथ होता है और व्यापार को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए परिवाहन बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। ” आज अमेरिका और अन्य देश विकसित है इसका करना व्यापार नहीं परिवाहन है , परिवाहन से किसी भी व्यापार के संसाधन मिलते है और देश उन्नति करता है।यही कारण है कि प्रत्येक देश थल , जल और वायु तीनों ही मार्गो का इस्तेमाल व्यापार करने के लिए किया करते है। व्यापार में बंदरगाह की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है जिसके माध्यम से कोई भी देश जल मार्ग के रास्ते चीजों का आयात और निर्यात कर पाते है। भारत के कुल व्यापार का 95  फीसदी व्यापार समुद्र के रास्ते से किया जाता है। आज का हमारा अर्टिकल इसी विषय से संबंधित है इसलिये आज हम आपको बताने वाले है कि भारत के प्रमुख बंदरगाह कौन कौन (Bharat Ke Bandargah ke Naam) से है और भारत के किस राज्य में है और उनके द्वारा कितना व्यापार किया जाता है ।

भारत में कुल 13 बड़े बंदरगाह और 200 छोटे  बंदरगाह मौजूद है जिनका इस्तेमाल व्यापार के लिए किया जाता है । इनमें से कुछ प्राकृतिक तो कुछ मानव निर्मित बंदरगाह है। भारत के बड़े बंदरगाह केंद्र सरकार  और छोटे बंदरगाह राज्य सरकार के अंतर्गत आते है। आज हम आपको  भारत के प्रमुख बंदरगाह के नाम (Bharat Ke Bandargah Ke Naam) और उनसे जुड़ी जानकारियां बताने वाले है जिनमें भारत के पूर्वी तट पर स्थित बंदरगाह एवं भारत के पश्चिमी तट के बंदरगाह दोनों ही के नाम शामिल है।

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भारत के पूर्वी तट के बंदरगाह Bharat Ke Purvi Bandargah

भारत के कुल 6 बंदरगाह ऐसे है जो कि भारत के पूर्वी तट पर स्थित है जिनके नाम  कोलकाता, पाराद्वीप, विशाखापत्तनम , हल्दिया , चेन्नई , एन्नोर और तूतीकोरिन है। जिनके बारे में आप नीचे के इस आर्टिकल में विस्तार से जानेगे

कोलकाता – हल्दिया बंदरगाह

  • कोलकाता बंदरगाह मीठे पानी की बंदरगाह है और साथ ही साथ भारत का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है।
  • यह बंदरगाह भारत का एकमात्र नदी बंदरगाह है जो हुगली नदी के किनारे पर स्थित है।
  • यह बंदरगाह समुंद्र तल से 203 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • वर्ष 1870 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा इस बंदरगाह का उद्घाटन किया गया था। अभी हाल ही में इस बंदरगाह का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ट्रस्ट रख दिया गया है। कोलकाता बंदरगाह पूर्वी तट का सबसे बड़ा बंदरगाह है।
  • कोलकाता बंदरगाह से मशीनरी, कच्चा कपास, गेँहू , लौह – इस्पात का आयात किया जाता है।
  • इस बंदरगाह से चमड़ा, सूती कपड़े, लौह अयस्क का निर्यात किया जाता है।
  • इसके अलावा यह बंदरगाह से उर्वरक, ग्रेनाइट, कोयला, लौह अयस्क, पेट्रोलियम उत्पाद , औद्योगिक कार्गो आदि का भी व्यापार किया जाता है।
  • हल्दिया  बंदरगाह , कोलकाता बंदरगाह का सहायक बंदरगाह है जो कि हुगली नदी के ठीक मुहाने पर मौजूद है।
  • कोलकाता बंदरगाह के सहायक बंदरगाह के रूप में हल्दिया बंदरगाह का इस्तेमाल किया जाता है। सभी बड़े जहाज यहाँ खाली होते है और फिर छोटे जहाजों से माल को कोलकाता ले जाया जाता है। हल्दिया बंदरगाह पर आधुनिक तकनीक का उपयोग करके जहाजों को कंप्यूटर प्रणाली द्वारा खाली कराया जाता है।

पाराद्वीप बंदरगाह Paradeep Port

  • पाराद्वीप बंगाल की खाड़ी और महानदी के संगम स्थल पर स्थित गहरे पानी वाला बंदरगाह है। यह भारत का आठवां प्रमुख बंदरगाह है।
  • यह बंदरगाह ओडिशा राज्य का सबसे पहला बंदरगाह है जो कि एक कृत्रिम हार्बर पर बनाया गया है।
  • पारादीप बंदरगाह के दक्षिण में कोलकाता जो 210 समुंद्री मील एवं विशाखापत्तनम के उत्तर में 260 समुंद्री मील की दूरी पर है।
  • इस बंदरगाह का उद्घाटन 12 मार्च 1966 को हुआ था।
  • इस बंदरगाह से कच्चा एल्युमिनियम , क्रोमियम अयस्क और लौह उत्पाद का  निर्यात किया जाता है।
  • इसी बंदरगाह के रास्ते जापान को लौह अयस्क भेजा जाता है। इसी बंदरगाह से उड़ीसा एवं बिहार के खनिजों का निर्यात किया जाता है।
  • इस बंदरगाह से इंजीनियरिंग सामान, उर्वरक, गंधक और मशीनों का आयात किया जाता है।

विशाखापत्तनम बंदरगाह Vishakhapatnam Port

  • यह बंदरगाह देश का चौथा सबसे बड़ा और सबसे गहरा बंदरगाह है।
  • यह आंध्रप्रदेश राज्य का मुख्य बंदरगाह है।
  • यह कोरोमंडल तट पर कोलकाता से 800 किलोमीटर दक्षिण में और चेन्नई से 435 किलोमीटर उत्तर में आंध्रप्रदेश में स्थित है।
  • विशाखापत्तनम बंदरगाह का उदघाट्न 19 दिसंबर 1933 को हुआ था।
  • यह बंदरगाह जलयान निर्माण उद्योग के लिये भी प्रसिद्ध है। यहाँ जहाजों का निर्माण और मरम्मत का काम भी किया जाता है।
  • इस बंदरगाह से चमड़ा , लकड़ी, खली, मूंगफली, मैंगनीज,लौह अयस्क, हर्डबहेड़, कोयला का निर्यात किया जाता है।

चेन्नई बंदरगाह Chennai Port

  • यह बंदरगाह भारत का दूसरा सबसे बड़ा समुंद्रीय व्यापार केंद्र है।
  • यह देश के सबसे पुराने  कृत्रिम बंदरगाहों में से एक है।
  • चेन्नई बंदरगाह बंगाल की खाड़ी का सबसे बड़ा बंदरगाह है इसका उद्घाटन वर्ष 1881 में हुआ था।
  • इस बंदरगाह से मूंगफली , तम्बाकू , मैंगनीज , मसाला, चाय, प्याज, तेलहन, चमड़ा , नारियल आदि का निर्यात होता है।
  • यहाँ से पेट्रोलियम , कोयला , मशीनरी, लकड़ी, कागज, धातु, मोटर साइकिल, चावल, रसायन, कपास आदि का आयात भी किया जाता है।

एन्नोर बंदरगाह Ennore Port

  • मुम्बई पोर्ट के बाद यह भारत का 12 वां सबसे बड़ा बंदरगाह है।
  • यह हमारे देश का पहला कम्प्यूटरीकृत सबसे बड़ा पोर्ट है।
  • यह बंदरगाह तमिलनाडु राज्य के चेन्नई बंदरगाह से 24 किलोमीटर उत्तर की ओर कोरोमंडल तट पर स्थित है। इसका उद्घाटन 22 जून 2001 को किया गया था।
  • इस बंदरगाह से ऑटोमोबाइल, सामान्य औद्योगिक माल, खनिज , मोटरसाइकिल आदि का व्यापार किया जाता है।

तूतीकोरिन बंदरगाह Tuticorin Port

  • तूतीकोरिन बंदरगाह मन्नार की खाड़ी में स्थित पोर्ट है, जिसका  नाम बदलकर वीओ चिदम्बरनार बंदरगाह कर दिया गया है।इस बंदरगाह का उद्घाटन 1974 को हुआ था।
  • यह बंदरगाह दक्षिणी – पश्चिमी तमिलनाडु और दक्षिणी पूर्वी केरल तक मौजूद है।
  • इस बंदरगाह से केला, मछली, सीमेंट, चावल ,नारियल , चाय, गरम मसाला, इलाइची, कपास, लिग्नाइट, तम्बाकू,चमड़ा एवं खाले, सूती वस्त्र आदि का निर्यात किया जाता है।
  • तूतीकोरिन बंदरगाह से मशीनें, इंजीनियरिंग के सामान, गंधक, उर्वरक का आयात होता है।

भारत के पश्चिमी तट के बंदरगाह Bharat ke Pashchimi bandargah

भारत के कुल बंदरगाहों में से 6 बंदरगाह ऐसे है जो कि भारत के पश्चिमी तट पर स्थित बंदरगाह है जो कि कोच्चि , मंगलोर , मोरमुगाओ, मुम्बई, न्हावाशेवा और कांडला बंदरगाह है , जिसके बारे में आप नीचे विस्तार से जान सकते है

कोच्चि बंदरगाह Kochin Port

  • कोच्चि बंदरगाह केरल राज्य और मालाबार तट का मुख्य प्राकृतिक बंदरगाह है।
  • कोच्चि पोर्ट हमारे देश के पश्चिमी तट के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है।
  • यह बंदरगाह मुम्बई से लगभग 920 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।
  • कोच्चि बंदरगाह का उद्घाटन 26 मई , 1988 को किया गया था।
  • इस बंदरगाह से नारियल, चटाइयां , नारियल की जटा, नारियल का तेल, काजू, रबड़, कहवा, रस्से, गरम मसाला, इलाइची, चाय , कॉफी आदि का निर्यात किया जाता है।

न्यू मंगलोर बंदरगाह New Mangalore Port

  • यह कर्नाटक का मुख्य बंदरगाह है जो पश्चिमी तट पर स्थित है।
  • यह भारत का सातवां सबसे बड़ा बंदरगाह है।
  • यह बंदरगाह कोच्चि और मार्मुगाओ के बीच 320 किलोमीटर स्तिथ है।
  • इस बंदरगाह का उद्घाटन 4 मई, 1974 को किया गया था।
  • इस बंदरगाह से काजू , कहवा, शीरा, लकड़ियां, चंदन का तेल, तेल की खली, मछलियां,लौह अयस्क , ग्रेनाइट आदि का निर्यात किया जाता है।इसी बंदरगाह से लौह अयस्क अरब देशों को भेजा जाता है।
  • इसके अलावा इस बंदरगाह में रासायनिक उर्वरक, लुग्धी , सूत और खाद्यान्न का आयात भी होता है।

मोरमुगाओ बंदरगाह Mormugao Port

  • मोरमुगाओ पोर्ट भारत के पश्चिमी तट का प्रमुख बंदरगाह  है।
  • यह बंदरगाह गोवा के तट पर स्थित है और गोवा , कर्नाटक , महाराष्ट्र , दक्षिणी मध्यप्रदेश और पश्चिमी आंध्रप्रदेश तक मौजूद है।
  • इस बंदरगाह का पोताश्रय प्राकृतिक होने के साथ सुरक्षित भी है।
  • इस बंदरगाह का उद्घाटन 1963 मे किया गया था।
  • इस बंदरगाह से गिरी का तेल ,लौह अयस्क, काजू, नारियल, कहवा, जटा का सामान , मैंगनीज आदि का निर्यात किया जाता है।इसी बंदरगाह से ईरान को लौह अयस्क का  भी निर्यात किया जाता है।
  • मोरमुगाओ में नौसेना का केंद्र भी स्थित है।

मुंबई बंदरगाह Mumbai Harbour

  • मुम्बई बंदरगाह , सिर्फ भारत का ही नही बल्कि पूरे विश्व के मुख्य बंदरगाहों में से एक होने के साथ साथ सबसे व्यस्त बंदरगाह है।
  • यह एक प्राकृतिक बंदरगाह है जो उल्हास नदी के दक्षिणी मुहाने पर सालसट द्वीप पर स्थित है।
  • इस बंदरगाह का आधिकारिक नाम फ्रंट बॉय (Front Bay) है।
  • जहाँ तक क्षमता की बात है तो इस बंदरगाह की क्षमता 200 टन से अधिक है।
  • यहाँ से चमड़े का सामान, ऊन, तिलहन, लकड़ी, कंटेनर सेवा, इंजीनियरिंग के सामान , ऊनी और सूती कपड़े  , मोटरे , मशीन , पेट्रोलियम तेल , मोटर कार आदि का निर्यात होता है।
  • यह देश का सर्वाधिक आयात करने वाला बंदरगाह है। आंकड़ो के अनुसार भारत का 20 फीसदी व्यापार इसी बंदरगाह से किया जाता है।

न्हावाशेवा बंदरगाह या जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह Jwaharlal Nehru Port

  • यह एक कृत्रिम बंदरगाह है इसका निर्माण मुम्बई बंदरगाह के भार को कम करने के लिए किया गया था।
  • यह बंदरगाह अरब सागर के तट पर , मुंबई के दक्षिण में स्थित है जो देश का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह भी है
  • जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा समुंद्री बंदरगाह है जिसे जवाहरलाल नेहरू पोर्ट के नाम से भी जाना जाता है।
  • इस बंदरगाह का उद्घाटन मई, 1989 को किया गया था।
  • जवाहरलाल नेहरू से मुख्यतः कपड़ा , कालीन आदि का निर्यात किया जाता है।
  • यह बंदरगाह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंटेनर यातयात को संभालता है।
  • यह बंदरगाह आधुनिक सुविधाओं से लेस है।

कांडला बंदरगाह Kandala Port

  • यह एशिया का पहला आर्थिक क्षेत्र है जो कि कांडला नदी पर स्थित है।
  • यह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह है जो कि गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है।
  • इस बंदरगाह का नाम बदलकर बाद में दीनदयाल उपाध्याय बंदरगाह कर दिया गया है।
  • कार्गो हैंडलिंग में कांडला बंदरगाह भारत के सबसे बड़े 12 प्रमुख बन्दरगाहों में से सबसे बड़ा है।
  • इस बंदरगाह का उद्घाटन 1965 में किया गया था।
  • इस बंदरगाह से नमक, रसायन, लौहा और तरल प्रदाथों का व्यापार किया जाता है। इस बंदरगाह से कपास, सूती वस्त्र ,नमक, फास्फेट, कच्चा तेल , पोटास और उर्वरक का निर्यात किया जाता है।
  • इस बंदरगाह से हर साल 70, 000 मिलियन टन से भी ज्यादा कार्गो हैंडल किया जाता है।

पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह Port Blair Port

  • यह बंदरगाह भारत के केंद्र शाषित प्रदेश अंडमान निकोबार में स्थित है
  • और इसे 2010 में भारत का 13 वां प्रमुख बंदरगाह बना है।
  • यह बंदरगाह अंडमान सागर पर स्थित है और अंडमान निकोबार का एकमात्र प्रमुख बंदरगाह है।
  • पोर्टब्लेयर बंदरगाह , बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के संगम पोर्ट ब्लेयर पर स्थित है।

भारत के छोटे बंदरगाह कितने है Bharat Ke Chhote Bandargah

अभी आपने भारत के प्रमुख और बड़े बंदरगाह के बार में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त किया देश में बड़े बंदरगाह के आलावा कुछ छोटे बंदरगाह है जिसके द्वारा मछली पकड़ने , बड़े बंदरगाह से छोटे बंदरगाह में सामान लाने और छोटे बंदरगाह से बड़े बंदरगाह में सामान ले जाने के लिए उपयोग किया जाता है। नीचे आप भारत के छोटे बंदरगाह को टेबल के रूप में देख सकते है और समझ सकते है की किस राज्य में कितने छोटे बंदरगाह है।

राज्यछोटे बंदरगाह
महाराष्ट्र48
गुजरात42
प. बंगाल01
अंडमान23
केरल17
दमन & द्वीप02
तमिलनाडु18
ओड़िशा13
आंध्रप्रदेश12
कर्नाटक10
पांडिचेरी02
लक्षदीप10
गोआ05

   

लेखक के अंतिम शब्द

इस आर्टिकल में हमने आपको भारत के बंदरगाह (Bharat Ke Bandargah) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी किया जैसे की बंदरगाह क्या है और बंदरगाह कितने प्रकार के होते है और देश के प्रमुख बंदरगाह के नाम और उनका संक्षिप्त विवरण। उम्मीद करते है की यह आर्टिकल (Bharat Ke Bandargah)आपको अच्छा लगा होगा तो इसे अधिक से अधिक अपनों दोस्तों और सोशल मीडिया में शेयर करे जिससे अन्य लोगो को इसके बारे में पूर्ण जानकारी मिल सके क्योकि हमारा लक्ष्य है सभी को पूर्ण अच्छी डिटेल्स जानकारी देना। ईसिस तरह के आर्टिकल के लिए हमारे अन्य ब्लॉग siyaservice.com पर जाये और नए प्रोडक्ट और मूवी से सम्बंधित जानकारी प्राप्त करें।

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siya ram

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